सामान्य अध्ययन २०१९/चर्चित व्यक्ति और पुरस्कार

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सामान्य अध्ययन २०१९
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चर्चित भारतीय पुरस्कार[सम्पादन]

  • महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय समिति की दूसरी बैठक को संबोधित करते हुए पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने गांधी नागरिकता शिक्षा पुरस्कार (Gandhi Citizenship Education Prize) की स्थापना की घोषणा की है। भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी के आदर्शों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने तथा 150वीं जयंती मनाने के लिये वर्ष 2018 में दो समितियों का गठन किया गया था।

राष्ट्रीय समिति (National Committee- NC) के अध्यक्ष भारत के राष्ट्रपति हैं तथा इसमें उप-राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनीतिक स्पेक्ट्रम के प्रतिनिधि, गांधीवादी विचारक और सभी क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं। इसके अलावा एंटोनियो कोस्टा के साथ-साथ, तुलसी गबार्ड, डेसमंड टूटू, बर्नी मेयर (अमेरिकी गांधी के रूप में जाने जाते हैं), योशीरो मोरी (जापान के पूर्व प्रधानमंत्री), कोफी अन्नान सहित अन्य विदेशी गणमान्य व्यक्ति इस समिति के सदस्य हैं। कार्यकारी समिति (Executive Committee- EC) के अध्यक्ष भारत के प्रधान मंत्री हैं यह समिति महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में नीतियों पर विचार करने तथा दिशा-निर्देश देने के लिए गठित की गई है। इस पुरस्कार की स्थापना का उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्शों को शाश्वत बनाना है। पुरस्कार के विषय में: यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जाएगा तथा यह महात्मा गांधी के विचारों और उद्धरणों से प्रेरित होगा। प्रथम वर्ष के लिये यह पुरस्कार पशु कल्याण के लिये समर्पित होगा क्योंकि महात्मा गांधी का कहना था कि किसी भी राष्ट्र की महानता पशुओं के प्रति उसके व्यवहार से आँकी जा सकती है।

  • गांधी शांति पुरस्कार वर्ष 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारत सरकार द्वारा इस वार्षिक पुरस्कार की घोषणा की गई। मरणोपरांत नहीं दिया जाता है। यह पुरस्कार राष्ट्रीयता, पंथ, नस्ल या लिंग की परवाह किये बिना किसी भी व्यक्ति को दिया
  • उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू द्वारा नई दिल्ली में 66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारसमारोह में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत वर्ष 2018 के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किये गए।

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1954 में हुई थी इससे पहले इन पुरस्कारों को राजकीय पुरस्कार कहा जाता था। आमतौर पर वार्षिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त करने वालों की घोषणा अप्रैल के महीने में की जाती है और प्रत्येक वर्ष 3 मई को इन्हें प्रदान किया जाता है परंतु इस वर्ष 17 वीं लोकसभा चुनाव के कारण इन्हें प्रदान करने में देरी हुई। वर्ष 2018 के लिये दिये जाने वाले पुरस्कारों की सूची इस प्रकार है- श्रेणी विजेता सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म-अंधाधुंध सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (साझा)-आयुष्मान खुराना (अंधाधुंध ), विक्की कौशल (उरी)

  • सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री कीर्ति सुरेश
  • सर्वश्रेष्ठ निर्देशक आदित्य धर (उरी)
  • सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर ज्योति (घूमर, पद्मावत)
  • सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक संजय लीला भंसाली
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म फ्रैंडली राज्य उत्तराखंड
  • सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फीचर फिल्म खरवस
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म ऑन सोशल इश्यू पैडमेन
  • सर्वश्रेष्ठ स्पोर्ट्स फिल्म स्विमिंग थ्रू द डार्कनेस
  • सर्वश्रेष्ठ फिल्म क्रिटिक (हिंदी) अनंत विजय
  • सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म भोंगा
  • सर्वश्रेष्ठ राजस्थानी फिल्म टर्टल
  • सर्वश्रेष्ठ गारो फिल्म अन्ना
  • सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म बरम
  • सर्वश्रेष्ठ उर्दू फिल्म हामिद
  • सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म एक जे छिलो राजा
  • सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म सूडानी फ्रॉम नाइज़ीरिया
  • सर्वश्रेष्ठ तेलुगू फिल्म महांती

इसके अलावा मराठी फिल्म ‘नाल’ को निर्देशक की पहली सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिये इंदिरा गांधी पुरस्कार,मराठी फिल्म ‘पानी’ को पर्यावरण संरक्षण पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार, कन्नड़ फिल्म ओंडाला इराडाला को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिये नरगिस दत्त पुरस्कार प्रदान किया गया। अमिताभ बच्चन को भारतीय फिल्म उद्योग में उनके 50वें वर्ष के लिए भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

दादा साहब फाल्के पुरस्कार लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड के रूप में प्रदान किया जाता है। भारत सरकार ने धुंधीराज गोविन्द फाल्के की जन्म शताब्दी वर्ष 1969 के उपलक्ष्य में उन्हें सम्मान देने के लिये सिनेमा के अत्यंत विशिष्ट व्यक्तिओं को दादा साहब फाल्के सम्मान देने का निर्णय लिया।

वर्ष 1969 के लिये पहला फाल्के सम्मान वर्ष 1970 में अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था

  • महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय समिति की दूसरी बैठक को संबोधित करते हुए पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने गांधी नागरिकता शिक्षा पुरस्कार की स्थापना की घोषणा की है।

महात्मा गांधी के आदर्शों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने तथा 150वीं जयंती मनाने के लिये वर्ष 2018 में दो समितियों का गठन किया गया था।

राष्ट्रीय समिति (National Committee- NC)के अध्यक्ष भारत के राष्ट्रपति हैं तथा इसमें उप-राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री,सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, राजनीतिक स्पेक्ट्रम के प्रतिनिधि, गांधीवादी विचारक और सभी क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं।

इसके अलावा एंटोनियो कोस्टा के साथ-साथ, तुलसी गबार्ड,डेसमंड टूटू, बर्नी मेयर(अमेरिकी गांधी के रूप में जाने जाते हैं),योशीरो मोरी (जापान के पूर्व प्रधानमंत्री),कोफी अन्नान सहित अन्य विदेशी गणमान्य व्यक्ति इस समिति के सदस्य हैं।

कार्यकारी समिति (Executive Committee- EC)के अध्यक्ष भारत के प्रधान मंत्री हैं यह समिति महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में नीतियों पर विचार करने तथा दिशा-निर्देश देने के लिए गठित की गई है।

इस पुरस्कार की स्थापना का उद्देश्य महात्मा गांधी के आदर्शों को शाश्वत बनाना है। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष प्रदान किया जाएगा तथा यह महात्मा गांधी के विचारों और उद्धरणों से प्रेरित होगा। प्रथम वर्ष के लिये यह पुरस्कार पशु कल्याण के लिये समर्पित होगा क्योंकि महात्मा गांधी का कहना था कि किसी भी राष्ट्र की महानता पशुओं के प्रति उसके व्यवहार से आँकी जा सकती है।

  • केरल की नर्स लिनी पीएन (Lini P.N.) को मरणोपरांत राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार- 2019 (National Florence Nightingale Awards- 2019) से सम्मानित किया गया है।

लिनी पीएन केरल में एक नर्स थीं जिनकी वर्ष 2018 में निपाह वायरस के प्रकोप के दौरान एक मरीज का इलाज करते समय संक्रमण से मृत्यु हो गई थी।

भारत सरकार ने वर्ष 1973 में नर्सों द्वारा प्रदान की जाने वाली सराहनीय सेवाओं को मान्यता प्रदान करने के तौर पर राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की स्थापना की।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation- WHO) ने वर्ष 2020 को नर्स (Nurse) और प्रसाविका (MidWife) वर्ष घोषित किया है। इस पुरस्कार में 50000 रुपए नकद, एक प्रमाण पत्र, एक प्रशस्ति-पत्र और एक पदक दिया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस: आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था और इस दिन को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। निपाह:-विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, निपाह वायरस एक नई उभरती बीमारी है। इसे 'निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस' भी कहा जाता है जो कि एक वायरल संक्रमण है। इसका मुख्य लक्षण बुखार, खांसी, सिरदर्द, दिमाग में सूजन, उल्टी होना, साँस लेने में तकलीफ होना आदि हैं। यह वायरस इंसानों के साथ-साथ जानवरों को भी अपनी चपेट में ले लेता है। यह आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुँच जाता है। इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन ने 11वें इन्फोसिस पुरस्कारों की घोषणा की है। यह पुरस्कार समकालीन शोधकर्त्ताओं और वैज्ञानिकों की उत्कृष्ट उपलब्धियों का सम्मान करने के लिये छह श्रेणियों में प्रतिवर्ष दिया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रत्येक श्रेणी के लिये एक स्वर्ण पदक, एक प्रशस्ति पत्र और 100,000 डॉलर (USD) की राशि प्रदान की जाती है। पुरस्कार की छह श्रेणियाँ और वर्ष 2019 के लिये घोषित नाम: इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान- सुनीता सरावगी ह्यूमैनिटीज- मनु वी. देवदेवन लाइफ साइंस- मंजुला रेड्डी गणितीय विज्ञान- सिद्धार्थ मिश्रा भौतिक विज्ञान- जी. मुगेश सामाजिक विज्ञान-आनंद पांडियन इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन की स्थापना एक गैर-लाभकारी ट्रस्ट के रूप में वर्ष 2009 में हुई थी।

  • तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्कार 2018 (Tenzing Norgay National Adventure Awards,2018)

तेनजिंग नोर्गे राष्‍ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्‍कार युवाओं में सहनशक्ति की भावना विकसित करने, जोखिम उठाने, टीमवर्क में सहयोग देने और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में त्‍वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया तथा साहसिक गतिविधियों के प्रोत्‍साहन हेतु संबंधित क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों को मान्‍यता देने के लिये दिये जाते हैं। ये पुरस्‍कार चार श्रेणियों में दिए जाते हैं- भू साहसिक कार्य (Land Adventure) जल साहसिक कार्य (Water Adventure) वायु रोमांच (Air Adventure) जीवन पर्यंत उपलब्धि (Life Time Achievement) तेनजिंग नोर्गे राष्‍ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्‍कारों के लिये व्यक्तियों के चयन के लिये सचिव (युवा मामले) की अध्‍यक्षता में एक राष्‍ट्रीय चयन समिति का गठन किया गया था। इन पुरस्कारों के तहत प्रतिमा, प्रमाण-पत्र और पाँच-पाँच लाख रुपए की नकद राशि प्रदान की जाएगी।

  • प्रेस इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (PII) और इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) के 13वें संस्करण में किसी मानवीय विषय पर सर्वश्रेष्ठ लेख और सर्वश्रेष्ठ तस्वीर के लिये वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई।

थीम:- मानवीय मुद्दों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव (Impact of Climate Change on Humanitarian Issues)

विजेता लेखक
  1. प्रथम पुरस्कार- उर्वशी सरकार: ‘Our houses are vanishing. Nobody cares’ लेख के लिये।
  2. द्वितीय पुरस्कार- दिशा शेट्टी: ‘Bengali-speaking students in Kannada-medium Bengaluru school reveal journey of climate change refugees from disappearing islands’ के लिये।
  3. तृतीय पुरस्कार- अनूप शर्मा: ‘Living like Nomads’ के लिये।
विजेता फोटोग्राफर
  1. प्रथम पुरस्कार- जी.शिवप्रसाद (मातृभूमि के फोटोग्राफर): ‘Close to the heart’ नामक तस्वीर के लिये; रिजो जोसफ (मलयाला मनोरमा के प्रमुख फोटोग्राफर): ‘Running for life’ के लिये।
  2. द्वितीय पुरस्कार- रिंकू राज (मलयाला मनोरमा के वरिष्ठ फोटोग्राफर): ‘Rough sea, tough life’ के लिये।
  3. तृतीय पुरस्कार- बिबिन ज़ेवियर: 'It was life’ के लिये।

