समसामयिकी 2020/संक्षिप्त सुर्खियाँ
1 अप्रैल, 2020 को ‘ऑल इंग्लैंड क्लब; (All England Club) ने COVID-19 महामारी के कारण विंबलडन टूर्नामेंट-2020 (Wimbledon Tournament-2020) को रद्द कर दिया। इसका आयोजन 29 जून से 12 जुलाई 2020 तक लंदन के ऑल इंग्लैंड क्लब में किया जाना था।
चैंपियनशिप विंबलडन (Championships Wimbledon) जिसे आमतौर पर विंबलडन या द चैंपियनशिप (The Championships) के रूप में जाना जाता है, विश्व का सबसे पुराना ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट है।
- प्रथम विश्व युद्ध (1915-18) और द्वितीय विश्व युद्ध (1940-45) के दौरान की अवधि को छोड़कर वर्ष 1877 से प्रत्येक वर्ष इस टूर्नामेंट का आयोजन लंदन के विंबलडन में स्थित ऑल इंग्लैंड क्लब में किया जाता है।
विंबलडन टूर्नामेंट का अगला संस्करण 28 जून से 11 जुलाई, 2021 के मध्य आयोजित किया जाएगा। COVID-19 महामारी के कारण पहले ही टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) को एक वर्ष आगे बढ़ा दिया गया है जबकि ‘नेशनल कॉलेजिएट एथलेटिक एसोसिएशन’ (National Collegiate Athletic Association-NCAA) ने पुरुषों एवं महिलाओं के बास्केटबॉल टूर्नामेंट-2020 को भी रद्द कर दिया है। :NCAA एक गैर-लाभकारी संगठन है जो 1268 उत्तरी अमेरिकी संस्थानों एवं सम्मेलनों के द्वारा छात्र एथलीटों की मदद करता है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कनाडा में कई कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के एथलेटिक कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है। इस संगठन का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के इंडियानापोलिस (Indianapolis) में है।
ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड ने भारतीय सेना को पहली अपग्रेडेड आर्टिलरी गन शारंग (155एमएम/45 कैलिबर) सौंपी
[सम्पादन]- 130 एमएम वाली एम-46 आर्टिलरी गन को अपग्रेड करके 155 एमएम तक किया गया।
- अपग्रेड होने के बाद इस आर्टिलरी गन की रेंज 27 किलोमीटर से बढ़कर 36 किलोमीटर हो गई।
- अनुबंध के तौर पर ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड अगले चार वर्षों में 130 एमएम वाली 300 आर्टिलरी गनों को 155 एमएम तक अपग्रेड करेगा।
- भारत ने 130 एमएम आर्टिलरी गन को रूस से आयात किया था।इस आर्टिलरी गन में 130 एमएम बैरल लगी थी।इस आर्टिलरी गन की मारक क्षमता 27 किलोमीटर थी।
काकीनाडा पोर्ट आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में स्थित
[सम्पादन]- काकीनाडा पोर्ट,विशाखापत्तनम पोर्ट के दक्षिण में 170 किमी. की दूरी पर स्थित है।
- काकीनाडा पोर्ट पूर्व और पश्चिम गोदावरी ज़िलों,कृष्णा,गुंटूर और पूरे तेलंगाना क्षेत्र को सुविधा प्रदान करता है।
- इस क्षेत्र से आयात-निर्यात किये जाने वाले उत्पादों में कृषि उत्पाद,खनिज,कोयला और उर्वरक शामिल हैं।
- यह नवंबर 1997 में आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किया गया था किंतु वर्ष 1999 में इसका निजीकरण कर दिया गया।
पूर्वोत्तर भारत को बांग्लादेश से जोड़ने वाली रेल लाइन वर्ष 2021 तक बन कर तैयार होगी
