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- जाते हैं । कारण केवल इतना ही बतलाया गया कि फॉसी का फंदा बड़ा है और कोतवाल हैं दुबले अतः न फॉसी का फंदा छोटा हो सकता है और न बकरी की जान के बदले किसी का...१२ KB (९९२ शब्द) - १२:१९, १० जनवरी २०२२
- आदमी को कर देता है छलनी न जाने किसने तुम्हारे गले में डाल दिया है जाति का फंदा जो न तुम्हें जीने देता है न हमें!" भारत में 19वीं शताब्दी के दौरान पुनर्जागरण...१२ KB (८४९ शब्द) - १२:३३, ३ मार्च २०२४
- छब कोई बन की नयन तेरे दो फूल नरगिस थे ज़ेबा नज़ाकत है तुज मुख में रंगीं चमन की तेरे जुल्फ फंदाँ में दिल आशिकाँ के रहे हैं सो आशिक़ हो पियो की नयन की...७५३ B (६४ शब्द) - ०४:५८, २६ जुलाई २०२१
- बृषभानुसुता दुलही दिन जोरी बनी बिधना सुखकंदन।। आवै कह्यौ न कछु रसखानि री दोऊ फंदे छवि प्रेम के फंदन। जाहि बिलोकें सबै सुख पावत ये ब्रज जीवन हैं दुखदंदन।। (सुजान...९ KB (६९० शब्द) - ०५:०३, २६ जुलाई २०२१
- दुर्गन्ध कुछ-कुछ फैलने लगी। पंडितजी ने एक रस्सी निकाली। उसका फन्दा बनाकर मुरदे के पैर में डाला और फन्दे को खींचकर कस दिया। अभी कुछ-कुछ धुँधलका था। पंडितजी ने...३३ KB (२,७९९ शब्द) - ०४:५४, ३० जुलाई २०२१
- दुर्गन्ध कुछ-कुछ फैलने लगी। पंडितजी ने एक रस्सी निकाली। उसका फन्दा बनाकर मुरदे के पैर में डाला और फन्दे को खींचकर कस दिया। अभी कुछ-कुछ धुँधलका था। पंडितजी ने...३३ KB (२,८०१ शब्द) - ०४:४५, २५ जुलाई २०२१
- कल कोतवाल को फॉसी का हुकुम हुआ था। जब फॉसी देने को उसको ले गए, तो फॉसी का फंदा बड़ा हुआ, क्योंकि कोतवाल साहब दुबले है। हम लोगो ने महाराज से अर्ज किया, इस...४१ KB (३,१८८ शब्द) - १६:३६, ३० जनवरी २०२२
- । अम्बर के हाथ-पैर फूले, काल की जड़ें सूजने लगीं । झाड़ों की दाढ़ी में फन्दे झूलने लगे, डालों से मानव-देह बंधे झूलने लगे । गलियों-गलियों हो गयी मौत की...२० KB (१,५९० शब्द) - ०७:१३, २७ मई २०२३
- चिपकाता कौन है मकानों की पीठ पर अहातों की भीत पर बरगद की अजगरी डालों के फन्दों पर अंधेरे के कन्धों पर चिपकाता कौन है ? चिपकाता कौन है हड़ताली पोस्टर बड़े-बड़े...२९ KB (२,२६९ शब्द) - ०७:१३, २७ मई २०२३
- मृत्युकाल में उन भयंकर यमदूतों को मै कैसे देखूंगी ? जब वे बलपूर्वक मेरे गले में फंदे डालकर मुझे बंधेंगे तब मैं कैसे धीरज धारण कर सकुंगी | नरक में जब मेरे शरीर...४१ KB (३,१४२ शब्द) - १३:०१, २७ सितम्बर २०१८
- को तो निश्चित रूप से ही फँसाते थे। ...... दंिडत अपराधी को उसके गले में फन्दा डालकर एक गाड़ी पर चढ़ाकर वृक्ष से बाँध दिया जाता था। गाड़ी को आगे बढ़ाया...२५३ KB (१९,७१० शब्द) - १४:५९, ९ जनवरी २०२०