आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20/NBFC सेक्टर में वित्तीय भंगुरता
इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंसिंग सर्विसेज (IL&FS)की सहायक कंपनियों और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड(DHFL) द्वारा भुगतान चूक(डिफॉल्ट) के आलोक में,इस अध्याय का उद्येश्य आवास वित्त कंपनियों(housing Finace Companies:HFC) और रिटेल-NBFCs में विभेद करते हुए NBFCs(गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) सेक्टर के समकक्ष उत्तपन्न जोखिमों को समाप्त करना है। इस अध्याय में एक हेल्थ स्कोर के सृजन के बारे में भी उल्लेख किया गया है जो NBFCs के बेहतर वित्तीय विनियमन के लिए एक नीतिगत उपकरण के रूप में कार्य कर सकता है।
समस्या(What happened)?
- भारत में शैडो बैंकिंग प्रणाली में तरलता की कमी प्रमुख गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) द्वारा ऋण दायित्वों में की गई चूक के कारण उत्पन्न हुई।
- इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) की दो सहायक कंपनियों ने जून से सितंबर 2018 की अवधि में भुगतान में चूक की जबकि दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) ने जून से अगस्त 2019 की अवधि में भुगतान में चूक की।
- इन दोनों संस्थाओं ने अपरिवर्तनीय डिबेंचरों और वाणिज्यिक दस्तावेज़ो की बाध्यताओं के चलते लगभग 1500-1700 करोड़ रुपए की राशि के भुगतान को लेकर चूक की।
- भुगतान संबंधी इन चूकों के कारण म्यूचुअल फंडों ने दबाव में चल रही NBFC के कुल निवेश में कमी करने के लिये NBFC सेक्टर में अपने निवेश को बेचना शुरू कर दिया।
- इसके परिणामस्वरूप दबावग्रस्त NBFCs की इक्विटी कीमतों में गिरावट आई जिससे फंड जुटाने की NBFCs की क्षमता कम हो गई, परिणामतः समग्र साख वृद्धि और जीडीपी वृद्धि में एक साथ गिरावट दर्ज की गई।
आवर्ती जोखिम (Rollover risk)
- NBFCs अल्पकालिक(1-3 महीने) बाजार [वाणिज्यिक पत्र (CP)] से पूँजी जुटाते हैं किंतु NBFCsकी परिसंपत्तियां दीर्घकालिक((5-10 वर्ष) होती हैं। किंतु इन्हें कुछ ही महीनों की अल्प अवधि में वाणिज्यिक पत्र (CP) ऋण के रोल ओवर करने के जोखिम का सामना करना पड़ता है। बारंबार मूल्य परिवर्तन के कारण NBFCs को उच्च वित्तीय लागत तथा खराब क्रेडिट स्थिति का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार के पुनः-वित्तपोषण जोखिम को रोल ओवर जोखिम (Rollover Risk) कहते हैं।
- रोल ओवर जोखिम परिसंपत्ति-देयता प्रबंधन (Asset Liability Management-ALM), लिक्विड डेब्ट म्यूचुअल फंड (LDMF) क्षेत्र और वित्तीय एवं परिचालन लचीलापन के साथ अंतर्संबद्ध जोखिमों का एक संयोजन है।
परस्पर संबद्धता से उत्पन्न जोखिम() यह जोखिम जब उत्पन्न होता है जब NBFCs की देयता
- जब एक परिसंपत्ति पक्ष आघात (Asset-Side Shock) के करण NBFC के अपेक्षित भविष्य के नकद प्रवाह में गिरावट आती है तो यह NBFC में ALM समस्या और इसकी वजह से NBFC के जोखिम बोध को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती है।
इस प्रकार के आघात एनबीएफसी की समस्याओं को तब और बढ़ा देते है जब इसकी देयता संरचना वाणिज्यिक पत्र जिसके लिये बार-बार पुनः वित्तपोषण आवश्यक होता है जैसे- अल्पावधिक थोक बिक्री वित्तपोषण पर अतिनिर्भर होती है।