लोक साहित्य
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यह पाठ्य-पुस्तक पश्चिम बंग राज्य विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक हिंदी (प्रतिष्ठा) के पंचम सत्रार्द्ध के पाठ्यक्रम को ध्यान में रखकर बनाई गई है। अन्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी भी सामग्री से लाभान्वित हो सकते हैं तथा संबंधित संकाय अध्यापकों द्वारा इसमें यथोचित विस्तार किया जा सकता है।
विषय सूची
[सम्पादन]- इकाई-I
- लोक साहित्य : परिभाषा और स्वरूप, लोक साहित्य के विशिष्ट अध्येता
- लोक संस्कृति : अवधारणा, लोक संस्कृति और साहित्य, लोक साहित्य के अध्ययन की प्रक्रिया
- लोक साहित्य के संकलन की समस्याएँ, लोक साहित्य के प्रमुख रूप
- लोक गीत, लोक नाट्य, लोक कथा, लोक गाथा, लोकोक्ति
- इकाई-II
- लोक गीत : वाचिक और मुद्रित
- संस्कार गीत : सोहर, विवाह, मंगलगीत
- सोहर - भोजपुरी (भोजपुरी संस्कार गीत, हंसकुमार तिवारी, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पृष्ठ संख्या - 8, गीत संख्या - 4)
- इकाई-III
- लोक नाट्य: सामान्य परिचय, रामलीला, जात्रा, कथकली, उत्तर प्रदेश की नौटंकी, तमाशा, यक्षगान, भवाई, माच, स्वाँग
- बिदेसिया : भिखारी ठाकुर कृत लोकनाट्य
- इकाई-IV