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कहीं आपका मतलब अंकों परिवार तो नहीं था?
  • जिसके ध्यान में तुम मग्न हो वह तुम्हें भूल जाए। फिर सदय होकर शाप का यह परिहार उन्होंने बताया कि अंगस्पर्श होते ही उसे तुम्हारा स्मरण हो जायगा। लालाजी...
    १२५ KB (९,३०५ शब्द) - ०८:३०, ७ सितम्बर २०१६
  • अच्छे ठहराए हुए पद्यों में दोष दिखाता था और बुरे ठहराए हुए पद्यों के दोष का परिहार करता था। 1 इसके अतिरिक्त जो दूसरा उद्देश्य समालोचना का होता है , अर्थात्...
    १९० KB (१४,२९१ शब्द) - ०१:५८, १३ फ़रवरी २०२०