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व्याकरण भास्कर/वर्ण

विकिपुस्तक से

परिभाषा- वर्ण उस मूल ध्वनि को कहते हैं जिसके खंड या टुकड़े नहीं किया जा सके; जैसे अ,उ,क्,ख् आदि। परी शब्द में मुख्यतः दो ध्वनियां सुनाई पड़ती है। अगर हम देखे तो इनके भी दो-दो खंड किए जा सकते हैं। 'प' में 'प्' और 'अ' दो ध्वनियां हैं। इस तरह 'री' मे भी 'र्' और 'इ' दो ध्वनियां हैं। इन ध्वनियों को खंडित नहीं किया जा सकता अर्थात इन्हें अलग नहीं किया जा सकता अतः यह मूल ध्वनियां है। इन्हें वर्ण कहते हैं। वर्ण को अक्षर भी कहा जाता है।

वर्णों के भेद-वर्णों के दो भेद होते हैं

१ स्वर

२ व्यंजन