सामग्री पर जाएँ

सदस्य:Dashrathprasad

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
विकिपुस्तक से
  1. dashrathprasad
       वीर रस की गाथा
         बुन्देलखन्डी

'अरे हम सोचत ते मन अपने में

की अम्मार मेरे उदयचन्द राय 
जो हम जन्ते की हम अम्मार हैं 
तो लड़न न देते उदयचन्द राय,