स्पेशल पुरस्कार चेन्नई के स्वतंत्र पुरस्कार जेंसी सैमुअल को लेख ‘Unpredictable seas push fishers away from home’ के लिये। दिल्ली के स्वतंत्र पत्रकार निखिल घाणेकर को ‘When the hills go thirsty’ के लिये। सर्वश्रेष्ठ फोटोग्राफ के श्रेणी में लोकमत, पुणे के वरिष्ठ फोटोग्राफर प्रशांत के. को ‘Mining the aquifer’ नाम तस्वीर के लिये।

  • विक्रम साराभाई पत्रकारिता पुरस्कार की घोषणा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) ने अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देने वाले पत्रकारों की पहचान कर उन्हें पुरस्कृत करने के लिये किया है।

इस पुरस्कार की घोषणा भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ विक्रम साराभाई के शताब्दी वर्ष समारोह की गई। पुरस्कार विजेता का चयन पत्रकारिता का उत्कृष्ट अनुभव रखने वाले समस्त भारतीयों में से किया जाएगा। पुरस्कारों की दो श्रेणियाँ हैं, जिनमें पहली श्रेणी के अंतर्गत दो पत्रकारों या प्रिंट मीडिया के स्वतंत्र पत्रकारों को 5,00,000 रुपए नकद,एक पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। नामांकित उम्मीदवारों का आकलन वर्ष 2019 से 2020 के दौरान भारत में हिंदी, अंग्रेज़ी या क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित लोकप्रिय पाक्षिक पत्रिकाओं, विज्ञान पत्रिकाओं या पत्रिकाओं में छपे लेखों या सफलता की कहानियों के आधार पर किया जाएगा। पुरस्कार की दूसरी श्रेणी के तहत पत्रकारों या प्रिंट मीडिया के स्वतंत्र पत्रकारों को 3,00,000; 2,00,000 और 1,00,000 रुपए के 3 नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिये जाएंगे। लेख या सफलता की कहानियाँ भारत में एक वर्ष के दौरान लोकप्रिय समाचार पत्रों या समाचार पत्रिकाओं में हिंदी, अंग्रेज़ी, क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित होनी चाहिये, जैसा कि प्रस्ताव में सूचित किया गया है। चुने गए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा 1 अगस्त, 2020 को की जाएगी।

  • क्लार्क आर बेविन वन्यजीव कानून प्रवर्तन पुरस्कार दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी संरक्षण संस्थान वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के प्रमुख संरक्षणविद विवेक मेनन को प्रदान किया गया है।

विवेक मेनन को यह पुरस्कार जेनेवा में चल रही CITES (Convention on International Trade in Endangered Species) की 18वीं बैठक के दौरान दिया गया।[१] बेविन पुरस्कार की स्थापना एनिमल वेलफेयर इंस्टीट्यूट (Animal Welfare Institute) द्वारा वन्यजीव कानून प्रवर्तन अधिकारियों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, एजेंसी प्रशासकों, आपराधिक जाँचकर्त्ताओं, फोरेंसिक वैज्ञानिकों, वकीलों, मुखबिरों और उन लोगों को पुरस्कृत/सम्मानित करने के लिये की गई है जिन्होंने अपने निर्धारित कर्त्तव्यों से आगे बढ़कर वन्यजीव अपराधों को रोकने का कार्य किया है।

  • शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार,2019(Shanti Swarup Bhatnagar Award, 2019) के प्राप्तकर्ताओं की सूची

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR) द्वारा अपने स्थापना दिवस के अवसर पर जारी की गई। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये यह पुरस्कार प्रदान किया गया। देश भर के विभिन्न संस्थानों से प्रत्येक वर्ष 45 वर्ष से कम आयु के कई वैज्ञानिकों को चुनकर उनके पिछले पाँच वर्षों के दौरान किये गए उत्कृष्ट वैज्ञानिक कार्य के लिये सम्मानित किया जाता है। विभिन्न श्रेणियों में इस वर्ष के विजेताओं की सूची इस प्रकार है: क्र.सं. श्रेणी विजेता 1.

  1. जीव विज्ञान
  2. 1. कायरत साईंकृष्णन (Kayarat Saikrishnan)- भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान,पुणे
  3. 2. सौमेन बसक (Soumen Basak)- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इम्युनोलॉजी, नई दिल्ली
  4. 2. रसायन विज्ञान
  5. 1. राघवन बी सुनोज (आई.आई.टी. बॉम्बे)
  6. तपस कुमार माजी (जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलुरु)
    1. पृथ्वी, वातावरण, सामुद्रिक एवं ग्रहीय विज्ञान सुबिमल घोष (IIT, बॉम्बे)
    2. अभियांत्रिकी विज्ञान मानिक वर्मा (माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया,बंगलूरू)
  7. गणितीय विज्ञान
    1. दिशांत पंचोली (इंस्टिट्यूट ऑफ मैथमेटिकल साइंस, चेन्नई)
    2. नीना गुप्ता (इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट, कोलकाता)
  8. चिकित्सा विज्ञान
    1. धीरज कुमार (इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली)
    2. जावेद अली (एल. वी. प्रसाद आईज इंस्टिट्यूट, हैदराबाद)
  9. भौतिक विज्ञान
    1. अनिन्दा सिन्हा (IISc, बंगलूरू)
    2. शंकर घोष (टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुंबई)

रामानुजन पुरस्कार Ramanujan Prize वर्ष 2019 का रामानुजन पुरस्कार (Ramanujan Prize) इंग्लैंड स्थित वारविक विश्वविद्यालय (University of Warwick) में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत गणितज्ञ एडम हार्पर (Adam Harper) को प्रदान किया जाएगा।

यह पुरस्कार प्रतिवर्ष श्रीनिवास रामानुजन के प्रभाव वाले क्षेत्र में कार्य करने वाले 32 वर्ष से कम उम्र के गणितज्ञों को दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत एक प्रशस्ति पत्र और 10,000 अमेरिकी डॉलर प्रदान किये जाते हैं। रामानुजन पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2005 में की गई थी। यह पुरस्कार गणित के क्षेत्र में विश्व के शीर्ष पांँच पुरस्कारों में से एक है। एडम हार्पर (Adam Harper) को यह पुरस्कार विश्लेषणात्मक (Analytic) और संभाव्य संख्या सिद्धांत (Probabilistic Number Theory) में उनके द्वारा दिये गए कई उत्कृष्ट योगदान हेतु दिया जा रहा है। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष रामानुजन की जयंती पर 22 दिसंबर को तमिलनाडु में कुंभकोनम (Kumbakonam) स्थित सस्त्र (SASTRA) विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किया जाता है।

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार(Dadasaheb Phalke Awards) वर्ष 2018 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के लिये फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन को चुना गया। यह पुरस्कार फिल्म व सिनेमा जगत का सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिये प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार भारत सरकार द्वारा ‘भारतीय सिनेमा के पितामह’ कहे जाने वाले दादा साहेब फाल्के की स्मृति में वर्ष 1969 में शुरू किया गया। यह पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है। वर्ष 1969 में पहली बार देविका रानी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दादा साहब फाल्के पुरस्कार एक स्वर्ण कमल (गोल्डन लोटस), एक शॉल और 1,000,000 रुपए का नकद धनराशि दी जाती है। अमिताभ बच्चन को वर्ष 1984 में पद्मश्री, वर्ष 2001 में पद्म भूषण और वर्ष 2015 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया जा चुका है।

संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप एवं अकादमी पुरस्कार हाल ही में नई दिल्ली में संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) एवं संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की गई। अकादमी पुरस्‍कार वर्ष 1952 से प्रदान किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि संगीत नाटक अकादमी की आम परिषद, राष्‍ट्रीय संगीत, नृत्‍य एवं ड्रामा अकादमी ने 26 जून, 2019 को गुवाहाटी (असम) में हुई अपनी बैठक में 4 जानी-मानी हस्तियों जा‍किर हुसैन, सोनल मानसिंह, जतिन गोस्‍वामी और के.कल्‍याणसुंदरम पिल्‍लै को सर्वसम्‍मति से संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) के लिये चुना है। यह सम्‍मान उत्‍कृष्‍टता और उपलब्धियों के सर्वोच्‍च मानक का प्रतीक के तौर पर दिया जाता है साथ ही निरंतर व्‍यक्तिगत कार्य एवं योगदान को भी मान्‍यता प्रदान करता है। अकादमी फैलोशिप में 3,00,000 रुपए तथा अकादमी पुरस्‍कार के रूप में ताम्रपत्र और अंगवस्‍त्रम के अलावा 1,00,000 रुपए दिये जाते हैं। यह प्रतिष्ठित फैलोशिप किसी भी समय 40 सदस्‍यों तक सीमि‍त रहती है। आम परिषद ने वर्ष 2018 के लिये संगीत, नृत्‍य, थियेटर, परंपरागत/लोक/जनजातीय संगीत/ नृत्‍य/ थियेटर, कठपुतली नचाने और अदाकारी के क्षेत्र में संपूर्ण योगदान/छात्रवृत्ति के लिये 44 कलाकारों का संगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कारों (अकादमी पुरस्‍कार) के लिये चयन किया है। इन 44 कलाकारों में तीन को संयुक्‍त पुरस्‍कार दिया जाना भी शामिल हैं। संगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कार राष्‍ट्रपति द्वारा ए‍क विशेष समारोह में दिये जाएंगे।

चर्चित वैश्विक पुरस्कार[सम्पादन]

  • दक्षिण एशियाई साहित्य के लिये डीएससी पुरस्कार- 2019(DSC Prize for South Asian Literature-2019)

लेखक अमिताभ बागची को उनके उपन्यास ‘हाफ द नाइट इज गॉन’ के लिये प्रदान किया गया है। यह दक्षिण एशिया की संस्कृति,राजनीति,इतिहास या लोगों के बारे में किसी भी जाति या राष्ट्रीयता पर लेखन के लिये लेखकों को प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह दक्षिण एशिया को अफगानिस्तान,बांग्लादेश,भूटान,भारत,मालदीव,म्याँमार,नेपाल,पाकिस्तान और श्रीलंका के रूप में परिभाषित करता है। 2010 में इस पुरस्कार की स्थापना संस्थापकों,सुरिना नरूला और मनहाद नरूला द्वारा की गई थी। इसके तहत 25000 डॉलर की राशि प्रदान की जाती है। यह पुरस्कार बुनियादी ढाँचा कंपनी डीएससी ग्रुप (DSC Group) द्वारा वित्तपोषित है।

  • प्रेस इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (PII) और इंटरनेशनल कमेटी ऑफ द रेड क्रॉस (ICRC) के 13वें संस्करण में किसी मानवीय विषय पर सर्वश्रेष्ठ लेख और सर्वश्रेष्ठ तस्वीर के लिये वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई।
  • क्लार्क आर बेविन वन्यजीव कानून प्रवर्तन पुरस्कार (Clark R Bavin Wildlife Law Enforcement Award) दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी संरक्षण संस्थान वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के प्रमुख संरक्षण गैर-लाभ के प्रमुख संरक्षणविद विवेक मेनन को प्रदान किया गया। इस पुरस्कार की स्थापना एनिमल वेलफेयर इंस्टीट्यूट (Animal Welfare Institute) द्वारा की गई।
विवेक मेनन को यह पुरस्कार जेनेवा में चल रही CITES की 18वीं बैठक के दौरान दिया गया।
  • एबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम महिला करेन उलेनबेक थीं। ज्यामितीय विश्लेषण और गेज सिद्धांत में अपने मूलभूत कार्य के लिये 2019 में उन्होने यह पुरस्कार प्राप्त किया था। एबेल को गणित का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है।