[सम्पादन]भारतीय क्षेत्र में 5.46 किलोमीटर रेल ट्रैक बिछाने की लागत का वहन पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय द्वारा जबकि बांग्लादेशी क्षेत्र में 10.6 किलोमीटर ट्रैक बिछाने की लागत विदेश मंत्रालय द्वारा वहन की जा रही है। त्रिपुरा राज्य के अगरतला और बांग्लादेश के अखौरा के बीच यह रेल लाइन पूर्वोत्तर क्षेत्र से बांग्लादेश तक चलने वाली पहली ट्रेन का मार्ग प्रशस्त करेगी। यह रेल लिंक बांग्लादेश के गंगासागर को भारत के निश्चिन्तपुर और वहाँ से अगरतला को जोड़ेगा।
12 साल की छात्रा काम्या कार्तिकेयन माउंट एकांकागुआ पर चढ़ने वाली विश्व में सबसे कम उम्र की लड़की बनी
[सम्पादन]- माउंट एकांकागुआ दक्षिण अमेरिका की एंडीज़ पर्वतमाला की सबसे ऊँची चोटी है।यह एक मृत ज्वालामुखी पर्वत है।
- माउंट एकांकागुआ की ऊँचाई 6962 मीटर है जबकि 8,850 मीटर की ऊँचाई के साथ माउंट एवरेस्ट विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटी है।
- यह एशिया के बाहर विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत भी है तथा दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना में स्थित है।
- एंडीज़ पर्वतमाला:-एक नवीन मोड़दार तथा विश्व की सबसे लंबी पर्वतमाला(7200 किमी.)है।
- इसका विस्तार दक्षिण अमेरिका के सात देशों (वेनेजुएला,कोलंबिया,इक्वाडोर,पेरू,बोलीविया,चिली, अर्जेंटीना) में है।
ग्रांड इथियोपियन रेनेसां डैम
[सम्पादन]- अफ्रीकी देश इथियोपिया विश्व के सबसे बड़े बाँधों में से एक ग्रांड इथियोपियन रेनेसां डैम का निर्माण कर रहा है जो सूडान सीमा के पास नील नदी पर है।
- यह अफ्रीका की सबसे बड़ी बाँध परियोजना है और इसका नील नदी पर स्थायी प्रभाव पड़ेगा।
- इथियोपिया के तराई क्षेत्रों में नील नदी (अफ्रीका में उत्तर की ओर बहने वाली नदी) पर पनबिजली बाँध बनाया जा रहा है।
- संकट: नील नदी अत्यधिक प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और मिस्र की बढ़ती आबादी के कारण गंभीर खतरे का सामना कर रही है।
- मिस्र पृथ्वी पर सबसे शुष्क देशों में से एक है जिसकी 95% आबादी नील नदी के डेल्टा क्षेत्र में निवास करती है।
- यह देश अपनी जल आपूर्ति के लिये लगभग पूरी तरह से नील नदी पर निर्भर है और इस बाँध के निर्माण से मिस्र की जल आपूर्ति में 12-25% की कमी आएगी।
सूर्य के ध्रुवों के संबंध में अध्ययन के लिये नासा और ESA ने 9 फरवरी, 2020 को सोलर ऑर्बिटर प्रोब मिशन लॉन्च किया
[सम्पादन]- इसे फ्लोरिडा के केप कैनेवरल स्पेस सेंटरसे लॉन्च किया गया।
- मिशन का उद्देश्य:- सूर्य की सतह पर लगातार उड़ने वाले आवेशित कणों,सौर हवा, सूर्य के अंदर के चुंबकीय क्षेत्र का अध्ययन करना है।
- सौर हवा (Solar Wind):-सौर हवा आवेशित कणों का मिश्रण है जो हमारे सौरमंडल के माध्यम से ध्रुवों और बीम पर अत्यधिक केंद्रित है।
- यह पृथ्वी पर उपग्रहों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को प्रभावित करती है।
- यह ऑर्बिटर सूर्य के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव की तस्वीरों को पृथ्वी पर भेजेगा।
