मध्यप्रदेश लोक सेवा सहायक पुस्तिका/अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति(अत्याचार निवारण)अधिनियम-1989
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- 11 सितम्बर 1989पारित तथा30 जनवरी 1990 से सारे भारत में लागू।
- 5 अध्याय एवं 23 धाराएँ।
अध्याय-1प्रारंभ[ धारा-1और2]
[सम्पादन]- धारा-1 संक्षिप्त नाम,विस्तार और प्रारंभ
- धारा-1(1)-अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति(अत्याचार निवारण)अधिनियम,1989
- धारा-1(2)-संपूर्ण भारत में लागू।
- धारा-1(3)-केंद्र सरकार राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करें।
धारा-2परिभाषाएँ- trick-ACलगवाया SC/ST के लिए & Cooler pankha(special) लगवाया IPC के लिए।
- धारा-2(1)(a)अत्याचार(atrocity)से धारा 3 के अधीन दंडनीय अपराध अभिप्रेत है।
- धारा-2(1)(b)संहिता(code)से दंड प्रक्रिया संहिता 1973(1974 का 2) अभिप्रेत है।
- धारा 2(1)(b,c) में आर्थिक बहिष्कार को परिभाषित किया गया है।[MPPSC-2018]
- धारा-2(1)(c)अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का वही अर्थ है जो संविधान के अनुच्छेद-366 के खंड(24)और खंड(25)में है।
- (d)विशेष न्यायालय(Special Court)-धारा 14 के अधीन।
- (E)विशेष लोक अभियोजक(Special public prsecutor)-धारा 15 में निर्दिष्ट अधिवक्ता।
- (F)उन शब्दों और पदों के,जो इस अधिनियम में पर प्रयुक्त हैं,किंतु परिभाषित नहीं है और यथास्थिति भारतीय दंड संहिता 1860(1860का 45) में है।
- धारा-2(2)इस अधिनियम में किसी अधिनियमित या उसके किसी उपबंध के प्रति किसी निर्देश का अर्थ किसी ऐसे क्षेत्र के संबंध में जिसमें ऐसी अधिनियमित या ऐसा उपबंध पृत नहीं है, यह लगाया जाएगा कि वह उस क्षेत्र में प्रवृत्ततत्स्थानी विधि (Corresponding Law)यदि कोई हो के प्रति निर्देश है।
अध्याय 2 अत्याचार के अपराध[धारा-3से 9तक]
[सम्पादन]- ट्रिक-PDके पश्चातवर्ती indian property की उपधारणा में शक्ति का वर्णन है।
- धारा-3 अत्याचार के अपराधों के लिए दंड।
- धारा-4 कर्तव्य उपेक्षा के लिए दंड।
- धारा-5 पश्चातवर्ती दोषसिद्धि के लिए वर्धित दंड।
- धारा 6 भारतीय दंड संहिता के कतिपय उपबंधों का लागू होना।[MPPSC-2016]
- धारा-7 कतिपय व्यक्तियों की संपत्ति का हरण।
- धारा-8 अपराधों के बारे में उपधारणा
- धारा-9 शक्तियों का प्रदान किया जाना।
अध्याय 3 निष्कासन[धारा-10से 13]
[सम्पादन]- ट्रिक:-निष्कासन की प्रक्रिया हेतु फोटो/माप न देने पर दण्ड।
- धारा-10 ऐसे व्यक्ति को हटाया जाना,जिसके द्वारा अपराध किए जाने की संभावना है।
- धारा-11 किसी व्यक्ति द्वारा संबंधित क्षेत्र में हटने से असफल रहने और वहां से हटने के पश्चात उस में प्रवेश करने की दशा में प्रक्रिया।
- धारा-12 ऐसे व्यक्तियों के जिनके विरुद्ध धारा 10 के अधीन आदेश किया गया है माप और फोटो आदि लेना।
- धारा-13 धारा 10 के अधीन आदेश के अनुपालन न करने पर जुर्माना(penality)
अध्याय 4 विशेष न्यायालय[धारा 14से 15तक]
[सम्पादन]- ट्रिक:- विशेष न्यायालय का विशेष अभियोजक और उसकी अपील।
- धारा-14 विशेष न्यायालय और अन्य विशेष न्यायालय [MPPSC-2017]
- धारा-14क अपीलें
- धारा-15 विशेष लोक अभियोजक और अन्य लोक अभियोजक।
अध्याय 5 प्रकीर्णन (मिसलेनियस)[धारा16से23तक]
[सम्पादन]- ट्रिक(16से19तक):-fine L Oअग्रिम जमानत की Probation में।
- धारा-16 राज्य सरकार की सामूहिक जुर्माना(fine) अधि रोपित करने की शक्ति।[MPPSC-2014,13]
- धारा 17 विधि और व्यवस्था तंत्र द्वारा निवारक कार्यवाही
- धारा 18 अधिनियम के अधीन अपराध करने वाले व्यक्तियों पर संहिता की धारा 438 का लागू ना [MPPSC-2018,16,13]
- धारा 18(क)किसी जांच या अनुमोदन का आवश्यक ना होना।
ट्रिक:-अधिभावी सरकार का कर्तव्य है कि सद्भावना से नियम बनाए
- धारा 19 इस अधिनियम के अधीन अपराध के लिए दोषी व्यक्ति को संहिता की धारा 360 या अपराधी परिवीक्षा(Probation) अधिनियम1958 के उपबंध का 18 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे व्यक्ति के संबंध में लागू नहीं होंगे,जो इस अधिनियम के अधीन कोई अपराध करने का दोषी पाया जाता है।
- धारा-20अधिनियम का अन्य विधियों पर अध्यारोपण होना।
- धारा-21 अधिनियम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का सरकार का कर्तव्य।
- धारा 22 सदभावना पूर्वक की गई कार्यवाही के लिए संरक्षण।
- धारा 23 नियम बनाने की शक्ति।