यह नार्वे का एक पुरस्कार है जो नार्वे के राजा द्वारा प्रतिवर्ष एक या अधिक उत्कृष्ट गणितज्ञों को प्रदान किया जाता है। इसका नाम नार्वे के गणितज्ञ नील्स हेनरिक एबेल (1802-1829) के नाम पर रखा गया है और इसे नोबेल पुरस्कार की प्रतिकृति बनाया गया है।

  • सांस्कृतिक विरासत संरक्षण के लिये यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार (UNESCO Asia-Pacific Awards) 2019 की घोषणा

यह पुरस्कार वर्ष 2000 से यूनेस्को के एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा उन व्यक्तियों और संगठनों के निजी प्रयासों को मान्यता देता है जिन्होंने इस क्षेत्र में धरोहरों को संरक्षित किया है।

इसके तहत निम्न श्रेणियों में पुरस्कार दिया जाता है-

  1. उत्कृष्टता का पुरस्कार (Award of Excellence)
  2. विशिष्टता का पुरस्कार (Award of Distinction)
  3. योग्यता का पुरस्कार (Award of Merit)
  4. प्रतिष्ठित मेंशन (Honourable Mention)
  5. विरासत के संदर्भ में नए डिज़ाइन (New Design in Heritage Contexts)

यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार 2019: वर्ष 2019 में 5 श्रेणियों की 16 उपश्रेणियों में 5 देशों (न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत, भूटान और चीन) को पुरस्कार प्रदान किया गया। उत्कृष्टता का पुरस्कार-चीन के ताई क्वुन (Tai Kwun)- विरासत और कला केंद्र को

इस वर्ष भारत को तीन श्रेणियों में चार पुरस्कार प्रदान किये गए:
  1. विशिष्टता का पुरस्कार:-विक्रम साराभाई पुस्तकालय (भारतीय प्रबंधन संस्थान- अहमदाबाद)
  2. योग्यता का पुरस्कार:-
    1. केनेथ एलियाहु सिनेगॉग (Keneseth Eliyahoo Synagogue), मुंबई
    2. लेडी ऑफ ग्लोरी चर्च (Lady of Glory Church), मुंबई
  3. प्रतिष्ठित मेंशन:-फ्लोरा फाउंटेन (Flora Fountain), मुंबई
  • बुकर पुरस्कार: 2019 (Booker prize: 2019)

कनाडा की मार्गरेट एटवुड (Margaret Atwood) को उपन्यास द टेस्टामेंट (The Testaments) और ब्रिटेन की बर्नाडिन एवरिस्टो (Bernardine Evaristo) को गर्ल, वूमैन, अदर (Girl, Woman, Other) नामक उपन्यास के लिये वर्ष 2019 के बुकर पुरस्कार के लिये संयुक्त रूप से चुना गया है।

सामान्यतः यह केवल एक ही व्यक्ति को दिया जाता है, परंतु निर्णायक मंडल द्वारा इस बार दो लेखिकाओं को संयुक्त रूप से चुना गया।
वर्ष 1974 तथा वर्ष 1992 में भी यह पुरस्कार संयुक्त रूप से दिया जा चुका है।
मार्गरेट एटवुड सर्वाधिक आयु (79वर्ष) की,जबकि बर्नाडिन एवारिस्टो पहली अश्वेत महिला बुकर पुरस्कार विजेता बनी हैं।

मार्गरेट एटवुड दूसरी बार बुकर पुरस्कार विजेता बनीं हैं। पहली बार वर्ष 2000 में उनकी पुस्तक द ब्लाइंड असेसिन (Blind Assassin) के लिये मिला था।इनसे पहले ब्रिटिश लेखिका हिलेरी मेंटल (Hilary Mantel) ने यह पुरस्कार दो बार जीता था।

बुकर पुरस्कार वर्ष 1969 से प्रारंभ,वर्ष के सर्वोत्तम अंग्रेज़ी उपन्यास को दिया जाता है, इस उपन्यास का प्रकाशन यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में होना चाहिये।

भारत के तीन लेखकों; अरविंद अडिगा को वर्ष 2008 में उनके उपन्यास द व्हाइट टाइगर (The White Tiger) के लिये, किरण देसाई को वर्ष 2006 में उपन्यास द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस के लिये तथा अरुधंति रॉय को उपन्यास गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स (God of Small Things) के लिये बुकर पुरस्कार मिल चुका है।

भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी के उपन्यास क्विचोटे (Quichotte) को इस वर्ष के बुकर पुरस्कार के लिये अंतिम छह उपन्यासों में शामिल किया गया था। सलमान रुश्दी को इससे पहले वर्ष 1981 में उनके उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रेन के लिये बुकर पुरस्कार मिला।

  • वर्ष 2019 के लिये भौतिकी,रसायन विज्ञान,चिकित्सा, शांति तथा साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कारों की घोषणा

नोबेल पुरस्कार डायनामाइट के आविष्कारक वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिये जाते हैं। 10 दिसंबर, 1901 को स्टॉकहोम और क्रिस्टीनिया (अब ओस्लो) में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिये गए। पुरस्कार विजेताओं की सूची भौतिकी के क्षेत्र में:-

  1. जेम्स पीबल्स (भौतिक ब्रह्माण्ड विज्ञान में सैद्धांतिक खोजों के लिये) मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज़ (सौर-प्रकार के तारे की परिक्रमा करने वाले एक एक्सोप्लैनेट 51 पेगासी बी की खोज के लिये संयुक्त रूप से)पुरस्कार के रूप में मिलने वाली नकद राशि का आधा हिस्सा जेम्स पीबल्स को दिया जाएगा तथा शेष आधे हिस्से में से मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज़ को बराबर-बराबर की राशि दी जाएगी।
  2. रसायन के क्षेत्र में:-वैज्ञानिक जॉन बी गुडइनफ़, एम स्टेनली व्हिटिंगम और अकीरा योशिनो को संयुक्त रूप से (लिथियम-आयन बैटरी बनाने के लिये)
  3. चिकित्सा के क्षेत्र में:-विलियम जी कायलिन जूनियर, सर पीटर जे रैटक्लिफ और ग्रेग एल सेमेंजा को संयुक्त रूप से (कोशिकाओं द्वारा ऑक्सीजन ग्रहण पर की गई खोज हेतु)
  4. साहित्य के क्षेत्र में:-
    1. ओल्गा टोकार्चुक: जीवन की परिधियों से परे एक कथात्मक परिकल्पना करने के लिये।उन्हें वर्ष 2018 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। वर्ष 2018 में यौन उत्पीड़न के एक मामले के कारण इस क्षेत्र के पुरस्कार की घोषणा नहीं की गई थी।टोकार्चुक को पिछले साल मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिया गया था।
    2. पीटर हैंडका (ऑस्ट्रियाई मूल के लेखक)वर्ष 2019 का: भाषायी सरलता के साथ मानवीय अनुभवों की विशेषता और परिधि के बाहर एक प्रभावशाली काम करने के लिये।

शांति का नोबेल:-इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को अंतर्राष्ट्रीय शांति और सहयोग के लिये किये गए प्रयासों और विशेष रूप से शत्रु देश इरिट्रिया के साथ शांति स्थापित करने के लिये। पृष्ठभूमि ये पुरस्कार डायनामाइट के आविष्कारक वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में दिये जाते हैं। 10 दिसंबर, 1901 को स्टॉकहोम और क्रिस्टीनिया (अब ओस्लो) में पहली बार नोबेल पुरस्कार दिये गए। नोबेल पदक हस्तनिर्मित होते हैं तथा 18 कैरेट सोने से बने होते हैं। वर्ष 2019 के लिये एक नोबेल पुरस्कार के तहत दी जाने वाली पूर्ण राशि 9.0 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (SEK) निर्धारित की गई है अर्थात् संयुक्त रूप से पुरस्कार जीतने पर इस राशि को विजेताओं के बीच आवंटित किया जाएगा। अर्थशास्त्र के लिये नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत वर्ष 1968 में हुई थी। नोबेल पुरस्कार में नोबेल पदक, उपाधि और पुरस्कार राशि की पुष्टि करने वाला एक दस्तावेज़ होता है। नोबेल पुरस्कार प्रदान करने वाली समिति/संस्थान भौतिकी तथा रसायन विज्ञान: द रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज़ चिकित्सा: करोलिंस्का इंस्टीट्यूट साहित्य: स्वीडिश अकादमी शांति: नॉर्वे की संसद (स्टॉर्टिंग) द्वारा चुनी गई पाँच सदस्यीय समिति अर्थशास्त्र: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज़ नोबेल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय भारतीय नागरिकता

  1. रवीन्द्रनाथ टैगोर (वर्ष 1913)- साहित्य के क्षेत्र में
  2. सी.वी. रमण (वर्ष 1930)- भौतिकी के क्षेत्र में
  3. मदर टेरेसा (वर्ष1979)- शांति का नोबेल
  4. कैलाश सत्यार्थी (वर्ष 2014)- शांति का नोबेल
  5. अमर्त्य सेन (वर्ष 1998)- अर्थशास्त्र

भारतीय मूल

  1. हरगोविंद खुराना (वर्ष 1968)- चिकित्सा के क्षेत्र में
  2. वी.एस. नायपॉल (वर्ष 2001)- साहित्य के क्षेत्र में
  3. वेंकट रामकृष्णन (वर्ष 2009)- रसायन विज्ञान के क्षेत्र में
  4. सुब्रहमण्यम चंद्रशेखर (वर्ष 1983)- भौतिकी के क्षेत्र में
  • UN ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन अवार्ड्स 2019 की घोषणा न्यूयॉर्क में संपन्न संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान की गई।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन की पहल मोमेंटम फॉर चेंज (Momentum for Change),के साथ सतत् विकास लक्ष्यों,नवाचार,लिंग समानता और आर्थिक अवसर बढ़ाने जैसे क्षेत्रों में अभिनव समाधानों (Innovative Solutions) हेतु प्रदान किया जाता है।

वर्ष 2019 के पुरस्कारों को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के मोमेंटम फॉर चेंज पहल के हिस्से के रूप में एक अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार पैनल द्वारा चुना गया था, जिसे द रॉकफेलर फाउंडेशन (The Rockefeller Foundation) के समर्थन के साथ लागू किया गया है। यह पैनल विश्व आर्थिक मंच, संयुक्त राष्ट्र जलवायु के कार्यान्वयन का समर्थन करने वाली पहलों जेंडर एक्शन प्लान (Gender Action Plan) और क्लाइमेट न्यूट्रल नाउ (Climate Neutral Now) के साथ साझेदारी में संचालित होता है।

UN ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन अवार्ड्स 2019:-
प्लेंटनरी हेल्थ (Planetary Health):-
  1. इम्पॉसिबल फूड (Impossible Foods)- सिंगापुर,हाॅन्गकाॅन्ग,संयुक्त राज्य अमेरिका और मकाउ:माँस हेतु पौधे आधारित विकल्प बनाने के लिये।
  2. अलीपे आंट फाॅरेस्ट (Alipay Ant Forest)-चीन: जलवायु क्रियाओं को बढ़ाने के लिये डिजिटल तकनीकों के उपयोग हेतु।
  3. गेंट एन गार्डे (Ghent en Garde)- बेल्जियम: स्थानीय खाद्य नीति के माध्यम से संरचनात्मक परिवर्तन के लिये।
  4. इलेक्ट्रॉनिक्स संस फ्रंटियर्स (Electriciens sans frontières)- डोमिनिका: स्वास्थ्य केंद्रों को आपातकालीन सौर ऊर्जा प्रदान करने के लिये।
क्लाइमेट न्यूट्रल नाउ (Climate Neutral Now):-

