हिंदी भाषा और संप्रेषण/व्यावसायिक संप्रेषण का महत्व
व्यावसायिक संप्रेषण वर्तमान समय में व्यावसायिक प्रतिष्टानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है। इसके महत्व को निम्न बिंदुओं के सहारे समझ सकते हैं:
१. समन्वय सूत्र- संप्रेषण किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान में समन्वय का माध्यम होता है। इसके जरिए ही प्रबंधक एवं कर्मचारियों के बीच समन्वय स्थापित होता है। प्रायः मैनेजर अपने कर्मचारियों से कंपनी के लक्ष्य, काम करने के तरीके, पारस्परिक संबंध आदि की जानकारी व्यावसायिक संप्रेषण के द्वारा ही देता है। इसके द्वारा वह अपने भावी योजनाओं की सूचना देता है एवं वर्तमान समस्याओं पर चर्चा करता है।
२. सुचारू कार्य- संप्रेषण उद्यमों में कार्य के सहज एवं सुचारू संपादन में भी सहायक होता है। संप्रेषण के द्वारा ही विभिन्न विभागों के कर्मचारी एवं प्रबंधक कार्य को सुचारू रूप से संपादित करते हैं। मैनेजर मानव एवं अन्य भौतिक संसादनों की व्यवस्था को भी संप्रेषण द्वारा ही ठीक बनाए रखने का प्रयास करता है।
३. निर्ण का आधार- संप्रेषण के द्वारा ही व्यवसायिक प्रतिषठानों में निर्णय तक पहुँचा जाता है। निर्णय लेने के लिए सूचनाओं की आवश्यकता होती है। यह सूचनाएं विबिन्न विभागों तथा कर्मचारियों के बीच संप्रेषण के माध्यम से प्रबंधकों को प्राप्त होता है। स्वामित्व समिति या प्रबंधकों के द्वारा लिए गए निर्णय को कार्यान्वित करने के लिए भी संप्रेषण की आवश्यकता होती है।
४. प्रबंधकीय दक्षता में सहायक- प्रबंधक कर्मचारियों को आगामी लक्ष्यों की जानकारी देने के लिए, कार्य निर्देश जारी करने के लिए, सूचना देने के लिए या कार्य विभाजन करने के लिए संप्रेषण का ही प्रयोग करता है। कर्मचारियों के साथ होने वाले संप्रेषण से वह अपने कार्य का प्रभावी ढंग से निष्पादन कर पाता है।
५. सहयोग और शांति के संवर्धन में सहायक- निरंतर होने वाले दो तरफी संप्रेषण किसी व्यवसायिक प्रतिष्ठान में मैनेजर तथा विभिन्न विभागों एवं कर्मचारियों के बीच पारस्परिक सहयोग की संभावना को बढ़ा देते हैं। सहयोग में वृद्धि होने से कार्य सुचारू रूप से निष्पादित होता है तथा संघर्ष की स्थिति समाप्त या कम हो जाती है। इससे कार्यस्थल पर शांती एवं सुकून का वातावरण बनता है।
६. मनोबल प्रदान करने वाला- संप्रेषण कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने वाला होता है। अच्छा संप्रेषण उन्हें कार्यस्थल के परिवेश एवं कार्य की प्रकृति के समझने में सहायक होता है। यह मुस्किलों में समाधान पाने में भी सहायक होता है। संप्रेषण द्वारा प्रबंधक या स्वामी कर्मचारियों को प्रभावित एवं उत्साहित कर सकता है। यह उन्हें कर्मचारियों की शिकायतें जानने तथा उन्हें दूर करने का बी माध्यम उपलब्ध कराता है।