हिंदी सिनेमा 2024/मैरी क्रिसमस
फिल्म मेरी क्रिसमस का रिव्यु -
कहानी की शुरुआत फिल्म के ट्रेलर की तरह दो मिक्सर ग्राइडर से होती है. मुख्यतः दो किरदारों से बनी फिल्म जिसमें विजय सेतुपति जिन्होंने एल्बर्ट की भूमिका एवं कैटरीना कैए जिन्होंने मारिया की भूमिका निभाई| इस फिल्म को डायरेक्ट किया है श्रीराम राघवन जी ने ये फिल्म इस बात का अच्छा उदाहरण है कि अच्छी राइटिंग क्या होती है| पिक्चर धीरे- धीरे परत-दर-परत खुलती हुई आगे बढ़ती है. स्क्रीनप्ले आपको अपने साथ जोड़े रखता है| पिक्चर में चीजे होती है और आप उन्हें देखकर उनके बारे में सोचते हैं| फिल्म में मुष्पः किरदार के अलावा कई सपोर्टिंग किरडार है। फिल्म का जो मुष्प विन्दु कुछ इस प्रकार है- एक राट, हो अप्सनी एक मर्डर और उसके चारों और फैला सस्पेंस, ये एक राह मिलते है और जैसे-जैसे राह आगे बप्ती हो अजनबी है, वैसा -वैसा उनके बीच का रोमांस और इस कहानी का सस्पेंस गहरा होता जाता है| एल्बर्ट सालों बाड बंबई शहर वापस आया है| उसका कहना है कि वो आर्किटेन्ट है और है और उसकी माँ और दुबई में रह रहा था| बंबई में उसका घट गुजर गयी है| क्रिसमस ईव का मौका है तो वो घर में बैठने के बजाए बाहर घूमने का फैसला करता है| एल्बर्ट की मुलाकात मारिया और उसकी बेटी एनी से इसके बाद ही जाते नै अलग ही नहीं है, मारिया उसे अपने हो पाते है कहीं ना घर होती है कही वो मिल ले जाती है| दोन मनाते है, अपनी जिंदगी के बारे में एक-दूसरे दोनो किसमज को बताते हैं। इसके कुछ घंटो के बाद एल्बर्ट खुड को एक मंडेंट मिस्ट्री में उलझा पाता है| मारिया अपनी शाडीशुडा जिंग्गी में नाखुश है. अपनी बेटी का ना बोल पाना उसके लिए और भी दुखी करता था अपने पर्तिका गोली मारकर वो हत्या कर देती है क्योंकि वो नशा करके उसे मारता था, इसको दूसरे के मत्ये पर करने के लिए में एक मरि मिन्त्री प्लान सोचती है और एक जैसे हो कमरी को तैपाट करती है एक में लाश को रखती है जब भी वो चर्च से आहे तो वो लाश डिप्वाई देती एल्बर्ट देखकर चौकना हो जाता है तथा मारिया उसे वहीं से जाने को बोलकर चर्च चली जाती है जहीं पर उसकी मुलाकात एक ऐसे ससान से मिलती हो जो उसकी ओर आकर्षित होता है वो उसको अपने घर ने आती है और लाश देखकर दोनो घर में भागने लगते है पुलिस को बुलाया जाता है। पूरी छानबीन होने के बाड एन्तर्त को यह समझ जाता है, की मारिया फंस रही है तो वह अपना एक गिफ्ट वहाँ मारिया के घर रखकर आ जाता है तथा आखिर में मर्डर का इल्ज़ाम अपने ऊपर ले लेता है. इसी बीच जो गिफ्ट था उसको खोला जाता है जिसमें एक रिंग निकलती है, वो उसे मारिया को पहना देते है तथा इसी बीच एनी की आवाज भी बाहर आ जाती है वो गाना गा सकती थी, जिस प्रकार एन्वर्ट अपने फैमली को पूरा करता है।
फिल्म क्यो देखे :-
कुल मिलाकर, एक लीक से हटकर थ्रिलर मजा लेना हो तो यह फिल्म देख सकते है- फिल्म की अच्छी बाते - अनसुलसी पहेली की तरह इस फिल्म की कहानी को इस तरह दिखाया गया है, कि जन् हम अपने पंसडीडा के लिए उसका दुष भी अपना लेते है, विजय सेतुपति और कैटरीना की जोड़ी बहुत पुनिक तथा आकर्षित थी।
फिल्म की IMDB रेटिंग - 8-8/10
बाम्स ऑफिस कलेक्शन:-16 करोड़
बजट :- 60 करोड़ Certificate - UA
फिल्म निर्देशक - श्रीराम राघवन, फिल्म शैली-ड्रामा, थ्रिलर