सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा सहायिका/कला,साहित्य,संस्कृति और जनजाति

विकिपुस्तक से
  • मामल्लपुरम जिसे महाबलीपुरम या सप्त पैगोडा भी कहा जाता है,जो चेन्नई से 60 किमी. दूर दक्षिण में बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट पर स्थित है।

इस शहर के धार्मिक केंद्रों की स्थापना 7वीं शताब्दी के हिंदू पल्लव राजा नरसिंहवर्मन द्वारा की गई थी जिन्हें मामल्ला के नाम से भी जाना जाता था, इनके नाम पर ही इस शहर का नाम रखा गया था। यहाँ पर 7वीं-8वीं शताब्दी के पल्लव मंदिर और स्मारक हैं जिनमें मूर्तिकला, गुफा मंदिरों की एक श्रृंखला तथा समुद्र तट पर एक शिव मंदिर भी शामिल है। शहर के स्मारकों में पाँच रथ, एकाश्म मंदिर, सात मंदिरों के अवशेष हैं, इसी कारण इस शहर को सप्त पैगोडा के रूप में जाना जाता था। उल्लेखनीय है कि पूरी विधानसभा को सामूहिक रूप से वर्ष 1984 में यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में शामिल किया गया था।

  • ताजमहल, लाल किला परिसर तथा भारत के पर्वतीय रेलवे को यूनेस्को के नेटवर्क में भारत के सांस्कृतिक स्थलों के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जबकि पश्चिमी घाट एक प्राकृतिक विश्व धरोहर स्थल है।

भारत के कुछ प्रमुख मंदिर हैं: गुजरात में स्थित मोढ़ेरा सूर्य मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था। ओडिशा में स्थित कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में पूर्वी गंग वंश के शासक राजा नरसिंह देव प्रथम ने कराया था। यह भगवान सूर्य के ‘रथ’ का एक विशाल प्रतिरूप है। ब्रह्मण्य देव मंदिर, ऊना (मध्य प्रदेश)। कुंभकोणम (तमिलनाडु) में सूर्यनार कोविल मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में द्रविड़ शैली में हुआ था। इसमें आठ खगोलीय पिंडों के मंदिर भी हैं, जिन्हें 'नवग्रह' कहा जाता है। इसमें भव्य पंच-स्तरीय गोपुरम भी है। अरासवल्ली (आंध्र प्रदेश) में स्थित सूर्यनारायण स्वामी मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में एक कलिंग राजा द्वारा कराया गया था। कमल के फूल युक्त यह मूर्ति ग्रेनाइट से बनी है। माना जाता है कि बोधगया (बिहार) के दक्षिणार्क मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी ईस्वी में वारंगल के राजा प्रतापरूद्र द्वारा करवाया गया था। मुख्य मूर्ति ग्रेनाइट से निर्मित हैं जो कि कमरधनी, जूते और जैकेट जैसे फारसी परिधानों से सज्जित है। इसके पास में सूर्य कुंड (जलाशय) है। 11वीं शताब्दी में घुमली (गुजरात) में सोलंकी और मारू-गुर्जर शैली में नवलखा मंदिर का निर्माण किया गया था। सूर्य पहाड़ मंदिर, गोलपारा (असम)। मार्तंड सूर्य मंदिर, कश्मीर।

  • दर्द आर्यन जनजाति 'शुद्ध आर्यन जाति' के मूल वंशज हैं।इनको उनके उदारवादी रीति-रिवाजों और अलंकृत परिधानों के लिये जाना जाता है। कई शोधकर्त्ताओं का मानना है कि 'लद्दाख के आर्य' या 'ब्रोकपास' सिकंदर की सेना का एक हिस्सा थे और लगभग 2,000 साल पहले इस क्षेत्र में आए थे।
  • अंकोरवाट मंदिर कंबोडिया के अंकोर शहर में स्थित है। यह विश्व के बड़े धार्मिक स्थलों में से एक है एवं यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व विरासत स्थलों में से एक है।

भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर खमेर सम्राज्य द्वारा बनाया गया था, जो 12वीं शताब्दी आते-आते एक बौद्ध मंदिर में परिवर्तित हो गया।

  • सिंधु घाटी सभ्यता हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी प्रसिद्ध है।

लगभग 2,500 ईसा पूर्व में यह समकालीन पाकिस्तान और पश्चिमी भारत में विकसित हुई। सिंधु घाटी सभ्यता चार प्राचीन शहरी सभ्यताओं यथा; मिस्र, मेसोपोटामिया, भारत और चीन की में सबसे बड़ी थी। वर्ष 1920 के दशक में भारतीय पुरातत्त्व विभाग ने सिंधु घाटी में खुदाई की जिसमें दो पुराने शहरों मोहनजोदाड़ो और हड़प्पा के खंडहर का पता चला।

दुनियाभर में कितने विश्व धरोहर स्थल? दुनियाभर में कुल 1052 विश्व धरोहर स्थल हैं। इनमें से 814 सांस्कृतिक, 203 प्राकृतिक और 35 मिश्रित हैं।

भारत में कितने विश्व धरोहर स्थल? भारत में फिलहाल 27 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित सहित कुल 35 विश्व धरोहर स्थल हैं।

सांस्कृतिक धरोहर स्थल आगरा का किला (1983) अजंता की गुफाएँ (1983) नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय), बिहार (2016) सांची बौद्ध स्मारक (1989) चंपानेर-पावागढ़ पुरातात्त्विक पार्क (2004) छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पूर्व में विक्टोरिया टर्मिनस) (2004) गोवा के चर्च और कॉन्वेंट्स (1986) एलिफेंटा की गुफाएँ (1987) एलोरा की गुफाएँ (1983) फतेहपुर सीकरी (1986) ग्रेट लिविंग चोल मंदिर (1987) हम्पी में स्मारकों का समूह (1986) महाबलिपुरम में स्मारक समूह (1984) पट्टडकल में स्मारक समूह (1987) राजस्थान में पहाड़ी किला (2013) हुमायूँ का मकबरा, दिल्ली (1993) खजुराहो में स्मारकों का समूह (1986) बोध गया में महाबोधि मंदिर परिसर (2002) माउंटेन रेलवे ऑफ इंडिया (1999) कुतुब मीनार और इसके स्मारक, दिल्ली (1993) रानी-की-वाव पाटन, गुजरात (2014) लाल किला परिसर (2007) भीमबेटका के रॉक शेल्टर (2003) सूर्य मंदिर, कोर्णाक (1984) ताज महल (1983) ला कॉर्ब्युएर का वास्तुकला कार्य (2016) जंतर मंतर, जयपुर (2010)

प्राकृतिक धरोहर स्थल हिमालयी राष्ट्रीय उद्यान संरक्षण क्षेत्र (2014) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (1985) केवलादेव नेशनल पार्क (1985) मानस वन्यजीव अभयारण्य (1985) नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (1988) सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान (1987) पश्चिमी घाट (2012)

मिश्रित कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान (2016)