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कहीं आपका मतलब हिंदी भाषा और साहित्य ख तोड़ती पत्थर तो नहीं था?
  • तोड़ती पत्थर वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर- वह तोड़ती पत्थर। कोई न छायादार पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार; श्याम तन, भर बंधा यौवन...
    २ KB (१३८ शब्द) - १७:०२, १४ दिसम्बर २०२१
  • प्रथम वर्ष हिंदी वर्ग 'ख' के पाठ्यक्रमानुसार बनाई गई सामग्री है। लेखक इकाई १-हिंदी भाषा और साहित्य आधुनिक भारतीय भाषाओं का सामान्य परिचय हिंदी भाषा का विकास-सामान्य...
    २ KB (८८ शब्द) - १७:०२, १४ दिसम्बर २०२१
  • पेशोला की प्रतिध्वनि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला संध्या सुंदरी बादल राग वह तोड़ती पत्थर खेत जोत कर घर आए हँ बांधो न नाव स्नेह निर्झर वर दे मैं अकेला दुरित दूर...
    ३ KB (१८१ शब्द) - १२:५८, २५ दिसम्बर २०२२
  • पेशोला की प्रतिध्वनि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला संध्या सुंदरी बादल राग वह तोड़ती पत्थर खेत जोत कर घर आए हँ बांधो न नाव स्नेह निर्झर वर दे मैं अकेला दुरित दूर...
    ३ KB (१७० शब्द) - १७:५८, २६ अगस्त २०२२
  • नई धारा : तृतीय उत्थान : वर्तमान काव्यधाराएँ (श्रेणी हिन्दी साहित्य का इतिहास)
    दृष्टि गई है , वह तोड़ती पत्थर; देखा मैंने उसे इलाहाबाद के पथ पर। इस प्रकार की रचनाओं में भाषा बोलचाल की पाई जाती है। पर निरालाजी की भाषा अधिकतर संस्कृत...
    २३० KB (१७,७४१ शब्द) - १३:४९, २५ मार्च २०१७