मैक्स बर्गर (MAX Burgers)-स्वीडन, नॉर्वे, डेनमार्क और पोलैंड: दुनिया का पहला ‘क्लाइमेट पॉजिटिव’ मेनू बनाने के लिये। नेचुरा का कार्बन न्यूट्रल प्रोग्राम (Natura’s Carbon Neutral Programme)- वैश्विक: कच्चे माल की निकासी से लेकर उनके वितरण तक, उनकी संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में उत्सर्जन को मापने और कम करने के लिये। एप्पल का उत्सर्जन में कमी से संबंधित मिशन (Apple’s Emissions Reduction Mission) वैश्विक: स्वच्छ ऊर्जा और अभिनव उत्पाद डिज़ाइन के माध्यम से उनके उत्सर्जन को कम करने के लिये। इन्फोसिस का कार्बन तटस्थता प्रयास- भारत: स्थानीय कार्बन ऑफसेटिंग परियोजनाओं में निवेश करते हुए, कार्बन तटस्थता के लिये प्रतिबद्ध अपने प्रकार की पहली कंपनी।

वुमन फॉर रिजल्ट्स (Women for Results):-

उप-सहारा अफ्रीका में जलवायु-स्मार्ट कृषि से संबंधित महिलाओं के मार्गदर्शक बनने के लिये अभियान: सीमांत कृषक समुदायों की युवा महिलाओं को कृषि मार्गदर्शक बनने के लिये प्रशिक्षित करना। मदर्स आउट फ्रंट (Mothers Out Front)- संयुक्त राज्य अमेरिका: 24,000 से अधिक माताओं द्वारा अपने बच्चों के रहने योग्य जलवायु हेतु आंदोलन। दक्षिण एशिया में जलवायु परिवर्तन के प्रति महिलाओं का संगठन- बांग्लादेश, भारत और नेपाल: कम आय वाले घरों में महिलाओं को सशक्त बनाना। इको वेव पावर (Eco Wave Power)- इज़राइल, जिब्राल्टर: महासागर से स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करने वाली एक विश्व-अग्रणी परियोजना, एक महिला CEO द्वारा सह-स्थापित।

  • जलवायु अनुकूल निवेश के लिये वित्त पोषण (Financing for Climate Friendly Investment):
  1. बियाॅण्ड ग्रिड फंड (Beyond the Grid Fund)- ज़ाम्बिया: सस्ती, ऑफ-ग्रिड स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करना ।
  2. महिलाओं की आजीविका बॉण्ड श्रृंखला- वैश्विक: दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में दो मिलियन से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये पूंजी में 150 मिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक की अनलॉकिंग।
  3. क्यूबेक का अंतर्राष्ट्रीय जलवायु सहयोग कार्यक्रम- कनाडा: जलवायु वित्त और विकासशील देशों को समर्थन जारी करना।
  • यूनाइटेड नेशन चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड 2019 & यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ पुरस्कार:-

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने आधिकारिक रूप से 12 पर्यावरण चेंजमेकर्स को इस पुरस्कार से सम्मानित किया। संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिया जाने वाला यह सर्वोच्च पर्यावरण सम्मान हर साल सरकार,नागरिक समाज और निजी क्षेत्र के उत्कृष्ट नेताओं को दिया जाता है जिनके कार्यों का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

दुनिया भर के सात युवाओं को यंग चैंपियंस ऑफ़ द अर्थ पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिनके उत्कृष्ट विचार उनके स्थानीय संदर्भों में पर्यावरण की रक्षा के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। वर्ष 2017 में सर्वप्रथम दिया गया।
वर्ष 2019 में कोस्टा रिका(Costa Rica)गणराज्य को नीति नेतृत्व की श्रेणी में चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड पुरस्कार प्रदान किया गया है। राष्ट्रपति कार्लोस अल्वाराडो क्वासाडा ने अपने देश की ओर से प्राप्त किया।

कोस्टा रिका ने प्रकृति के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिये महत्वाकांक्षी नीतियों के प्रति अनुकरणीय प्रतिबद्धता दिखाई है। यह पुरस्कार कुल 5 श्रेणियों में दिया गया है।

वर्ष 2018 में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस श्रेणी के तहत चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवार्ड, 2019 क्र. सं. पुरस्कार की श्रेणी विजेता 1. प्रेरणा और कार्यवाही (Inspiration and Action category) आँट फॉरेस्ट (Ant Forest): एक डिजिटल पहल 2. विज्ञान और नवाचार (Science and Innovation) प्रोफेसर कैथरिन हेहो (Katharine Hayhoe) : कनाडा की एक प्रमुख जलवायु वैज्ञानिक 3. उद्यमशीलता दृष्टिकोण (Entrepreneurial Vision) पेटागोनिया: अमेरिका स्थित कपड़ा ब्रांड 4. प्रेरणा और कार्यवाही फ्राइडे फॉर फ्यूचर: युवा जलवायु आंदोलन 5. नीति नेतृत्त्व (Policy Leadership) कोस्टा रिका गणराज्य पृष्ठभूमि यह पुरस्कार वर्ष 2005 में शुरू किया गया। यह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वरा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार सरकार, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र के उन उत्कृष्ट नेतृत्व कर्त्ताओं को प्रदान किया जाता है जिनके कार्यों का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

  • राइट लाइवलीहुड पुरस्कार 2019 के लिए स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) को चुना गया।

स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग ‘जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता’ (Climate Activist) हैं। थनबर्ग को यह पुरस्कार "जलवायु परिवर्तन से संबधित वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर तत्काल कार्रवाई करने की राजनीतिक मांग को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिये" प्रदान किया जा रहा है। थनबर्ग ने एक साल पहले प्रत्येक शुक्रवार को स्कूल न जाकर स्वीडिश संसद के बाहर साप्ताहिक विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। थनबर्ग इस पुरस्कार को ब्राज़ील के डेवी कोपेनवा, चीन की गुओ जियानमेई और अमीनतो हैदर के साथ साझा करेंगी। डेवी कोपेनवा ब्राज़ील के यानोमामी समुदाय के नेता हैं, इन्हें अमेज़न के जंगलों और जैव-विविधता एवं यानोमामी समुदाय के संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिये इस पुरस्कार हेतु चुना गया है। चीन की गुओ जियानमेई को महिलाओं के अधिकारों के क्षेत्र में कार्य करने के लिये इस पुरस्कार हेतु चुना गया है। अमीनतो हैदर को पश्चिमी सहारा के लोगों के मानवाधिकारों के संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिये इस पुरस्कार हेतु चुना गया है।

पृष्ठभूमि

वर्ष 1980 में प्रारंभ यह पुरस्कार वैश्विक समस्याओं को हल करने वाले साहसी लोगों का सम्मान और समर्थन करने हेतु प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार राइट लाइवलीहुड फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। चारों पुरस्कार विजेताओं को 1 मिलियन स्वीडिश क्राउन ($103,000) की नकद धनराशि प्रदान की जाएगी। राइट लाइवलीहुड पुरस्कार को स्वीडन का वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार (Alternative Nobel Prize) भी कहा जाता है।

  • वर्ष 2020 के लिये ब्रेकथ्रू पुरस्कारों की घोषणा ब्रेकथ्रू पुरस्कार बोर्ड द्वारा तीन श्रेणियों-गणित (प्रत्येक 4 वर्ष में),भौतिकी (प्रत्येक वर्ष) और लाइफ साइंस(प्रत्येक वर्ष)के लिए की गई।
ऑस्कर ऑफ़ साइंस (Oscars of Science) के नाम से जाना जानेवाला इस पुरस्कार की शुरुआत गूगल के सह संस्थापक सर्गेई ब्रिन (Sergey Brin) और फेसबुक के सी.ई.ओ. मार्क ज़ुकरबर्ग सहित कुछ अन्य लोगों द्वारा की गई थी।

इस पुरस्कार के अंतर्गत 3 मिलियन डॉलर की राशि प्रदान की जाती है। वर्ष 2020 के लिये घोषित नाम:

आधारभूत भौतिकी के लिये इवेंट होराइजन टेलिस्कोप (Event Horizon Telescope) से संबंधित 34 सदस्यों को दिया जाएगा।
लाइफ साइंस के लिए जेफरी एम फ्रीडमैन (Jeffrey M. Friedman),एफ उलरिच हार्टल (F. Ulrich Hartl),आर्थर एल हॉर्विच (Arthur L. Horwich),डेविड जूलियस (David Julius) और वर्जीनिया मैन-यी ली (Virginia Man-Yee Lee) को दिया जाएगा।
गणित के लिए एलेक्स एस्किन (Alex Eskin) को दिया जाएगा।

भौतिकी और गणित के क्षेत्र में प्रारंभिक कॅरियर उपलब्धियों के लिये छह नए होराइज़न पुरस्कार (Horizons Prizes) भी दिये जाएंगे।

  • 100 ईयर्स ऑफ क्राइसोस्टम(100 Years of Chrysostum) को जीवनी संबंधी डॉक्यूमेंट्री की सबसे लंबी डॉक्यूमेंट्री की श्रेणी में गिनीज़ अवार्ड प्रदान किया गया। फिल्मकार ब्लेसी(Blessy) द्वारा लिखित एवं निर्देशित फिलिपोज़ मार क्रिस्‍टोस्‍टम (Philipose Mar Chrysostum) के जीवन पर आधारित है।

48 घंटे और 8 मिनट की डॉक्यूमेंट्री ने 21 घंटे की सऊदी अरब की डॉक्यूमेंट्री ‘वर्ल्ड ऑफ स्नेक्स’ ( World of Snakes) का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लगभग चार वर्ष में पूरी की गई इस डॉक्यूमेंट्री को देखने में भारत के सेंसर बोर्ड को सात दिन लग गए।

  • रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड 2019 भारतीय पत्रकार रवीश कुमार को प्रदान किया गया।

वर्ष 2018 में यह पुरस्कार सोनम वांगचुक (लद्दाख के एक शिक्षा सुधारक) और भरत वटवानी (एक मनोचिकित्सक जो मुंबई में मानसिक रूप से बीमार लोगों के लिये कार्य करते हैं) को प्रदान किया गया था।

बीते 12 वर्षों में यह पहली बार है जब किसी भारतीय पत्रकार को यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल,अरुणा रॉय और संजीव चतुर्वेदी सहित कई अन्य लोगों को भी यह पुरस्कार मिल चुका है।

एशिया के इस सर्वोच्च सम्मान की शुरुआत वर्ष 1957 में की गई थी। इसका नाम फिलीपींस गणराज्य के तीसरे राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे के नाम पर रखा गया है। मुख्य रूप से यह पुरस्कार पाँच श्रेणियों,(1)सरकारी सेवा (2)सार्वजनिक सेवा (3)सामुदायिक नेतृत्व (4)पत्रकारिता,साहित्य और रचनात्मक संचार कला और (5)शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझ, में लोगों एवं संस्थाओं को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिये दिया जाता है। इस पुरस्कार को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एशिया के नोबेल पुरस्कार के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

2019 के चर्चित भारतीय व्यक्ति[सम्पादन]

