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इस विकि पर "हिन्दी का वर्तमान और भविष्य की दृष्टि" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
- को सहन करना पड़ा वह अंग्रेजी को नहीं। अंग्रेजी वर्तमान समय की आवश्यकता हो सकती है लेकिन केवल भविष्य का आधार नहीं बन सकती। गांधी जी ने कहा भी है, कि राष्ट्रभाषा...७ KB (४७९ शब्द) - १६:३८, १७ दिसम्बर २०२२
- हिन्दी साहित्य में नाटक का विकास आधुनिक युग में ही हुआ है। इससे पूर्व हिन्दी के जो नाटक मिलते हैं, वे या तो नाटकीय काव्य हैं अथवा संस्कृत के अनुवाद मात्र...१४८ KB (१०,१३७ शब्द) - १३:२३, २८ मार्च २०२३
- नन्ददुलारे वाजपेयी 'प्रसाद', 'पन्त' और 'निराला' के समर्थक ओजस्वी आलोचक के रूप में हिन्दी साहित्य में आये थे। उनकी पहली कृति 'हिन्दी साहित्य:बीसवी शताब्दी (१९३२)...१४ KB (९१२ शब्द) - ०५:२६, ३० जुलाई २०२१
- 'तक्षशिला' और 'मानसी' काव्यों के अतिरिक्त विविधा कविताएँ भी लिखी हैं, जो 'राका' और 'विसर्जन' में संकलित हैं। इस प्रकार वर्तमान हिन्दी कविता का प्रवाह अनेक...२३० KB (१७,७४१ शब्द) - १३:४९, २५ मार्च २०१७
- संस्कृति और साहित्य में पुरानी प्रवृत्तियाँ गायब हो रही हों तथा नवीन प्रवृत्तियों का उदय हो रहा हो, किंतु किसी का वर्चस्व न हो। चूंकि अतीत और भविष्य की तुलना...१६ KB (१,१७५ शब्द) - १५:४०, २९ फ़रवरी २०२४
- मूल्यहीनता और अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति से है। वह अपनी जय और पराजय दोनों का वरण स्वयं करता है, तथा यह प्रयास करता है कि वर्तमान के स्वरुप से भविष्य का निर्धारण...६६ KB (४,८०४ शब्द) - ०४:५८, २५ जुलाई २०२१
- हिन्दी निबन्ध का जन्म भारतेन्दु-काल में हुआ। यह नवजागरण का समय था। भारतीयों की दीन-दुखी दशा की ओर लेखकों का बहुत ध्यान था। पुराने गौरव, मान, ज्ञान, बल-वैभव...५२ KB (३,६३१ शब्द) - ११:३४, २ सितम्बर २०१९
- आदि उनके प्रमुख निबंध संग्रह हैं। ‘मेले का ऊँट’ उनका बहुचर्चित निबंध है जिसमें ऊँट का अतीत, वर्तमान और भविष्य पर प्रकाश डाला है। इस निबंध में राजनीतिक...१६ KB (१,२४८ शब्द) - ०९:३७, १७ मई २०२३
- हिन्दी साहित्य का प्रवर्तक माना जाता हैं। भाषा, काव्य रूपों की विविधता, नया जागरण संदेश उन्हीं की कविता द्वारा हिन्दी साहित्य में आया। इसलिए हिन्दी नवजागरण...१३० KB (७,९१६ शब्द) - ०४:५८, २५ जुलाई २०२१
- होता सकता है- (क) निर्माण की दृष्टि से, (ख) स्रोत के दृष्टि से, (क) निर्माण की दृष्टि से हिंदी के शब्दों को तीन प्रकारों का माना गया है- रूढ़, यौगिक तथा...४५ KB (३,२३२ शब्द) - १६:२२, ११ अगस्त २०२१
- क्षणभंगुर भव, राम राम! यह आर्द्र-शुष्क, यह उष्ण शीत, यह वर्तमान, यह तू व्यतीत है! तेरा भविष्य क्या मृत्यु-भीत? पाया क्या तूने घूम-घाम? ओ क्षणभंगुर भव...९ KB (७३२ शब्द) - १३:५९, २७ सितम्बर २०२१
- सामान्य अध्ययन २०१९/सीमावर्ती सुरक्षा (अनुभाग स्कॉर्पीन श्रेणी की चौथी पनडुब्बी ‘वेला’ (VELA)को मुंबई में लॉन्च किया गया)शामिल रूसी हेलीकॉप्टर Mi-35 की जगह लेगा। वर्तमान में आर्मी एविएशन कॉर्प्स के चीता और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर- ध्रुव का संचालन करती है,जिनका वज़न पाँच...९७ KB (७,०९० शब्द) - ०६:५९, २५ जुलाई २०२१
- क्षणभंगुर भव, राम राम! यह आर्द्र-शुष्क, यह उष्ण शीत, यह वर्तमान, यह तू व्यतीत है! तेरा भविष्य क्या मृत्यु-भीत? पाया क्या तूने घूम-घाम? ओ क्षणभंगुर भव...९ KB (७३२ शब्द) - ०८:१६, ९ अक्टूबर २०२१
- समस्त चराचर जगत और संपूर्ण प्रकृति तक जाता है और यह वर्तमान एवं भविष्य सबको अपने में समेटे है। यह अल्पकालीन, क्षणिक और वर्तमान पीढ़ी का ही नहीं अपितु दीर्घकालीन...२९२ KB (२२,०५७ शब्द) - १५:१२, २७ जनवरी २०१७
- निरंतर प्रगति कर रही हैं और इसे देखते हुए पत्रकारिता के बेहतर भविष्य की उम्मीद की जा सकती है। स्वतंत्रता के बाद के पत्र-पत्रिकाओं का विश्लेषण अलग-अलग करना...७६ KB (५,३४६ शब्द) - ०७:३९, २५ जनवरी २०२३
- अनुराग की दृष्टि से देखा है, वह ध्यान देने योग्य है। उसके द्वारा उन्होंने हिन्दी काव्य में एक नूतन विधान का आभास दिया था। जिस समय हिन्दी साहित्य का अभ्युदय...१३२ KB (९,९७४ शब्द) - १३:३१, २४ मार्च २०१७
- के इतिहास का विहंगावलोकन विश्व सिनेमा की जैसी व्यापकता है वैसे ही भारतीय सिनेमा जगत् भी व्यापक और विस्तृत है। आशियाई देशों में बहुत बड़ा और ताकतवर देश...८० KB (६,११७ शब्द) - ०९:१४, २५ अप्रैल २०२४
- भारत का पौराणिक महापुरुष हैं भारत का पौराणिक महापुरुष हैं - महाराजा विक्रमादित्य का सविस्तार वर्णन भविष्य, स्कन्द आदि पुराणों में दिया गया है। भविष्य पुराण...२७७ KB (२०,८४९ शब्द) - १६:४०, २८ सितम्बर २०१८
- 1. वर्तमान मूल्य पीवी (रेट एनपीईआर, पीएमटी, एफवी, टाइप) यह फंक्शन बट्टे की दी हुई दर से भविष्य में किए जाने वाले भुगतानों की श्रृंखला के वर्तमान मूल्य...२५७ KB (१९,५६४ शब्द) - १७:४५, ३० नवम्बर २०१७
- गया था। यूएन-हैबिटेट: एक बेहतर शहरी भविष्य की दिशा में संयुक्त राष्ट्र का एक कार्यक्रम है। इसका मिशन सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से स्थायी मानव बस्तियों...७५ KB (५,२३१ शब्द) - ०५:००, ३ अगस्त २०२१