सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा सहायिका/जनसांख्यिकी

विकिपुस्तक से
  • NSSO का कार्य विभिन्न सामाजिक-आर्थिक विषयों को लेकर राष्ट्रव्यापी स्तर पर घरों का सर्वेक्षण, वार्षिक औद्योगिक सर्वेक्षण कर आँकड़े एकत्रित करना है।

NSSO का प्रमुख एक महानिदेशक होता है जो अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिदर्श सर्वेक्षण के लिये ज़िम्मेदार होता है। NSSO किसी व्यक्ति के रोज़गार और बेरोज़गार होने की स्थिति को स्पष्ट करता है। जिसके तीन आधार हैं:

  1. रोज़गार प्राप्त व्यक्ति
  2. रोज़गार के लिये उपलब्ध
  3. रोज़गार के लिये उपलब्ध नहीं
  • पूर्वोत्तर ग्रामीण आजीविका परियोजना की शुरुआत वर्ष 2012 में की गई थी।

इस परियोजना को मिज़ोरम, नगालैंड, त्रिपुरा तथा सिक्किम के 11 ज़िलों में लागू किया गया था। इसका उद्देश्य चार पूर्वोत्तर राज्यों के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं, बेरोज़गार युवकों और वंचितों की आजीविका में सुधार लाना है। इस परियोजना में सामाजिक सशक्तीकरण,आर्थिक सशक्तीकरण,साझेदारी विकास परियोजना प्रबंधन तथा आजीविका एवं मूल्य श्रृंखला विकास पर मुख्य रूप से ध्यान दिया गया है।

  • पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन)

महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित इस योजना की शुरूआत 8 मार्च, 2018 को किया गया था। भारत की पोषण चुनौतियों पर राष्‍ट्रीय परिषद (NCN) की स्थापना पोषण अभियान के तहत की गई थी। इस परिषद को राष्ट्रीय पोषण परिषद (NCN) के रूप में भी जाना जाता है।

  • इस परिषद की अध्यक्षता नीति आयोग के उपाध्यक्ष द्वारा की जाती हैं।
  • विश्व बैंक से प्राप्त 200 मिलियन डॉलर ऋण का उपयोग राष्ट्रीय पोषण मिशन को लागू करने के लिये किया जाएगा।
  • प्रौद्योगिकी का उपयोग कर कार्यक्रम में लक्षित दृष्टिकोण और मेल-जोल का प्रयास किया गया है ताकि स्‍टंटिंग के स्‍तर को घटाने, कुपोषण, एनीमिया तथा जन्‍म के समय बच्‍चों के कम वज़न की समस्‍या का समाधान किया जा सके और किशोरियों, गर्भवती महिलाओं तथा स्‍तनपान कराने वाली माताओं पर ध्यान केंद्रित करके कुपोषण की समस्‍या का समग्र रूप से समाधान निकाला जा सके।
  • पोषण अभियान 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त करने के लिये शुरू किया गया एक बहु-मंत्रालयीय अभिसरण मिशन है।
  • अकादमिक और अनुसंधान सहयोग संवर्द्धन योजना (Scheme for Promotion of Academic and Research Collaboration-SPARC) मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक पहल है। इसका उद्देश्य भारतीय एवं दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों के बीच शैक्षिक और अनुसंधान सहयोग को सुविधाजनक बनाकर भारत के उच्च शिक्षण संस्थानों के अनुसंधान परिवेश में सुधार करना है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर SPARC कार्यक्रम को लागू एवं विनियमन किया जाता है।