हिंदी व्याकरण/संज्ञा
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संज्ञाकिसी वस्तु, प्राणी, स्थान तथा भाव के नाम को कहते हैं। कम शब्दों में कहें तो किसी भी नाम को संज्ञा कहते हैं।
- उदाहरण :
पेड़, लडका, श्याम, बाडमेर, नदी, सुनील इत्यादि।
प्रकार
[सम्पादन]व्यक्तिवाचक संज्ञा
[सम्पादन]किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध कराने वाले शब्दों को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- उदाहरण
- जितेन्द्र सियोल बाहर खेल रहा है।
- अनिल हंस रहा है।
- मेरे अध्यापक का नाम रामफल है ।
- मैं बाड़मेर में रहता हूं ।
गहरे रंग में दिया गया शब्द संज्ञा है। इसके स्थान पर वह, यह, वहाँ, आदि आने पर उसे संज्ञा नहीं, सर्वनाम कहते हैं।
जातिवाचक संज्ञा
[सम्पादन]शब्द के जिस रुप से किसी प्राणी, वस्तु अथवा स्थान की पूरी जाति का बोध होता है, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
- उदाहरण
- पक्षी दाना चुग रहे हैं।
- चूहे सर्वाहारी होते हैं।
- मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।
भाववाचक संज्ञा
[सम्पादन]वे शब्द जो किसी वस्तु या व्यक्ति के भाव, दशा, अवस्था, गुण, दोष आदि का बोध करवाते हैं उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण
- अनिल शरारती बच्चा है।
- यह गाय सफेद है।
- मोहनलाल अमीर है।
समूहवाचक संज्ञा
[सम्पादन]१.४ जो संज्ञा किसी वस्तु या फिर व्यक्ति के समूह का बोध करे समूहवाचक संज्ञा (Noun) कहलाती है।
उदाहरण
- उसकी कक्षा में ५० विद्यार्थी हैं।
- मेरे पास 10 खिलोनें हैं।
- उसके घर 12 डिब्बे हैं।
- मेरे पास एक पंखा है।