  • शशि थरूर की पुस्तक ‘द पैराडॉक्सीकल प्राइम मिनिस्टर’ (THE PARADOXICAL PRIME MINISTER) के प्रचार के दौरान शशि थरूर ने वर्ष 2018 में ट्विटर पर ‘फ्लोक्सिनॉसिनिहिलिपिलिफिकेशन' (Floccinaucinihilipilification) शब्द का इस्तेमाल किया था। यह शब्द अपने शब्द अपने उच्चारण तथा अर्थ के लिये काफी चर्चा में रहा था।
हाल ही में मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) के सदस्य चेतन घाटे द्वारा Floccinaucinihilipilification शब्द का प्रयोग किया गया जिसके बाद 29 अक्षरों का यह शब्द एक बार फिर से चर्चा का विषय बना हुआ है।

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने इस शब्द को “the action or habit of estimating something as worthless” अर्थात् “किसी भी बात पर आलोचना करने की आदत, चाहे वो गलत हो या सही” के रूप में परिभाषित किया है। चेतन घाटे ने इस शब्द का इस्तेमाल भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुमानों की वैधता पर संदेह करने वाले कई अर्थशास्त्रियों के प्रयासों को चिह्नित करने के लिये किया।

  • न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबड़े-भारत के 47वें मुख्य न्यायाधीश (47th Chief Justice of India)

उन्होंने रंजन गोगोई (पूर्व मुख्य न्यायाधीश) का स्थान ग्रहण किया।इनका कार्यकाल 17 माह का होगा तथा वे 23 अप्रैल, 2021 तक अपने पद पर बने रहेंगे।

नियमानुसार, निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सर्वोच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस बोबडे के नाम की उनके उत्तराधिकारी के रूप में सिफारिश की।

भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 124 के खंड (2) के तहत की जाती है।

  • प्रियंका दास (Priyanka Das Rajkakati) का चुनाव अंटार्कटिका में वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यक्रम होमवार्ड बाउंड (Homeward Bound) के पांँचवें संस्करण के लिये किया गया है।
होमवार्ड बाउंड एक वैश्विक पहल है जिसमें अंटार्कटिका के लिये वैज्ञानिक अनुसंधान अभियान हेतु प्रशिक्षण दिया जाता है।

नवंबर 2020 में अंटार्कटिका अभियान हेतु STEMM (Science,Technology,Engineering, Mathematics and Medicine) पृष्ठभूमि से संबंधित महिलाओं का चयन करके उन्हें एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाएगा। भारतीय मूल की प्रियंका दास को भी इसी सत्र में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रियंका दास के बारे में: प्रियंका दास मूलरूप से असम की हैं और उन्होंने नई दिल्ली स्थित सेंट स्टीफन कॉलेज से भौतिकी में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। सेंट स्टीफंस से स्नातक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने फ्रांँस के एकोल पॉलीटेक्निक (École Polytechnique) से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में परास्नातक किया। उन्होंने तीन वर्ष पहले भारतीय नागरिकता छोड़ दी है और वर्तमान में फ्रांँस के पासपोर्ट पर फ्रांँस में ही रह रही हैं।

  • 66 वर्षीय चंद्रिमा शाह को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (Indian National Science Academy- INSA) का अध्यक्ष बनाया गया है। इनका कार्यकाल जनवरी 2020 से शुरू होगा।

भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान जिसे अब भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी कहा जाता है, की स्थापना 7 जनवरी, 1935 को कलकत्ता में हुई थी। वर्ष 1946 तक इसका मुख्यालय एशियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल में था और वर्ष 1951 में इसका मुख्यालय दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया।

भारत की अंशुला कांतविश्व बैंक की प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नियुक्त।विश्व बैंक की इस पहली महिला मुख्य वित्तीय अधिकारी के निम्न कार्य होंगे।

  1. विश्व बैंक समूह का वित्तीय और जोखिम प्रबंधन।
  2. वित्तीय रिपोर्टिंग की स्थिति।
  3. वित्तीय संसाधनों के एकत्रीकरण पर विश्व बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ मिलकर काम करना।


अंग्रेज़ी के प्रख्यात साहित्यकार अभिताव घोष को वर्ष 2018 के लिये 54वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।देश के सर्वोच्च साहित्य सम्मान के रूप में उन्हें यह पुरस्कार गोपालकृषण गांधी ने दिया।अमिताव घोष अंग्रेज़ी के पहले लेखक हैं, जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया। अंग्रेज़ी को तीन साल पहले ही ज्ञानपीठ पुरस्कार की भाषा के रूप में शालिम किया गया था। उनकी प्रमुख रचनाओं में ‘द सर्किल ऑफ रीज़न’, ‘द शैडो लाइन', ‘द हंगरी टाइड', ‘फ्लड ऑफ फायर' आदि शामिल हैं।

राजीव कुमार: नए वित्त सचिव मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने राजीव कुमार को नया वित्त सचिव मनोनीत करने को मंज़ूरी दे दी है। वित्त सचिव भारत के वित्त मंत्रालय का वरिष्ठतम IAS अधिकारी होता है जो मंत्रालय के विभिन्न विभागों के काम-काज में समन्वय रखता है। भारत सरकार के सचिव के रूप में वित्त सचिव भारतीय संविधान के वरीयता अनुक्रम में 23वें स्थान पर हैं। राजीव कुमार सुभाष चंद्र गर्ग का स्थान लेंगे जिन्हें स्थानांतरित कर विद्युत् विभाग का सचिव बनाया गया है। राजीव कुमार भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 1984 बैच के झारखंड कैडर अधिकारी हैं।


  • दिल्ली सरकार के एक स्कूल शिक्षक मनु गुलाटी को लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिये डेढ़ लाख की पुरस्कार राशि के साथ मोस्ट प्रॉमिसिंग इंडिविज़ुअल श्रेणी में उत्कृष्टता के लिये 2019 के मार्था फैरेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।[२]

डॉ. मार्था फैरेल ने लैंगिक समानता, महिला सशक्तीकरण और कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया। मार्था फैरेल अवार्ड उनकी याद में 2017 में शुरू हुआ था। यह पुरस्कार रिजवान आदातिया फाउंडेशन और Participatory Research in Asia द्वारा सह-प्रायोजित और मार्था फैरेल फाउंडेशन द्वारा समर्थित है।

2019 के चर्चित व्यक्ति[सम्पादन]

  • एक जीवनी संबंधी डॉक्यूमेंट्री ‘100 ईयर्स ऑफ क्राइसोस्टम’ (100 Years of Chrysostum) को सबसे लंबी डॉक्यूमेंट्री की श्रेणी में गिनीज़ अवार्ड प्रदान किया गया।

यह डॉक्यूमेंट्री फिल्‍मकार ब्‍लेसी (Blessy) द्वारा लिखित एवं निर्देशित फिलिपोज़ मार क्रिस्‍टोस्‍टम (Philipose Mar Chrysostum) के जीवन पर आधारित है। 48 घंटे और 8 मिनट की डॉक्यूमेंट्री ने 21 घंटे की सऊदी अरब की डॉक्यूमेंट्री ‘वर्ल्ड ऑफ स्नेक्स’ ( World of Snakes) का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यह डॉक्यूमेंट्री लगभग चार वर्ष में पूरी की गई। इस डॉक्यूमेंट्री को देखने में भारत के सेंसर बोर्ड को सात दिन लग गए।

  • ऑपरेशन कायला म्यूलर (Operation Kayla Mueller)

हाल ही में इस्लामिक स्टेट के नेता अबू बक्र अल-बगदादी को मारने हेतु चलाए गए स्टील्थ ऑपरेशन का नाम कायला म्यूलर के नाम पर रखा गया था। कायला म्यूलर एक अमेरिकी मानवाधिकार कार्यकर्त्ता थी। उनका वर्ष 2013 में चरमपंथी समूह (ISIS) द्वारा अपहरण किया गया तथा 18 महीने तक कैद में रखने के बाद वर्ष 2015 में हत्या कर दी गई थी। अबू बक्र अल-बगदादी कौन था? अबू बक्र अल-बगदादी इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (Islamic State of Iraq and Syria-ISIS) आतंकवादी संगठन का नेता था। इसने वर्ष 2012 में सीरिया में ज़भात अल-नुसरा आतंकी संगठन की स्थापना की जिसका वर्ष 2013 में नाम परिवर्तित करके ISIS कर दिया गया। इसे यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट (United States Department of State) द्वारा वैश्विक आतंकवादी नामित किया गया था।


टोनी मॉरिसन नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी लेखिका टोनी मॉरिसन ( Toni Morrison ) का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

11 उपन्यासों की लेखिका मॉरिसन को वर्ष 1993 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली यह पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला थीं। उपन्यासों के साथ-साथ ये बच्चों की पुस्तकें और निबंध संग्रह की भी लेखिका थीं। इनका पहला उपन्यास 'द ब्लूस्ट आई' वर्ष 1970 में प्रकाशित हुआ था। वर्ष 1987 में प्रकाशित मॉरिसन की पुस्तक Beloved में एक भगोड़ी महिला दास की कहानी लिखी गई थी, जिस पर वर्ष 1998 में ओपराह विन्फ्रे ( Oprah Winfrey ) अभिनीत एक फिल्म भी बनाई गई थी।

डेनिश अर्थशास्त्री एवं पर्यावरणविद् सुश्री इंगर एंडरसन (IngerAndersen) को संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environment Program-UNEP) की नई कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। जनवरी 2015 और मई 2019 के बीच सुश्री एंडरसन इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की महानिदेशक थी।


चीन के क्यू डोंग्यू (Qu Dongyu) को संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO) का प्रमुख निर्वाचित किया गया। FAO का मुख्यालय रोम, इटली में है। FAO संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ तंत्र की सबसे बड़ी विशेषज्ञता प्राप्त एजेंसियों में से एक है जिसकी स्‍थापना वर्ष 1945 में कृषि उत्‍पादकता और ग्रामीण आबादी के जीवन निर्वाह की स्‍थिति में सुधार करते हुए पोषण तथा जीवन स्‍तर को उन्‍नत बनाने के उद्देश्य के साथ की गई थी।


वायुसेना प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी (COSC) का चेयरमैन नियुक्त वह नौसेना प्रमुख सुनील लांबा का स्थान लेंगे, जो 1 जून को सेवानिवृत्त हो गए। चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख होते हैं और वरिष्ठतम सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। इसके चेयरमैन के पास तीनों सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने और देश के सामने मौजूद बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिये सामान्य रणनीति तैयार करने की ज़िम्मेदारी होती है।

भारतीय लेखिका एनी ज़ैदी को वर्ष 2019 के नाइन डॉट्स प्राइज़ (Nine Dots Prize) पुरस्कार के लिये चुना

मुंबई में रहने वाली एनी ज़ैदी को यह पुरस्कार उनके निबंध 'ब्रेड, सीमेंट, कैक्टस' (Bread, Cement, Cactus) के लिये दिया जाएगा। अपने निबंध में उन्होंने घर और इससे जुड़ी भावनाओं को बखूबी चित्रित किया। नाइन डॉट्स प्राइज़ से ऐसे लोगों को पुरस्कृत किया जाता है जो रचनात्मक सोच और विशेष लेखन शैली के ज़रिये आधुनिक मुद्दों पर लेखन कला को प्रोत्साहित करते हैं। नाइन डॉट्स प्राइज़ ब्रिटेन की चैरिटेबल संस्था कदास प्राइज़ फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। इस पुरस्कार के अगले विषय के तौर पर 'इज देयर स्टिल नो प्लेस लाइक होम' पर अगला निबंध आमंत्रित किया गया है। निबंध की शब्द सीमा तीन हज़ार होगी।

