व्याकरण भास्कर/पर्यायवाची शब्द
दिखावट
भाग 1
[सम्पादन]- वृक्ष-अगम, विटप, द्रुम
- कमल-अंबुज, सरसिज, तामरस, नलीन,अब्ज, शतदल
- आग-जातदेव,हुताशन, कृशानु, पावक
- चंद्रहास-कृपाण, तलवार, असी, करवाल
- सुंदर चारु, ललित, रुचिर
- चांद-शशांक, कलानाश, विधु, सोम, राकापति
- घर-निकेतन, गेह, निलय, आयतन
- यमुना कृष्णा, सूर्यसुता, अर्कजा, कालिंदी, रविसुता, सूर्यजा
- किरण मयूख, मरीचि, दीप्ति, अंशु, कर
- सरिता-निम्ना
- कमल-इंदीवर, राजीव, सरसिज, सत्तदल,अरविंद, उत्पल
- जीव रचना, रसज्ञा
- सर्प-अहि,उरग, भुजंग,पन्नग
- हाथ-कर, पानी
- सूर्य-भानु, आदित्य
- लहर-तरंग, उर्मी, हिलोर, विची
- चांदनी-कौमुदी, ज्योत्सना
- सरस्वती - भारती, महाश्वेता, शारदा, इला, ब्रह्मी, बागीश, गिरा
- जनार्दन - चक्रपाणि, चतुर्भुज
- समुंद्र - वारिस, अर्णव, रत्नाकर, पारावार
- देवता - अमतर्य
- शिव - चंद्रमौली, त्रिपुरारी, चंद्रशेखर
- बगीचा आराम निकुंज
- घोड़ा - बाजी, हय, तुरंग, सैंधव
- इंद्र - विडौजा, पुरंदर, शचीपति, मधवा
- रात - विभावरी, निशीथ
- मृगेंद्र- हरि, केशरी, नाहर, सिंह
- भौंरा-षट्पद,अलि
- मछली -सफरी, झष
- सूर्य - मार्तण्ड, सविता
- बिजली- दामिनी
- तरंग - उर्मि, वीची
- जंगल - कानन, अटवी, विपिन, कान्तार
- क्रोध-अमर्ष रोष, कोप
- अर्जुन -पार्थ, गुडाकेश, भारत
- अचला-महि
- आम -सहकार, पियम्ब्, पिकबंधु, रसाल, पिकप्रिय
- आशु- नयननीर नयनजल, नेत्रवारी
- आकाशगंगा -मंदाकिनी, नभगंगा, सुरनदी, नभोनदी
- कबूतर-कपोत, परेवा, हारित
- इच्छा - स्प्हा, उत्कंठा, लिप्सा
- कल्पवृक्ष- पारिजात, देवद्रुम, कल्पद्रुम, कल्पतरु, मंदार
- कुबेर -किन्ननरेश, यक्षपति,श्रीद, राजराज, धानाधिप
- चांदनी - ज्योत्सना, कौमुदी, चंद्रिका
- जल - सारंग, उदक, हाथी, सर्वमुख, सलिल, अंबु, पेय, मेघपुष्प, जीवन, आब
- दिन -वासर, वार, आहन
- दुर्गा -भवानी, कल्याणी, कामाक्षी, धात्री, अभया, शांभवी, महागौरी, वागीश्वरी, अजा
- विधुत - दामिनी, प्रभा, सौदामिनी
- अन्न- अनाज, गल्ला, नाज, दाना।
- अपराधी- गुनहगार, कसूरवार, मुलजिम।
भाग 2
[सम्पादन]- अंबुनिधि- समुंदर, सागर, सिंधु, जलधि, उदधि, जलेश।
- अंशु- रश्मि, किरन, किरण, मयूख, मरीचि।
- अंशुमान- सूरज, सूर्य, रवि, दिनकर, दिवाकर, प्रभाकर, भास्कर।
- अकड़बाज- ऐंठू, गर्वीला, घमंडी, अकड़ूखाँ, अहंकारी।
- अकिंचन- गरीब, निर्धन, दीनहीन, दरिद्र।
- अकृतज्ञ- अहसान- फ़रामोश, बेवफा, नमकहराम।
- अक्ल- प्रज्ञा, मेधा, मति, बुद्धि, विवेक।
- अखिलेश्वर- ईश्वर, परमात्मा, परमेश्वर, भगवान, खुदा।
- अगम- दुष्कर, कठिन, दुःसाध्य, अगम्य।
- अच्छा- बढ़िया, बेहतर, भला, चोखा, उत्तम।
- अजनबी- अनजान, अपरिचित, नावाकिफ।
- अजीब- अदभुत, अनोखा, विचित्र, विलक्षण।
- अटल- अविचल, अडिग, स्थिर, अचल।
- अड़ंगा- बाधा, रुकावट, विघ्न, व्यवधान।
- अतीत- भूतकाल, विगत, गत, भूत।
- अत्याचारी- जालिम, आततायी, नृशंस, बर्बर।
- अदालत- कचहरी, न्यायालय, दंडालय।
