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हिंदी सिनेमा 2024/हनुमान

विकिपुस्तक से

Varun Pratap Singh Rollno. 446 D Paper - Hindi Cinema or Uska Adhyayan Course - BA Prog. (History+Political science)

Hanuman movie

पिछले साल रामकथा के फिल्मी संस्करण ‘आदिपुरुष’ देखकर मायूस हुए रामभक्तों के लिए इस साल के पहले महीने में ही रिलीज हुई है फिल्म ‘हनुमान’। ‘आदिपुरुष’ के 600 करोड़ रुपये के बजट के मुकाबले इसका पांच फीसदी बजट भी नहीं है ‘हनुमान’ का। लेकिन, कम्प्यूटर ग्राफिक्स, स्पेशल इफेक्ट्स, कहानी, संवादों और संगीत में ये फिल्म उससे कहीं बेहतर है। ये कहानी है हनुमान की जन्मस्थली अंजनाद्रि की, जहां इंद्र के वज्र के प्रहार से हनुमान की ठुड्डी से गिरी रक्त की एक बूंद नदी की तलहटी में खुली सीप के भीतर जाकर रुद्रमणि बन चुकी है। ये रुद्रमणि जब अंजनाद्रि गांव के एक टप्पेबाज छोकरे को मिलती है तो क्या कुछ गुल खिलते हैं, इसी की कहानी है फिल्म ‘हनुमान’। युवा निर्देशक प्रशांत वर्मा ने इस फिल्म में इसकी सीक्वल ‘जय हनुमान’ की भी एलान किया है, जो अगले साल रिलीज होगी। कथा रुद्रमणि के प्रताप कीफिल्म ‘हनुमान’ शुरू होती है बैंक डकैती की एक वारदात से, जिसे रोकने के लिए काले कपड़ों वाला एक सुपरमैन माइकल प्रकट होता है। उसने तकनीक के सहारे शक्तियां पाई हैं। उसका जोड़ीदार सिरी उसे सुपरमैन एम बनाने में मदद कर रहा है। और, कहीं दूर एक गांव में एक लड़का अपनी गुलेल से पेड़ों पर उछलकूद करते बंदर से कंपटीशन कर रहा है। घर उसकी बड़ी बहन चला रही है जो हर शादी से इसलिए इंकार करती रहती है क्योंकि उसे अपने भाई की बहुत फिक्र है। भाई उसका हथलपका है। बचपन से वह जिसे प्रेम करता आया है, वह युवती डॉक्टरी की पढ़ाई करके गांव लौटी है और अपने इस प्रेमी से अनजान है। एक घनघोर रात को अपनी इस प्रेमिका को डकैतों से बचाने के प्रयास में जब वह मरणासन्न हालत में नदी में फेंका जाता है तो तलहटी में उसे मिलती है रुद्रमणि। रुद्रमणि की रक्षा त्रेता युग से विभीषण करते आए हैं। इस मणि में देवों और असुरों के भीषण संग्राम की गाथा है और इसे पाने के लिए माइकल हर जतन करता है। कहानी एक ऐसे रोचक मोड़ पर आकर थमती है, जहां भविष्य के अनिष्ट की आशंकाएं इसकी सीक्वल का आधार बनाती हैं। प्रशांत वर्मा के प्रताप का बेहतरीन नमूनाफिल्म ‘हनुमान’ को प्रशांत वर्मा ने एक ऐसी सुपरहीरो फिल्म के रूप में बनाया है जिसे पूरा परिवार बच्चों के साथ देख सके। फिल्म के हिंदी संवाद भी रुचिकर हैं, खासतौर से हनुमंत और कासी के बीच होने वाले मजाकिया संवाद। प्रशांत वर्मा ने पूरी फिल्म में किरदारों के रंग रूप उनके चरित्र के हिसाब से ही रखे हैं। हनुमंत का किरदार बहुत ही बेखबर किस्म के युवा का है जिसे जिंदगी से ज्यादा कुछ पड़ी नहीं है। उसका प्रेम बहुत ही निश्छल है। और, प्रेमिका उसकी बहुत खूबसूरत तो है लेकिन वह सामाजिक कार्यों के लिए भी उतनी ही उत्सुक रहती है। हनुमंत की बहन का शरीर सौष्ठव उसे अपने भाई की रक्षा करने वाले दृश्य में उसकी मजबूती बनकर सामने आता है। प्रशांत वर्मा की ये निर्देशकीय दृष्टि ही फिल्म ‘हनुमान’ को एक मनोरंजक फिल्म बनाती है। तेजा सज्जा और अमृता के अनूठे अंदाजहनुमंत के किरदार में तेजा सज्जा ने फिल्म में बहुत ही अच्छा काम किया है। बचपन से गुलेल का शौकीन हनुमंत अपने इस हुनर को जिस तरह से प्रयोग में लाता है, उसे कहानी में तो अच्छे से बुना ही गया है, तेजा सज्जा ने इस गुलेल को अपने किरदार का हिस्सा बनाने में भी बहुत सहज प्रयास किए हैं। उनके हाव भाव खासतौर से प्रशंसनीय हैं। प्रेम के दृश्यों में उनकी सरलता और एक्शन दृश्यों में भावों की विकटता लाने में वह पूरी तरह से सफल रहे हैं। अमृता अय्यर ने भी अपने किरदार मीनाक्षी को अच्छे से निभाया है। माइकल के रूप में विनय राय, सिरी के किरदार में वेन्नेला किशोर और अंजम्मा के किरदार में वरलक्ष्मी शरतकुमार ने पूरा ताना बाना रचने में खूब मदद की है। लेकिन, फिल्म में दो उल्लेखनीय किरदार साउथ सिनेमा के दो मशहूर कॉमेडियन सत्या और बोडुपल्ली श्रीनु उर्फ गेटअप श्रीनु ने निभाए हैं। दोनों का अभिनय फिल्म में हास्य के कुछ बेहद दिलचस्प दृश्य रचते हैं।तकनीकी रूप से फिल्म ‘हनुमान’ के सबक भारतीय सिनेमा में फंतासी फिल्मों का बजट आश्चर्यजनक रूप से कम कर सकते हैं। दशरथी शिवेंद्र ने फिल्म की सिनेमैटोग्राफी को इसकी स्पेशल इफेक्ट्स टीम के सामंजस्य से बहुत करीने से डिजाइन किया है। श्रीबाबू तलारी का संपादन भी नोटिस करने लायक है। फिल्म का संगीत इसकी कहानी के हिसाब से मुफीद है। हिंदी संस्करण में एक गाना फिल्म का कैलाश खेर ने गाया है। लेकिन, उनके गायन में भक्ति भाव से ज्यादा एक तरह के अहं की प्रतिध्वनि सुनाई देने लगी है जो उन्हें अपने प्रशंसकों से धीरे धीरे दूर भी कर रही है। इस हफ्ते सिनेमाघरों में नई फिल्मों का पूरा मेला लगा है, लेकिन अगर फिल्म ‘हनुमान’ का हिंदीभाषी राज्यों में अच्छे से प्रचार प्रसार किया गया तो ये साल की पहली सरप्राइज हिट हो सकती है।