  • जोखा अल्हार्थी (Jokha Alharthi) अपने उपन्यास 'केलेस्टियल बॉडीज़’(Celestial Bodies) के लिये मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार (Man Booker International Prize) जीतने वाली पहली अरबी लेखिका बन गई हैं।

बुकर पुरस्कार के तहत प्राप्त 50 हज़ार पाउंड यानी 44 लाख रुपए की धनराशि को अनुवादक और लेखक के मध्य विभाजित करना होता है। अल्हार्थी की अनुवादक अमेरिका की मर्लिन बूथ है, जो ऑक्सफ़ोर्ड विश्विद्यालय में अरबी साहित्य पढ़ाती है। 'केलेस्टियल बॉडीज़’ मूल रूप से अरबी भाषा में लिखा उपन्यास है। इस उपन्यास में तीन बहनों- मय्या, अस्मा और ख्वाला की कहानी है, जो एक मरुस्थलीय देश में रहती हैं। उपन्यास में तीनों बहनों के ‘दासता’ के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल बैठाने की जद्दोजहद का वर्णन किया गया है। अल्हार्थी ओमान की पहली महिला लेखिका हैं जिनके कार्य का अंग्रेज़ी भाषा में अनुवाद किया गया है। वर्ष 2005 में स्थापितयह पुरस्कार,वर्ष 2016 से अनुवादित कथा/कार्य की श्रेणी में एक पुरस्कार के रूप में परिणत हो गया। वार्षिक रूप से यह पुरस्कार अंग्रेज़ी में अनुवादित और यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में प्रकाशित कार्य के लिये प्रदान किया जाता है। मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार अंग्रेज़ी भाषा से इतर अन्य भाषाओं में कार्य करने वाले लेखकों पर केंद्रित है। वर्ष 1969 में शुरू हुए मैन बुकर पुरस्कार (Man Booker Prize) का उद्देश्य अंग्रेज़ी भाषा में लिखे और यूनाइटेड किंगडम में प्रकाशित सर्वश्रेष्ठ उपन्यास को पुरस्कृत करना है। वर्ष 2018 में अन्ना बर्न्स (Anna Burns) के उपन्यास 'मिल्कमैन' (Milkman) को यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।


  • जोको विदोदो (Joko widodo) इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के तौर पर पुनर्निर्वाचित,इन्होनें अपने पूर्ववर्ती जनरल प्राबोवो सुबीआंतो (Prabowo Subianto) को हराकर दोबारा सत्ता ग्रहण की है।

जोको विदोदो वर्ष 2014 से इंडोनेशिया के राष्ट्रपति है।भूमध्य रेखा पार स्थित यह द्वीपसमूह देश इंडोनेशिया दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा देश है। यह बोर्नियो के उत्तरी भाग में मलेशिया के साथ और पापुआ न्यू गिनी में न्यू गिनी (इंडोनेशिया का हिस्सा) के केंद्र में सीमा साझा करता है। इसकी राजधानी जकार्ता (Jakarta), जावा के उत्तर-पश्चिमी तट के समीप स्थित है। यह 80% मुस्लिम आबादी वाला एक मुस्लिम बहुल देश है।
वर्ष 2012 में दिल्ली के बहुचर्चित निर्भया मामले को रिकॉर्ड समय में सुलझाने वाली IPS अधिकारी छाया शर्मा को एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी ने मैक्केन इंस्टीटयूट फॉर इंटरनेश्नल लीडरशिप-2019 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान साहसिक लीडरशिप से जुड़े उल्लेखनीय कामों के लिये दिया जाता है। वर्ष 2012 में सामने आए निर्भया मामले के समय छाया शर्मा दक्षिणी दिल्ली की DCP थीं। वर्ष 2015 में शांति का नोबेल पुरस्कार जीतने वाली मलाला युसुफजई को भी यह सम्मान मिल चुका है।
लोकप्रिय बिरहा गायक हीरालाल यादव का 93 वर्ष की आयु में 12 मई को बनारस में निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसी वर्ष 16 मार्च को उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। यह 70 वर्ष में पहली बार था जब बिरहा को सम्मान मिला। उन्होंने वर्ष 1962 से आकाशवाणी व दूरदर्शन पर बिरहा गाकर प्रसिद्धि पाई। करीब सात दशक तक हीरा-बुल्लू की जोड़ी गाँवों और शहरों में बिरहा की धूम मचाती रही। दोनों ही गायक राष्ट्रभक्ति के गीतों से स्वतंत्रता आंदोलन की अलख भी जगाते रहे। अपनी सशक्त गायकी से हीरालाल यादव ने बिरहा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और बिरहा सम्राट के रूप में प्रसिद्ध हुए।
संयुक्त राष्ट्र ने सतत् विकास लक्ष्य (SDG)की प्राप्ति हेतु भारतीय अभिनेत्री दीया मिर्जा को अपना विशेष दूत बनाया है। संयुक्त राष्ट्र ने दीया मिर्जा और अलीबाबा के प्रमुख जैक मा के साथ ही विश्व के कुल 17 अन्य लोगों को भी सतत् विकास लक्ष्य जैसे विशेष कार्य हेतु चुना है। अभिनेत्री दीया मिर्जा संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nations Environment Programme- UNEP) की सद्भावना दूत के रूप में पहले से ही संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी हैं। उद्देश्य-संयुक्त राष्ट्र द्वारा चुने गए ये लोग विश्व भर में संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। इन लक्ष्यों में जलवायु परिवर्तन, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शांति, गरीबी और असमानता को लेकर संयुक्त राष्ट्र के संदेश को लोगों तक पहुँचाना शामिल है।

प्रख्यात अर्थशास्त्री और शिक्षाविद वैद्यनाथ मिश्र का 99 वर्ष की आयु में भुवनेश्वर में निधन हो गया। ओडिशा के सामाजिक विकास में दिया गया उनका योगदान अतुलनीय माना जाता है। उन्होंने लेक्चरर के रूप में अपने करियर की शुरुआत कटक के रावेनशॉ यूनिवर्सिटी से 1949 में की थी। बाद में उन्होंने ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी में काम किया। वह 1981 से 1985 के बीच यहाँ के कुलपति रहे। वैद्यनाथ मिश्र 1985 से 1990 के बीच राज्य योजना बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे।

संयुक्त राष्ट्र ने अपने 115 शांतिरक्षकों एवं कर्मचारियों को कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए जीवन का बलिदान देने के लिये सम्मानित किया है।सम्मानित किये गए इन शांतिरक्षकों एवं कर्मचारियों में दो भारतीय भी शामिल हैं।कांगो में संयुक्त राष्ट्र संगठन मिशन में सेवा देने वाले पुलिस अधिकारी जितेंद्र कुमार और भारत के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से जुड़ी संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की कंसल्टेंट शिखा गर्ग सहित कुल 115 लोगों ने शांति के लिये सेवा देते हुए जनवरी 2018 से मार्च 2019 के मध्य कुर्बानी दी।

लाइबेरिया के पर्यावरण कार्यकर्त्ता और वकील, अल्फ्रेड ब्राउनेल (Alfred Brownell ) उन छह कार्यकर्त्ताओं में से हैं जिन्हें गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अल्फ्रेड ब्राउनेल ने एक कंपनी को उष्णकटिबंधीय वर्षावनों को ताड़ के बागानों में बदलने से रोका था। पहला गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार पृथ्वी दिवस के अवसर पर 1990 में दिया गया था। सैनफ्रांसिस्को के गोल्डमैन पर्यावरण फाउंडेशन द्वारा हर वर्ष दिया जाने वाला यह पुरस्कार ज़मीनी स्तर पर काम करने वाले पर्यावरण कार्यकर्त्ताओं को दिया जाता है। दुबई में रहने वाली 17 साल की भारतीय छात्रा सिमोन नूराली का अमेरिका की सात प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज़ में चयन हो गया है। इनमें यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया और प्रतिष्ठित आइवी लीग स्कूल समूह में शामिल डार्टमाउथ कॉलेज शामिल हैं। इनके अलावा जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, इमोरी यूनिवर्सिटी और जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी ने भी उन्हें दाखिला देने की पेशकश की है। सिमोन नूराली दुबई के मिरदिफ स्थित अपटाउन स्कूल की हेड गर्ल हैं। उन्होंने भारत में मानव तस्करी के मुद्दे पर द गर्ल इन द पिंक रूम नामक किताब भी लिखी है।

ग्रीस की राजधानी एथेंस में सिकंदर महान की 3.5 मीटर ऊँची मूर्ति स्थापित की गई[सम्पादन]

  • इस मूर्ति को स्थापित करने में 27 वर्षों का समय लगा है।इस मूर्ति में सिकंदर को घोड़े पर सवार दिखाया गया है।
  • कांस्य की इस मूर्ति को ग्रीस की सरकार ने वर्ष 1992 में खरीदा था।चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के महान योद्धा सिकंदर का जन्म मौजूदा उत्तरी ग्रीस के मेसेडोनिया क्षेत्र में हुआ था।
  • मूर्ति स्थापित करने में हुई देरी का कारण
  • मेसेडोनिया के नाम परिवर्तन का विवाद। नौकरशाही की लेटलतीफी।
  • हाल ही में ‘रिपब्लिक ऑफ मेसेडोनिया’ (Macedonia) का नाम बदलकर ‘रिपब्लिक ऑफ नॉर्थ मेसेडोनिया’ किया गया था।
  • सिकंदर ने 326 ई. पू. में भारत पर आक्रमण किया था। वह खैबर दर्रा पार करते हुए भारत आया था।
  • सिकंदर के भारत पर आक्रमण के क्रम में उसका पहला सामना तक्षशिला के शासक आम्भि से हुआ था, परंतु झेलम नदी के किनारे पहुँचने पर सिकंदर का पहला और सबसे शक्तिशाली प्रतिरोध पोरस ने किया था।

उसका भारत अभियान उन्नीस महीने (326-325 ई. पू.) तक चला था। भारत पर सिकंदर के आक्रमण का परिणाम भारत और यूनान के बीच विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्यक्ष संपर्क की स्थापना हुई। सिकंदर के अभियान से चार भिन्न-भिन्न स्थलमार्गों और जलमार्गों के द्वार खुले। इससे यूनानी व्यापारियों और शिल्पियों के लिये व्यापार का मार्ग प्रशस्त हुआ तथा व्यापार की सुविधा बढ़ी। उसने झेलम के तट पर बुकेफाल नगर और सिंध में सिकंदरिया नगर बसाया था, जो सबसे महत्त्वपूर्ण उपनिवेशों में शामिल थे।

  • इलाहाबाद हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश विक्रम नाथ को नवगठित आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का पहला चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है।तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के संयुक्त उच्च न्यायालय के विभाजन के बाद इस साल 1 जनवरी, 2019 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय की स्थापना की गई थी।
  • प्रसिद्ध तेलुगू कवि डॉ. शिवा रेड्डी को 2018 के 28वें सरस्वती सम्मान के लिये चुना गया है। उन्हें यह सम्मान उनके काव्य संग्रह पक्की ओत्तिगिलिते (Pakki Ottigilite) के लिये दिया जाएगा। इस पुस्तक का प्रकाशन 2016 में हुआ था। यह सम्मान प्रतिवर्ष संविधान की आठवीं अनुसूची में वर्णित किसी भी भारतीय भाषा में पिछले 10 वर्ष में प्रकाशित भारतीय लेखकों की उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार के तहत प्रशस्ति-पत्र, स्मृति चिन्ह और 15 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। ज्ञातव्य है कि 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा सरस्वती सम्मान की स्थापना की गई थी।