- अधीन- मातहत, आश्रित, पराश्रित, परवश, परतंत्र।
- अधीर- आतुर, धैर्यहीन, व्यग्र, बेकरार, उतावला।
- अध्ययन- पठन-पाठन, पढ़ना, पढ़ाई, पठन।
- अनपढ़- निरक्षर, अशिक्षित, अपढ़।
- अनमोल- अमूल्य, बहुमूल्य, बेशकीमती।
- अनाज- अन्न, गल्ला, नाज, खाद्यान्न।
- अनाड़ी- अकुशल, अनभिज्ञ, अपटु।
- अपवित्र- अशुद्ध, नापाक, अस्वच्छ, दूषित।
- अफवाह- गप्प, किंवदंती, जनश्रुति, जनप्रवाद।
- अभद्र- असभ्य, अविनीत, अकुलीन, अशिष्ट।
- अभिनंदन- स्वागत, सत्कार, आवभगत, अभिवादन।
- अमन- शांति, सुकून, सुख-चैन, अमन-चैन।
- अमर- चिरंजीवी, अनश्वर, अजर-अमर।
- अमीर- धनी, मालदार, रईस, दौलतमंद, धनवान।
- अर्चना- आराधना, पूजा, पूजन, अर्चन।
- अलि- भौंरा, मधुकर, भ्रमर, भृंग, मिलिंद, मधुप, अलिंद।
- अनाथ- तीम, लावारिस, बेसहारा, अनाश्रित।
- अनिवार्य- अत्यावश्यक, अपरिहार्य, अवश्यंभावी, परमावश्यक।
- अनुज- छोटा भाई, अनुभ्राता, अवरज, कनिष्ठ।
- अनुभवी- तजुर्बेकार, जानकार, अनुभवप्राप्त।
- अनुमति- इजाजत, सहमति, स्वीकृति, अनुमोदन।
- अनुरोध- विनय, विनती, आग्रह, प्रार्थना।
- अनूठा- अदभुत, अनोखा, विलक्षण, अपूर्व।
- असत्य- झूठ, मिथ्या, मृषा, अवास्तविक, काल्पनिक, बनावटी, जाली, कृत्रिम, कृतक खोटा, असत।
- असभ्य- गँवार, असंस्कृत, अशिष्ट, अभद्र, अविनीत, दुःशील, कुशील, अकुलीन, हीनाचार, असौम्य, अननुग्रही, उजड्ड।
- अहि- साँप, नाग, फणी, फणधर, सर्प।
- अंक- संख्या, नंबर, आँकड़ा, निशान, चिन्ह, छाप, गोद, अंकवार, आँक, दाग, धब्बा।
- अंकन- अनुरेखन, प्रत्यंकन, अनुरेखण, रेखानुरेखण, अक्स बनाना, खाका बनाना, लेखन।
- अँकाई- मूल्यांकन, अंदाजा, आँकने की क्रिया।
- अँकुर- अँखुआ, आँख, कोंपल, कलिका, नोक, प्ररोह, कनखा, भराव, उपरोपिका, किसलय, नवपल्लव।
- अंगज- बेटा, लड़का, सुत, सुवन, आत्मज, तनुज, तनय, नन्दन, लाल, पुत्र, रोम, केश, बाल।
- अंगजा- बेटी लड़की, सुता, आत्मजा, तनुजा, तनया, नंदिनी, दुहिता, पुत्री।
- अंगद- बाजूबंद, भुजबंध, बालिपुत्र, बालिकुमार, तारेय, बालितनय।
भाग 3
[सम्पादन]- पत्थर— पाषाण, प्रस्तर, पाहन
- पानी— जल, वारि, नीर, तोय, सलिल, अंबु, सर
- आकाश — व्योम, शून्य, गगन, अम्बर, आसमान, अंतरिक्ष, नभ, अभ्र, धौ, अनंत
- हवा — पवन, वायु, समीर, अनिल, वात, मरुत्, पवमान, बयार, प्रकंपन, समी
- साँप — सर्प, नाग, विषधर, व्याल, भुजंग, उरग, अहि पन्नग
- अतिथि- मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना।
- अमृत- सुरभोग सुधा, सोम, पीयूष, अमिय, जीवनोदक ।
- अग्नि- आग, ज्वाला, दहन, धनंजय, वैश्वानर, रोहिताश्व, वायुसखा, विभावसु, हुताशन, धूमकेतु, अनल, पावक, वहनि, कृशानु, वह्नि, शिखी।
- अनुपम- अपूर्व, अतुल, अनोखा, अनूठा, अद्वितीय, अदभुत, अनन्य।
- अर्थ- हय, तुरङ, वाजि, घोडा, घोटक।
- असुर-यातुधान, निशिचर, रजनीचर, दनुज, दैत्य, तमचर, राक्षस, निशाचर, दानव, रात्रिचर।
- अलंकार- आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर।
- अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान।
- अहंकारी- गर्वित, अकडू, मगरूर, अकड़बाज, गर्वीला, आत्माभिमानी, ठस्सेबाज, घमंडी।
- अतिथि- मेहमान, अभ्यागत, आगन्तुक, पाहूना।
- अर्थ- धन्, द्रव्य, मुद्रा, दौलत, वित्त, पैसा।
- अश्व- हय, तुरंग, घोड़ा, घोटक, हरि, तुरग, वाजि, सैन्धव।
- अंधकार- तम, तिमिर, तमिस्र, अँधेरा, तमस, अंधियारा।
- अंग- अंश, अवयव, हिस्सा, संघटक, घटक, उपादान, खंड, भाग, टुकड़ा, शरीर, तन, देह, गात, गात्र।
- अभिमान- अस्मिता, अहं, अहंकार, अहंभाव, अहम्मन्यता, आत्मश्लाघा, गर्व, घमंड, दर्प, दंभ, मद, मान, मिथ्याभिमान।
- अरण्य- जंगल, वन, कानन, अटवी, कान्तार, विपिन।
- अनी- कटक, दल, सेना, फौज, चमू, अनीकिनी।
- अनादर- अपमान, अवज्ञा, अवहेलना, अवमानना, परिभव, तिरस्कार।
- अंकुश- नियंत्रण, पाबंदी, रोक, अंकुसी, दबाव, गजांकुश,
- अंजाम- नतीजा, परिणाम, फल।
- अंत- समाप्ति, अवसान, इति, इतिश्री, समापन।
- अंतर- भिन्नता, असमानता, भेद, फर्क।
- अंतरिक्ष- खगोल, नभमंडल, गगनमंडल, आकाशमंडल।
- अंतर्धान- गायब, लुप्त, ओझल, अदृश्य।
- अंदर- भीतर, आंतरिक, अंदरूनी, अभ्यंतर।
- अंदाज- अंदाजा, अटकल, कयास, अनुमान।
- अंधा- सूरदास, आँधरा, नेत्रहीन, दृष्टिहीन।
- अंबर- आकाश, आसमान, गगन, फलक, नभ।
- अंबु- जल, पानी, नीर, क्षीर, सलिल, वारि।
- अंबुज- कमल, पंकज, नीरज, वारिज, जलज, सरोज, पदम।
- अंबुद- मेघ, बादल, घन, घनश्याम, अंबुधर, घटा।
- अँगना- कामिनी, वामा, सुंदरी, सुमुखी।
- अंगार- चिनगारी, अँगारा, दहकता हुआ कोयला, धुँआरहित कोयला।
- अंगिया- वक्ष-स्थल को ढँकने के लिए स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त अंतर्वस्त्र, बॉडिस, चोली, कुरती, कंचुकी।
- अंगी- मुख्य, प्रमुख, प्रभावकारी, रस प्रमुख भाव।
- अंगीकरण- स्वीकार, स्वीकारोक्ति आत्म-स्वीकृति, कबूल करना, अंगीकार, मंजूर।
- अंगीठी- प्रतप्त कोयलों का समूह रखने को एक पात्र, बोरसी, आतिशदान, सिगड़ी।
- अँगूठी- मुद्रा, मुँदरी, छल्ला, मुद्रिका, अंगुष्ठिका, अंगुलीमुद्रा, अंगुश्तरी।
- अंगूर- दाख, किशमिश, द्राक्षा।
- अँगोछा- गमछा, तौलिया, उपवस्त्र।
- अंग्रेज- फिरंगी, गोरा, आंग्लदेशी।
- अंचल- आँचल, पल्ला, पल्लू, छोर, सीमा प्रदेश (सीमांत) क्षेत्र, किनारा, तट।
- अंजन- सुरमा, काजल, आँजन, काजल।
- अंजुमन- संघ, सभामण्डली, सभायोजन, संगठन।
- अँटसँट- अंडबंड, अव्यवस्थित, अनावश्यक, अनुपयुक्त, ऊटपटांग।
भाग 4
[सम्पादन]- अंड- अंडा, डिंबा, अंडकोश, फोता।
- अंतःकरण- अंतर्मन, अंतरात्मा, हृदय, मन।
- अँतड़ी- आँत, अंतड़ी, अन्त्र।
- अंतःपुर- जनानखाना, रनिवास, हरमखाना, महल के भीतर स्त्रियों के रहने की जगह।
- अंतर्गत- शामिल, सम्मिलित, भीतर आया हुआ गुप्त।
- अंतर्दृष्टि- ज्ञानचक्षु, सूझ, आत्मचिन्तन।
- अंतर्द्वद्व- मानसिक संघर्ष, दुविधा।
- अंतर्धान- ओझल, गायब, लुप्त, अदृश्य।
- अंतर्हित- अदृश्य, छिपा हुआ, गायव, लुप्त, गुप्त, तिरोहित।