विकिपीडिया/सन्दर्भ
सन्दर्भ विकिपीडिया के किसी भी लेख में जानकारी के सही होने के बारे में बताते हैं। यह किसी समाचार, आधिकारिक वेबसाइट आदि के होते होते हैं। इससे किसी को भी इस बात का पता चल जाता है कि इसमें दी गई यह जानकारी सही है। यदि किसी लेख में कोई जानकारी के लिए सन्दर्भ न दिया जाये तो उसे कोई भी हटा सकता है। अतः विकिपीडिया में कोई भी नए लेख बनाने से पहले देख लें कि उसका पर्याप्त मात्रा में सन्दर्भ है भी या नहीं।
सन्दर्भ जोड़ना
[सम्पादन]आप किसी भी लेख में सन्दर्भ <ref> आपका सन्दर्भ </ref>
के द्वारा जोड़ सकते हो। यह एक सरल रूप है। लेकिन विकिपीडिया में बाद में इससे अधिक विकल्प वाले सन्दर्भ का उपयोग किया जाने लगा है। यह सन्दर्भ के लिए आपके सम्पादक के ऊपर में एक "सन्दर्भ जोड़ें" नाम का विकल्प दिया होगा। यदि यह विकल्प न दिया हो तो आप "पसंद" में जा कर सन्दर्भ का विकल्प ले सकते हैं। इसके बाद जब आप इस विकल्प को खोलेंगे तो आपको इसमें चार और विकल्प मिलेंगे।
वेब सन्दर्भ
[सम्पादन]सामान्य वेबसाइट जैसे सरकारी वेबसाइट या कंपनी का वेबसाइट डालने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन यह ध्यान रखें कि इसमें केवल उन वेबसाइट के पते आप जोड़ सकते हैं, जो पहले से ही किसी समाचार आदि में आते हों। इसके लिए सभी सरकारी वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि वे सभी प्रमाणित होते हैं। लेकिन किसी कंपनी आदि के वेबसाइट का उपयोग करने से पहले यह जान लें कि उसकी जानकारी सही हो और वेबसाइट विश्वास योग्य हो।
समाचार सन्दर्भ
[सम्पादन]यदि आप किसी समाचार वेबसाइट के पते का उपयोग कर रहे हैं तो यह सन्दर्भ इसके लिए ही है। इस तरह के सन्दर्भ का पता करने का बहुत आसान तरीका है। किसी खोज प्रणाली (सर्च इंजन) में आप समाचार खोज सकते हैं। इसमें आपको केवल समाचार वाले ही सन्दर्भ मिलेंगे। लेकिन इस सन्दर्भ में केवल समाचार वाले वेबसाइट का ही उपयोग करें।
इस तरह के वेबसाइट के कुछ उदाहरण है। जैसे दैनिक भास्कर, नव भारत, हरिभूमि, पत्रिका, दैनिक जागरण, आदि।
पुस्तक सन्दर्भ
[सम्पादन]यदि आप किसी पुस्तक के पते का उपयोग कर रहे हैं तो यह सही है। इनमें आपको पुस्तक का नाम और हो सकते तो उस वेबसाइट की भी कड़ी देना ठीक होगा जिसमें आपको यह पुस्तक मिला है। लेकिन किसी ऐसे स्रोत का उपयोग न करें जिसमें कोई भी अपना पुस्तक डाल सकता है। क्योंकि ऐसे स्रोतों में कोई भी गलत जानकारी भी डाल सकता है और किसी भी बात को प्रमाणित भी नहीं किया जा सकता है।