विश्व प्रसिद्ध समाचार एजेंसी रॉयटर्स (Reuters) के पत्रकारों, क्याव सो ओ और वा लोन को यूनेस्को द्वारा दिये जाने वाले गिलर्मो केनो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज 2019 के लिये चुना गया है। फिलहाल ये दोनों म्यांमार में 7 वर्ष की जेल की सज़ा काट रहे हैं, जहाँ उन्होंने वर्गीकृत सैन्य रिकॉर्ड एकत्र किये, जिनमें रखाइन राज्य में सेना द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों की असाधारण हत्याओं की जानकारी थी। गौरतलब है कि 1997 में शुरू किया गया गिलर्मो केनो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम पुरस्कार देकर उस व्यक्ति, संगठन या संस्था को सम्मानित किया जाता है जिसने दुनिया में कहीं भी खतरे में रहकर प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा की हो या उसके स्तर को बढ़ाने में उत्कृष्ट योगदान दिया हो। 3 मई को वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 45 हज़ार डॉलर का यह पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार का नाम कोलंबिया के अख़बार एल एस्पेक्टोर के संपादक गिलर्मो केनो इस्ज़ा के नाम पर रखा गया है।

  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जामिया मिलिया इस्लामिया के इतिहास में पहली बार एक महिला कुलपति प्रो. नज़मा अख्तर की नियुक्ति की है। उन्हें जामिया ही नहीं, बल्कि दिल्ली स्थित किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति बनने का गौरव प्राप्त हुआ है।
  • भारत के थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को अमेरिकी सेना के कमांड एंड जनरल स्टाफ ने सम्मानित किया है। उन्हें फोर्ट लीवेनवर्थ कॉलेज के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। अमेरिका के साथ सैन्य तथा रक्षा सहयोग को और मज़बूती देने के लिये जनरल बिपिन रावत हाल ही में अमेरिका के दौरे पर गए थे।
  • किर्लोस्कर सिस्टम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विक्रम किर्लोस्कर ने देश के प्रमुख उद्योग संगठन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। उन्होंने संगठन के अध्यक्ष एवं भारती इंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष राकेश भारती मित्तल का स्थान लिया है। इसके साथ ही कोटक महिंद्रा बैंक के संस्थापक उदय कोटक नामित-अध्यक्ष मनोनीत किये गए हैं।
  • डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के अधिकारी डेविड मालपास को विश्व बैंक का 13वाँ अध्यक्ष चुना गया है।विश्व बैंक के अब तक चुने गए सभी 13 अध्यक्ष अमेरिकी हैं। विश्व बैंक का अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण एवं विकास बैंक तथा अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ के निदेशक मंडल का भी अध्यक्ष होता है।
  • लॉरी लाइटफुट अमेरिका के शिकागो शहर की पहली ट्रांसजेंडर मेयर चुन ली गई हैं। पेशे से वकील लॉरी ने डेमोक्रेट पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी टोनी प्रेक्विंकल को सभी 50 वार्डों में हराया। वह शिकागो की 56वीं मेयर के रूप में शपथ लेंगी। लॉरी काफी समय से LGBTQ समुदाय के अधिकारों के लिये लड़ती रही हैं। वह शिकागो की मेयर बनने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला भी हैं। उनसे पहले 1837 से अब तक केवल एक महिला और एक अश्वेत को ही शिकागो का मेयर बनने का मौका मिला है।
  • अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलअजीज़ बाउटेफ्लिका ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही वहाँ चल रहे व्यापक विरोध प्रदर्शनों के कारणअपने पद से इस्तीफा दे दिया।
  • डॉ. विक्रम पटेल को वैश्विक स्वास्थ्य अनुसंधान में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिये 2019 के जॉन डर्क कनाडा गेर्डनर ग्लोबल हेल्थ अवार्डके लिये चुना गया है।उनको मानसिक स्वास्थ्य में उनके शोध, निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने और मानसिक विकारों की रोकथाम और उपचार के वैश्विक दृष्टिकोण के लिये चुना गया है। डॉ. पटेल लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन में ग्लोबल मेंटल हेल्थ सेंटर के सह-संस्थापक और पूर्व निदेशक हैं।इस पुरकार को दिये जाने का यह 60वाँ वर्ष है।
  • अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र फेसबुक स्वामित्त्व वाले व्हाट्सएप मैसेंजर ने तथ्यों की जाँच के लिये टिपलाइन (WhatsApp) जारी की।

अब किसी भी अनिश्चित सूचना या अफवाह (व्हाट्सएप पर प्राप्त हुई) के स्पष्टीकरण के लिये व्हाट्सएप टिपलाइन, +91-9643-000-888 पर संदेश भेजा जा सकता है। व्हाट्सएप इस हेल्पलाइन के लिये भारत स्थित मीडिया स्किलिंग स्टार्टअप प्रोटो (PROTO) के साथ काम कर रहा है।[३] किसी व्हाट्सएप यूज़र द्वारा टिपलाइन के साथ संदिग्ध संदेश साझा किये जाने के बाद प्रोटो (PROTO) का सत्यापन केंद्र यूजर को सत्यापन संबंधी जवाब देने की कोशिश करेगा। सत्यापन केंद्र पिक्चर, वीडियो लिंक या टेक्स्ट के रूप में प्राप्त अफवाहों की समीक्षा करेगा और इसमें अंग्रेज़ी के अलावा चार अन्य क्षेत्रीय भाषाओं हिंदी,तेलुगू,बंगाली और मलयालम को शामिल करेगा।

चर्चित शब्द[सम्पादन]

दयालुता पर पहला विश्व युवा सम्मेलन (First World Youth Conference on Kindness) 23 अगस्त, 2019 को नई दिल्ली में दयालुता पर पहले विश्व युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया।

उद्देश्य: इस सम्मेलन का उद्देश्य संवेदना, सद्भाव, करुणा जैसे गुणों के ज़रिये युवाओं को प्रेरित करना था, ताकि वे आत्मविकास कर सकें और अपने समुदायों में शांति स्थापित कर सकें। थीम: कार्यक्रम की विषयवस्तु/थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम् : समकालीन विश्व में गांधीः महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह’ (Vasudhaiva Kutumbakam: Gandhi for the Contemporary World: Celebrating the 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi) थी। आयोजनकर्त्ता: इसका आयोजन UNESCO के महात्मा गांधी शांति और विकास शिक्षा संस्थान (Mahatma Gandhi Institute of Education for Peace and Sustainable Development-MGIEP) तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resource Development) ने किया। अन्य प्रमुख बिंदु: इस सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया। सम्मेलन में एशिया, अफ्रीका, लातीनी अमेरिका और यूरोप के 27 से अधिक देशों के लगभग 1000 युवाओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर UNESCO के MGIEP के प्रमुख प्रकाशन ‘दि ब्लू डॉट’ (The Blue Dot) का विमोचन भी किया गया। इस संस्करण में सामाजिक और भावनात्मक पक्षों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में संस्थान द्वारा किये जाने वाले कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया है।

यूगव सर्वेक्षण(YouGov survey)-इंग्लैंड की एक फर्म यूगोव (YouGov)द्वारा वेब उपयोकर्त्ताओं की 1000 लोगों पर किये गए भाषायी पसंद पर सर्वेक्षण के अनुसार,लगभग 72% लोग उसी भाषा के प्रकरण को देखना पसंद करते हैं जिसे वे बोलते या समझते हैं। हिंदी भले ही व्यापक स्तर पर बोली जाने वाली भाषा है लेकिन केवल 26% हिंदी भाषी लोग ही हिंदी भाषा की वेब सामग्री पसंद करते है। यूट्यूब पर तीन-चौथाई लोग अंतर्राष्ट्रीय सामग्री देखते हैं, वहीं नेटफ्लिक्स और अमेज़न अंतर्राष्ट्रीय सामग्री देखने के दूसरे सबसे पड़े प्लेटफॉर्म हैं। टेलीविज़न पर 73% और यूट्यूब पर 72% स्थानीय सामग्री देखी जाती है। दक्षिण भारत में 82% लोग उपशीर्षक (Subtitled or Dubbed) सामग्री देखते हैं। अंग्रेज़ी सामग्री का सबसे अधिक प्रयोग कन्नड़ और तेलुगू बोलने वाले लोग करते हैं।

लिब्रा (Libra)फेसबुक द्वारा लॉन्च क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)। ई-कॉमर्स तथा वैश्विक भुगतान प्रणाली में कदम रखने के प्रयास के तहत घोषित ब्लॉकचैन पर आधारित यह क्रिप्टोकरेंसी लिब्रा रिज़र्व (Libra Reserve) द्वारा समर्थित है। यह क्रिप्टोकरेंसी वर्ष 2020 की प्रथम छमाही में लॉन्च की जाएगी। फेसबुक ने लिब्रा के प्रबंधन हेतु 28 सहयोगियों के साथ मिलकर लिब्रा एसोसिएशन (Libra Association) बनाया है। इस क्रिप्टोकरेंसी का नाम प्राचीन रोम में धन की उत्पत्ति से प्रेरित है, जहाँ लिब्रा सिक्के ढालने के लिये प्रयुक्त वज़न की एक इकाई हुआ करती थी। ज्योतिषशास्त्र में ‘लिब्रा’ न्याय का प्रतीक है और फ्रेंच भाषा में इसका अर्थ ‘स्वतंत्रता’ है।

वर्ष 1966 में स्थापितस्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट(SIPRI)एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है।यह प्रतिवर्ष अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करता है। यह संस्थान युद्ध तथा संघर्ष, युद्धक सामग्री, शस्त्र नियंत्रण और निरस्त्रीकरण के क्षेत्र में शोध कार्य करता है। साथ ही नीति निर्माताओं, शोधकर्त्ताओं, मीडिया द्वारा जानकारी मांगे जाने पर इच्छुक लोगों को आँकड़ों से संबंधित विश्लेषण और सुझाव भी उपलब्ध कराता है। इसका मुख्यालय स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में है और इसे विश्व के सर्वाधिक सम्मानित थिंक टैंकों की सूची में शामिल किया जाता है।



डेनिसोवन- वैज्ञानिकों द्वारा खोजा गया रहस्यमय प्राचीन-होमिनिन समूह के अब तक के सबसे बड़े जीवाश्म (जबड़े की हड्डी) का पता लगाया है।तिब्बती पठार पर खोजा गया डेनिसोवन समूह का यह जीवाश्म 160,000 वर्ष से भी अधिक पुराना है और साइबेरियन गुफा के बाहर पाया जाने वाला पहला जीवाश्म भी है। एक दशक पहले साइबेरियन गुफा में ही इस होमिनिन समूह का पता चला था। साइबेरियन गुफा के बाहर इस जीवाश्म का पाया जाना इस बात की पुष्टि करता है कि यह प्राचीन-होमिनिन समूह अनुमान से कहीं अधिक बड़े पैमाने पर कई क्षेत्रों में फैले हुए थे। होमिनिन मनुष्य सदृश्य जीवों के बड़े समूह या परिवार का हिस्सा होते हैं, जिन्हें होमिनिड्स कहा जाता है। होमिनिड्स में ओरांगुटान, गोरिल्ला, चिंपांजी और इंसान शामिल हैं।

