सिविल सेवा मुख्य परीक्षा विषयवार अध्ययन/नीति शास्त्र तथा मानवीय सहसंबंध

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वाणी का महत्व[सम्पादन]

गीता में तीन प्रकार के तपों की चर्चा है।इनमें शारीरिक ताप मानसिक तप तथा वाचिक तप शामिल हैं। वाचिक तप का आशय वाणी के प्रवाह से है इसके संबंध में कहा गया है कि उद्वेग उत्पन्न ना करने वाले वाक्य हित कारक तथा सत्य पर आधारित वचन एवं स्वाध्याय वाचिक तप हैं।