- पृथ्वी और शुक्र से गुरुत्वाकर्षण प्रभाव का उपयोग करके या सूर्य और पृथ्वी के बीच की 95% दूरी का उपयोग करके यह ऑर्बिटर सूर्य के ध्रुवों की जाँच करेगा।
ब्राज़ील की एक झील में खोजे गए वायरस,को यारावायरस (Yaravirus) नाम दिया गया
[सम्पादन]- इस वायरस का नामकरण एक पज़लिंग ओरिजिन एंड फिलोजेनी (Puzzling Origin And Phylogeny) के साथ अमीबा वायरस का एक नई वंशावली के रुप में किया गया है।
- इसे यारावायरस नाम ब्राज़ील की देशज जनजाति टूपी-गुआरानी (Tupi-Guarani) की पौराणिक कहानियों में ‘मदर आफ वाटर्स’ (Mother Of Waters) जिसे ‘यारा’ (Yara) कहा जाता है, की याद में दिया गया है।
- यारावायरस के छोटे आकार के कारण यह अन्य वायरस से अलग है। यह अमीबा (Amoeba) को संक्रमित करता है और इसमें ऐसे जीन होते हैं जिनका उल्लेख पहले नहीं किया गया है।
- यारावायरस के जीनोम का 90% से अधिक हिस्से को पहले नहीं देखा गया,शोधकर्त्ताओं ने आनुवंशिक विश्लेषण के लिये मानक प्रोटोकॉल का उपयोग करने तथा किसी भी ‘क्लासिकल वायरल जीन्स’ को खोजने में असमर्थ होने के बाद इसके बारे में बताया।
- शोधकर्त्ताओं का कहना है कि अमीबा को प्रभावित करने वाले अन्य विषाणुओं में कुछ समानताएँ हैं जो यारावायरस में नहीं हैं। यह वायरस मानव कोशिकाओं को संक्रमित नहीं करता है।
बिम्सटेक आपदा प्रबंधन अभ्यास
[सम्पादन]- राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन आपदा प्रबंधन अभ्यास के दूसरे संस्करण की मेजबानी ओडिशा में करेगा।
- थीम: इस अभ्यास की थीम ‘एक सांस्कृतिक विरासत स्थल जो भूकंप और बाढ़ या तूफान से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त है’ है।
- उद्देश्य: इस अभ्यास का उद्देश्य मुख्य प्राकृतिक आपदा के दौरान अधिसूचना,तैयारी एवं त्वरित प्रतिक्रियाओं के लिये मौजूदा आपातकालीन प्रक्रियाओं का परीक्षण करना है।
- इस अभ्यास में बिम्सटेक के सदस्य देशों में भारत,बांग्लादेश,श्रीलंका,म्याँमार और नेपाल भाग ले रहे हैं जबकि अन्य दो सदस्य देश भूटान तथा थाईलैंड अभ्यास में भाग नहीं ले रहे हैं।
थानाटोथेरिस्तेस(THANATOTHERISTES)
[सम्पादन]- वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि कनाडा के अल्बर्टा (Alberta) में वर्ष 2010 में पाया गया डायनासोर का एक जीवाश्म इसकी नई प्रजाति टायरानोसोर (Tyrannosaur) की है।
- वैज्ञानिकों ने इसे थानाटोथेरिस्तेस (THANATOTHERISTES) अर्थात् ‘रीपर ऑफ डेथ’ नाम दिया है।
- टायरानोसोर बड़े मांसाहारी डायनासोरों में से एक थे जिनकी खोपड़ी बड़ी एवं ऊँची थी। इनमें प्रमुख रूप से टायरानोसोरस रेक्स (Tyrannosaurus Rex) प्रसिद्ध थे।
- शोधकर्त्ताओं ने उत्तरी अमेरिका के सुदूर उत्तर में टायरानोसोर का जीवाश्म पाया है जो 79 मिलियन वर्ष पुराना है। इसी जीवाश्म के आधार पर कनाडा के अल्बर्टा (Alberta) में वर्ष 2010 में पाए गए डायनासोर के जीवाश्म के बारे में पता लगाया गया।
- टायरानोसोर के जीवाश्म से क्रिटेशियस युग (Cretaceous Period) को समझने में आसानी होगी क्योंकि इसी काल में टायरानोसोरस पृथ्वी पर घूमते थे।
- क्रेटेशियस एक भूवैज्ञानिक अवधि है जो लगभग 145-66 मिलियन वर्ष पहले तक थी। यह मेसोज़ोइक युग की तीसरी और अंतिम अवधि है।