खोज परिणाम
इस विकि पर "कविता क्या है?" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
- आधुनिक 'मीरा' कहा जाता है। भारत सरकार की ओर से आपको पद्मभूषण और ज्ञानपीठ पुरस्कार से अलंकृत किया गया है। क्या पूजा क्या अर्चन रे कविता में कवयित्री ईश्वर...३९ KB (३,१७२ शब्द) - १७:०८, २९ जून २०२३
- की कविता हरि घास पर क्षण भर काव्य सन्ग्रह से लिया गया, जिसका प्रकाशन 1949 मे हुआ। इसके माध्यम से कवि को प्रयोग धर का कवि कहा गया। अज्ञेय ने इस कविता के...८ KB (६१२ शब्द) - ०३:४८, ३ अप्रैल २०२३
- अरुण कमल आधुनिक हिन्दी कविता के बहुचर्चित कवि हैं। वे उन कवियों मे से है जिन्होंने प्रगतिशील कवियों केदारनाथ अग्रवाल, त्रिलोचन, नागर्जुन व मुक्तिबोध की...२६ KB (१,९७९ शब्द) - ०७:३४, २२ अप्रैल २०२०
- सहाय की काव्य संवेदनाएं जीवन परिचय – रघुवीर सहाय समकालीन हिंदी – कविता के संवेदनशील कवि हैं। उनका जन्म सन् 1929 ई० में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था।...२० KB (१,५७४ शब्द) - १९:१९, ४ अप्रैल २०२३
- और इशारा किया है जिस कारण कुछ बच्चे खेल शिक्षा जीवन की उमंग से वंचित है प्रस्तुत कविता छायावाद के बाद के कवि राजेश जोशी द्वारा रची गई है जिन्हें सूक्तियां...१० KB (८१३ शब्द) - ०६:१७, १५ अप्रैल २०२०
- आंखों का बचपन कविता छायावादी काव्याधारा के प्रमुख आधार स्तम्भ जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित है। साहित्यिक जगत में प्रसाद जी एक सफल व श्रेष्ठ कवि, नाटककार कथाकार...३ KB (२६६ शब्द) - ०९:५१, ३१ मई २०२०
- 'केशव' ने कविता की शोभा इस कविप्रिया को लिखा है ३. कविता में अलंकार योजना के अलग-अलग विचारों को सुनकर केशवदास ने ‘कविप्रिया’ नामक ग्रंथ लिखा है जिसका श्रृंगार...२२ KB (१,६९२ शब्द) - १०:००, २८ जुलाई २०२१
- नवीन प्रयोगों का क्या हुआ। न दांव न पेंच।> कवि कविता नहीं लिखता वह रोजमर्रा की भाषा में पूछता है>, यह तीसरा आदमी कौन है>? ऐसा लगता है सामान्यजन के बीच...१९ KB (१,४२१ शब्द) - १८:२१, १६ अप्रैल २०२०
- प्रयास किया है , अपनी व्यंग भाषा के साथ कवि ने गरीबों के प्रति अपनी प्रगतिशील विचारधारा का परिचय दिया है । प्रस्तुत कविता मे कवि ने यह दर्शाया है कि आजादी...८ KB (६६५ शब्द) - १५:१९, ७ अप्रैल २०२३
- =संदर्भ= यह कविता "अरुण कमल" द्वारा रचित है। जो "उधर के चोर 'शीर्षक से लिया गया है। अरुण कमल पटना विश्वविद्यालय में प्राचार्य है। =प्रसंग= इस कविता में "उधर...७ KB (६०३ शब्द) - ११:४६, २९ मई २०२२
- ← सूरदास · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · बिहारी → ← सूरदास · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · बिहारी → 1. अमीर खुसरो · 2. कबीर · 3. जायसी ·...३ KB (२३६ शब्द) - ०५:२७, २० नवम्बर २०२१
- गुनगुना कर कविता छायावादी काव्याधारा के प्रमुख आधार स्तम्भ जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित है। साहित्यिक जगत में प्रसाद जी एक सफल व श्रेष्ठ कवि, नाटककार कथाकार...६ KB (४८९ शब्द) - ०९:५४, ३१ मई २०२०
- आधुनिक कविता में प्रयोगवादी कविता कोही नई कविता के रूप में मान्यता मिली लेकिन प्रयोगवादी कविता के आरंभ में तार सप्तक के माध्यम से कवियों ने कविता में नई...१० KB (८०८ शब्द) - ०६:४१, २७ मई २०२२
- पर देवता और सब अपना कुशल मनाएंगे गौतम बुध्द सोच रहे हैं बाहर से क्या जोड़ो या क्या है सामान निकालो इसे संसार को मुक्ति मिलेगी इसके लिए मुझे ही कुछ करना...७ KB (६०१ शब्द) - १३:५३, २७ सितम्बर २०२१
- ← जायसी · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · सूरदास → ← जायसी · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · सूरदास → 1. अमीर खुसरो · 2. कबीर · 3. जायसी · 4...३ KB (२४२ शब्द) - ०५:२६, २० नवम्बर २०२१
- प्रसिद्ध कविता धार से उद्धत किया गया है।यह आधुनिक हिन्दी कविता के बहुचर्चित कवि है। प्रसंग: इस कविता मे कवि ने जन जीवन की यथार्थ स्थिति का चित्रण किया है। मज़दूर...४ KB (३३५ शब्द) - ०५:०४, २५ जुलाई २०२१
- कहीं देखा है तुमने कविता छायावादी काव्याधारा के प्रमुख आधार स्तम्भ जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित है। साहित्यिक जगत में प्रसाद जी एक सफल व श्रेष्ठ कवि, नाटककार...५ KB (३९२ शब्द) - १८:५८, २९ मई २०२०
- इनकी कविता का रसस्वादन करने के लिये सर्वप्रथम यह समझना आवश्यक है कि प्रेम या प्रीति क्या है? कोई भी वस्तु या व्यक्ति यदि आपके लिये उपयोगी है, आपको सुख...२५ KB (१,९१५ शब्द) - १६:०६, २८ जनवरी २०२४
- ← मीराबाई · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · घनआनंद → ← मीराबाई · आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · घनआनंद → 1. अमीर खुसरो · 2. कबीर · 3. जायसी ·...२ KB (१६९ शब्द) - ०६:५६, १७ नवम्बर २०२२
- प्रगतिशील कवि अरुण कमल द्वारा कविता संग्रह से नए इलाके में से लिया गया है अरुण कमल की कविताओं में जीवन के विविध क्षेत्रों का वर्णन मिलता है| प्रस्तुत...७ KB (५९४ शब्द) - २०:०३, २९ मई २०२२