सदस्य:डॉ नीरज भारद्वाज
हिन्दी साहित्य का इतिहास सन् रचना और रचनाकार महत्वपूर्ण बिन्दू 1839 पहला भाग 1847 दूसरा भाग रचना- 'इस्तवार द ला लितरेत्यूर ऐन्दुई ऐ ऐन्दुस्तानी'
दूसरा नाम- हिंदवी और हिन्दुस्तानी साहित्य का इतिहास
रचनाकार- गार्सा द तासी इसमें वर्णानाक्रमानुसार हिन्दी-उर्दू के रचनाकारों का परिचय रहा। इसमें 738 कवियों-रचनाकारों का परिचय था। इसमें 72 हिन्दी के थे। तासी उर्दू के प्रोफ़ेसर थे। फ्रांस की राजधानी पेरिस में लिखा गया। यह फ्रैंच भाषा लिखा गाया है। 1848 रचना- तबकातुशुआस या तजकिरा-ई-शुअरा-ई- हिन्दी
रचनाकार- मौलवी करीमुद्दीन 1004 रचाकारों का परिचय 62 हिन्दी रचाकारों को स्थान दिया। रचाकारों के जन्म-मरण के साथ काव्य-संग्रहों के नाम देने का प्रयास किया गया। मौलवी ने चंद, खुसरो, कबीर, जायसी, तुलसी के कालक्रम का चिंतन किया। 1878 रचना- शिव सिंह सरोज
रचनाकार- शिव सिंह सेंगर इसमें 1003 कवियों का परिचय। 687 कवियों की तिथि दी गई है। इसकी रचना कालिदास हजारा पर हुई है। (कालिदास त्रिवेदी) 1889 रचना- द मॉर्डन वर्नाक्युलर लिटरेचर ऑफ हिंदुस्तान
रचनाकार- सर जार्ज अब्राहम ग्रियर्सन सरोज को आधार बनाया काल विभाजन का प्रथम प्रयास हुआ। 952 कवियों का परिचय रहा। इसे पहला सटीक हिन्दी साहित्य का इतिहास कहा जा सकता है। 1913 रचना- मिश्र बंधु विनोद
रचनाकार- श्याम बिहारी मिश्र, शुकदेव बिहारी मिश्र, गणेश बिहारी मिश्र (मिश्र बंधु) इसमें 4591 कवियों का समावेश है। काल विभाजन को नया रूप दिया गया। तीन भागों में हिन्दी साहित्य का इतिहास प्रकाशित हुआ। हिन्दी नवरत्न इन्हीं तीनों भागों का पूरक है। 1929 रचना- हिन्दी साहित्य का इतिहास
रचनाकार- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल यह मिश्र बंधु विनोद पर आधारित है। साहित्य का कालक्रमानुसार विभाजन। इसमें प्रत्येक कवि की रचना के उदाहरण प्रस्तुत किए गए। प्रत्येक देश का साहित्य वहाँ की जनता की चित्तवृत्ति का संचित प्रतिबिंब होता है।
1930 रचना- हिन्दी भाषा और इतिहास
रचनाकार- डॉ. श्याम सुंदर दास 1930 रचना- हिन्दी साहित्य का विवेचनात्मक इतिहास
रचनाकार- डॉ. सूर्यकान्त शास्त्री 1930 रचना- हिन्दी भाषा और उसके साहित्य का विकास
रचनाकार- अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध 1931 रचना- हिन्दी साहित्य का इतिहास
रचनाकार- डॉ रमाशंकर शुक्ल रसाल 1938 रचना- हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास
रचनाकार- डॉ. रामकुमार वर्मा 1973 रचना- हिन्दी साहित्य का इतिहास
संपादक- डॉ. नगेन्द्र डॉ. नगेन्द्र दिल्ली विवि में हिन्दी विभागाध्यक्ष रहे।