जनपदीय साहित्य सहायिका/सारंगा-सदावृक्ष

विकिपुस्तक से

Suraj das -410


सारंगा सदाबृज की कहानी एक प्रेम कथा है जो जन्म जन्मांतर की प्रेम कहानी है

सारंगा और सदाबृज की प्रेम कहानी

सौरंगा एक सेठ के यहां पर पैदा होती है वह बहुत खूबसूरत होती है और चंद्रमा के समान गोरी होती है

सदाबृज राजा के यहां जन्म लेता है

सदावृक्ष और रानी सारंगा जी प्रेम कहानी ये बहुत ही प्राचीन प्रेम कहानी हैं।

ये दोनो सात जन्मों तक और सात प्रजीतियो में भी

साथ रहते है । तरह तरह के कष्ट में भी इनका प्रेम नही टूटता है ।इतना आडिग इनका प्रेम था । मैंने सुना है इनके जन्मों की कथा ।