पर्यावरणीय भूगोल/प्रश्न पत्र
इस अध्याय में इस पुस्तक से संबंधित दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक भूगोल प्रतिष्ठा की विभिन्न वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का संग्रह किया गया है।
2019 प्रश्न पत्र
[सम्पादन]प्र.1.पर्यावरणीय भूगोल को परिभाषित कीजिए तथा इसके विषय क्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
पर्यावरण की परिभाषा दीजिए।पर्यावरण भूगोल का वर्णन करते हुए उसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
प्र.2. मानव अनुकूलन की संकल्पना का विस्तार से वर्णन कीजिए।
पर्यावरणीय क्रांति के प्रमुख सांस्कृतिक बदलाव की व्याख्या कीजिए।
प्र.3. पारितंत्र को परिभाषित कीजिए और उसकी संरचना का विस्तार से वर्णन कीजिए।
पारितंत्र सेवाओं और पारिस्थितिकीय पदचिन्हों की विवेचना कीजिए।
प्र.4.ध्रुवीय पारितंत्र की पर्यावरणीय समस्याओं का विस्तार से वर्णन कीजिए।
भारत के पर्यावरण नीति का विवरण दीजिए और पर्यावरणीय शिक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डालिए।
प्र.5. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए:-
(अ) पर्यावरणीय असंतुलन
(ब) तरुण भारत संघ का जल संरक्षण आंदोलन
(अ) चिपको आंदोलन
(ब) जैवविविधता ह्रास
2018 प्रश्न पत्र
[सम्पादन]प्र.1.पर्यावरण भूगोल की संकल्पना और उसके अध्ययन के उपयुक्त उपागमों का वर्णन कीजिए।
पारिस्थितिकी तंत्र की संकल्पना व संरचना का विस्तृत वर्णन कीजिए।
प्र.2.मानव-पर्यावरण अंतर्संबंधों के ऐतिहासिक विकास का विश्लेषण कीजिए।
विषुवतीय प्रदेशों में मानवीय अनुकूलन की विवेचना कीजिए।
प्र.3.वायु प्रदूषण के कारणों और प्रभावों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
ठोस अवशिष्ट निबटान से संबंधित स्त्रोत व तरीकों का वर्णन कीजिए।
प्र.4.जलवायु परिवर्तन से संबंधित पर्यावरणीय नीतियों का विश्लेषण कीजिए।
भारत की नवीन पर्यावरणीय नीति का वर्णन कीजिए।
प्र.5.किन्ही दो पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
- पारिस्थितिकी संतुलन
- मरुस्थलीय बायोम
- जैव विविधता का ह्रास
- औद्योगिक क्रांति के नकारात्मक प्रभाव