कतर 2019 के अंत तक अपनी विवादास्पद एक्ज़िट वीज़ा प्रणाली'कफाला' को समाप्त करने जा रहा है।प्रायोजन (Sponsorship) पर आधारित इस प्रणाली के अंतर्गत प्रवासी श्रमिकों को अपना काम बदलने या देश छोड़ने के लिये अपने नियोक्ता की अनुमति लेनी आवश्यक होती है। अब, नए कानूनों के तहत प्रयोजन (Sponsorship) के स्थान पर अनुबंध (Contract) की व्यवस्था की जा सकती है। कफाला प्रणाली के तहत हर प्रवासी श्रमिक को एक स्थानीय प्रायोजक(Sponsor) की ज़रूरत होती है। प्रायोजक एक व्यक्ति या संगठन के रूप में हो सकता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कफाला प्रणाली को मौजूदा दौर की गुलामी (Modern-day Slavery) कहा है। वर्ष 2022 में कतर में फुटबॉल विश्वकप का आयोजन होने जा रहा है, इसके लिये वहाँ बहुत बड़ी संख्या में बाहर से मज़दूर आकर कार्य कर रहे हैं।

फॉर्म INC-22 31 दिसंबर, 2017 को या उससे पहले निगमित कंपनियों को INC-22 फॉर्म में अपने कार्यालय का स्थान, निदेशकों और व्यापार के प्रमाण के बारे में विवरण प्रदान करना आवश्यक होता है।

क्रोनोस और हॉपलाइट ट्रोजन हैं। ट्रोजन ऐसे प्रोग्राम हैं जो कुछ ऐसा होने का दिखावा करते हैं जो कि वे नहीं होते हैं और इसमें दुर्भावनापूर्ण फाइलें (ऐसी फाइल जिनमें कंप्यूटर वायरस होता है) जुड़ी होती हैं।

ट्रोजन आमतौर पर ईमेल अटैचमेंट के माध्यम से भेजे जाते हैं और एक बार डाउनलोड होने के बाद हमलावरों को वित्तीय डेटा, ईमेल और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी पर निगरानी रखने और चोरी करने की स्वतंत्रता दे सकते हैं।
हाल ही में अमेरिका ने वियतनाम में स्थित पूर्व एजेंट ऑरेंज भंडारण स्थल की सफाई हेतु एक कार्यक्रम की शुरुआत की है। एजेंट ऑरेंज, 1960 के दशक में वियतनाम युद्ध के दौरान वनों और फसलों को खत्म करने के लिये अमेरिकी सैन्य बलों द्वारा उपयोग किया गया एक शक्तिशाली तृणनाशक (herbicide) था। युद्ध के दौरान अमेरिका ने वियतनाम के देहाती व जंगली इलाकों में करोड़ों गैलन कीटनाशक एजेंट ऑरेंज बरसाए थे। दक्षिण वियतनाम के अलावा लाओस और कंबोडिया के सीमावर्ती जंगलों में भी एजेंट ऑरेंज बरसाए गए थे, ताकि वहाँ किसी भी प्रकार की खेती न की जा सके और जंगलों में छिपे लड़ाकों के लिये गुजर-बसर करने में परेशानी खड़ी की जा सके। एजेंट ऑरेंज में भारी मात्रा में डायोक्सिन होता है, जिससे कैंसर जैसी भयावह बीमारी उत्पन्न होती है। एक अनुमान के मुताबिक, इससे 48 लाख नागरिकों की मौत हो गई थी या वे विकलांग हो गए थे। इसके साथ ही लाखों बच्चे आनुवंशिक बीमारियों के साथ पैदा हुए थे।


सिंबाकुबवा कुतोकाफ्रिका (Simbakubwa Kutokaafrika)हाल में खोजा गया एक विशाल मांसाहारी जीव का जीवाश्म, जो 22 मिलियन वर्ष पहले केन्या में पाया जाता था। एक ‘विशाल शेर’ के समान दिखने वाले इस जीव का वज़न लगभग एक टन और लंबाई 8 फीट होने का अनुमान व्यक्त किया गया है। सिंबाकुबवा दिखने में न तो भालू जैसा है और न ही ‘बिग कैट’ फैमिली से मेल खाता है। यह विशाल स्तनपायी एक हाइनोडन था, जो वर्तमान में मांसाहारी प्रजाति का एक विलुप्त वंश है। यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि हाइनोडन आधुनिक हाइना (लकड़बग्घा) प्रजाति से संबंधित नहीं है, हालाँकि इनका दंतोद्भवन (किसी विशेष प्रजाति में दांतों की व्यवस्था या स्थिति) लगभग एक-सा है।


दास्तानगोई उर्दू कहानी कहने की एक परंपरा है। इसमें दास्तानगो या कहानीकार केंद्र में होते हैं जिनकी आवाज़ मुख्य कलात्मक उपकरण होती है। फारस में उत्पन्न यह कला इस्लाम के प्रसार के साथ-साथ दिल्ली और भारत के अन्य हिस्सों में भी प्रचलित हो गई। 1857 के सिपाही विद्रोह के दौरान यह कला अपने शिखर पर थी जब कई दास्तानगो या कहानीकारों ने लखनऊ पहुँचकर कला के इस रूप को लोकप्रिय बना दिया था। वर्ष 1928 में मीर बकर अली के निधन के साथ ही कुछ समय के लिये यह कला गायब सी हो गई थी जिसे वर्ष 2005 में पुनः मुख्यधारा में लाने के प्रयास किये गए थे।

जेट एयरवेज़ लंबे समय से नकदी के संकट से जूझ रही निजी विमानन कंपनी ने परिचालन अस्थायी तौर पर स्थगित करने की घोषणा की है।

  • द न्यूयॉर्क टाइम्स और वाल स्ट्रीट जर्नल(अमेरिकी अखबार) को पुलित्ज़र अवार्ड से सम्मानित किया गया है। इन अखबारों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़ी खोजी खबरों के लिये यह सम्मान दिया गया।

पुलित्ज़र अवार्ड की स्थापना वर्ष 1917 में हुई थी और यह अमेरिका में अखबार, पत्रिका एवं ऑनलाइन पत्रकारिता के साथ ही संगीत के क्षेत्र में भी दिया जाता है। गूगल ने अपना नया क्लाउड प्लेटफॉर्म एंथोस (Anthos) लॉन्च किया। यह क्लाउड सर्विसेज प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जिसका ऐलान गूगल ने पिछले वर्ष किया था। इसकी सहायता से उपयोगकर्ता कहीं से भी एप्लीकेशन चला सकता है। एंथोस अपने उपयोकर्त्ताओं को Unmodified, Curent On-Premises Hardware या General Cloud पर एप्लीकेशन चलाने की अनुमति देता है। एंथोस उपयोगकर्ताओं को एमेज़ोन वेब सर्विसेज़ और माइक्रोसॉफ्ट Azure जैसे Third-party Cloud पर चलने वाले वर्कलोड का प्रबंधन भी करने देगा।

  • आईएनएस ‘मगर’स्थल और जल दोनों ही क्षेत्रों के लिये अनुकूल इस महत्त्वाकांक्षी युद्धपोत को मोज़ाम्बिक के चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों के लिये आवश्यक राहत सामग्री के साथ मुंबई से पोर्ट बीरा के लिये रवाना हो गया।
  • भारतीय युद्धपोत आवश्यक दवाओं, एंटी-एपिडेमिक ड्रग्स, खाद्य पदार्थों, कपड़े, मरम्मत की सामग्री, पुनर्वास उपकरण तथा अस्थायी आश्रयों सहित 300 टन राहत सामग्री ले जा रहा है।
  • जहाज़ एक नौसेना चेतक लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर भी ले जा रहा है, जिसका उपयोग राहत कार्यों में किया जाएगा।
  • आईएनएस सुजाता, शारदुल और सारथी के बाद पोर्ट बीरा के लिये रवाना होने वाला यह भारतीय नौसेना के एक प्रशिक्षण स्क्वाड्रन का चौथा जहाज़ है, जो मोज़ाम्बिक में भारतीय नौसेना के मौजूदा मानवीय सहायता और आपदा राहत (Humanitarian Assistance and Disaster Relief-HADR) प्रयासों में जुटे हैं।

रीवा (Reiwa)-जापान का नया शाही युग[सम्पादन]

  • युवराज नारुहितो के राजगद्दी संभालते ही (1 मई, 2019 को) जापान में इस नए शाही युग की शुरुआत होगी।
  • जापान के वर्तमान सम्राट अकिहितो 30 अप्रैल को अपनी राजगद्दी स्वेच्छा से छोड़ रहे हैं।[४]
  • ‘रीवा’ युग की शुरुआत के साथ ही 1989 में शुरू हुए हीसेई युग (Heisei Era) का अंत हो जाएगा।
  • जापान में ग्रेगरी कैलेंडर के साथ ही स्वदेशी गेंगो कैलेंडर का प्रयोग भी बड़े पैमाने पर किया जाता है।
  • जापान में नए राजा के सत्तासीन होने पर नए शाही युग की शुरुआत की परंपरा रही है।
  • जापान के वर्तमान संवैधानिक प्रावधानों के तहत, सम्राट ‘राज्य और अपने लोगों की एकता का प्रतीक’ है।
  • सम्राट के पास कोई वास्तविक राजनीतिक शक्ति नहीं होती है लेकिन उन्हें राज्य के प्रमुख और संवैधानिक सम्राट के रूप में माना जाता है।

मांकडिंग[सम्पादन]

  • हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग-2019 (IPL-2019) के एक क्रिकेट मैच के दौरान एक बल्लेबाज़ को मांकडिंग से रन आउट (जिसे मांकडिंग भी कहा जाता है) कर दिया गया।
  • पूर्व भारतीय गेंदबाज वीनू मांकड़ के नाम पर इस तरीके को ‘मांकडिंग’ नाम दिया गया था।
  • मांकडिंग में नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज़ को बॉलर द्वारा गेंद फेंकने से पहले ही रन आउट कर दिया जाता है।
  • यदि गेंदबाज़ को ऐसा प्रतीत हो कि नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज़ गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज़ से बाहर निकल रहा है तो वह नॉन-स्ट्राइकर छोर की गिल्लियाँ उड़ाकर उसे आउट कर सकता है।
  • रन-आउट के इस तरीके को क्रिकेट की दुनिया में खेल-भावना के विपरीत माना जाता रहा है।
  • वीनू मांकड से संबंध
  • वीनू मांकड ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ बिल ब्राउन को दिसंबर 1947 में दो बार रन आउट किया था।
  • यह घटना मांकडिंग के सबसे मज़बूत उदहारण के रूप में जानी जाती है।

टेस्ला द्वारा जापान के ओसाका में एक ट्रेन स्टेशन पर 42 पावरपैक का एक बैंक स्थापित। जापान में रेलगाड़ियों की ऊर्जा मांग को कम करने और आपातकालीन बैकअप बिजली प्रदान करने के लिये टेस्ला ने एशिया में अपनी सबसे बड़ी बिजली भंडारण प्रणाली विकसित की है।किया है, जो बिजली न होने की स्थिति में ट्रेन और उसके यात्रियों को निकटतम स्टेशन तक सुरक्षित रूप से ले जाने के लिये पर्याप्त बैकअप पावर प्रदान कर सकता है। इसे जापान के एक रेलवे ऑपरेटर किंत्सु के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है।

संदर्भ[सम्पादन]

  1. https://www.wti.org.in/news/vivek-menon-wins-the-prestigious-clarks-r-bavin-award-for-excellence-in-combatting-wildlife-crime/
  2. https://www.indiatoday.in/education-today/news/story/delhi-govt-school-teacher-manu-gulati-gets-martha-farrell-award-2019-for-women-empowerment-1488761-2019-03-28
  3. https://yourstory.com/2019/04/whatsapp-launches-tipline-curb-fake-news-india-elections-gbxoase8cg
  4. https://www.theguardian.com/world/2019/apr/01/reiwa-how-japans-new-era-name-is-breaking-tradition