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- करने में सहायक होता है। मुख-विवर: अलिजिह्व या कौवा के एक ओर नासिका विवर होता है तथा दूसरी ओर मुख-विवर होता है। इसी मुख-विवर में ही कोमल तालु, कठोर तालु...२४ KB (१,८२६ शब्द) - १६:०६, १७ दिसम्बर २०२२
- गुँथ जातीं मानो अक्षर नवसाक्षर खेतिहर के-से वे बेढब वाक्य फुसफुसाते टोकरी विवर में से स्वर आते दबे-दबे मानो कलरव गा उठता हो धीमे-धीमे अथवा मनोज्ञ शत रंग-बिरंगी...१३ KB (१,०४६ शब्द) - ०७:१६, २७ मई २०२३
- स्फूर्ति-मुख। देख यों हम सबको चमचमा मंगल-ग्रह साक्षी बन जाता है पृथ्वी के रत्न-विवर में से निकली हुई बलवती जलधारा नव-नवीन मणि-समूह बहाती लिये जाय, और उस स्थिति...५ KB (३५२ शब्द) - ०८:४३, २७ मई २०२३
- दिल के बड़े गड्ढों) पाँच अचानक आसमानी फ़ासलों में से गुज़रते चाँद ने वह तम-विवर देखा, लिफ़ाफ़ा एक नीला दूर से फेंका, व पल ठिठका। कि इतने में अँधेरे तंग कोने...२७ KB (२,०८६ शब्द) - ०७:५३, २७ मई २०२३
- कोठरी में किस तरह अपना गणित करता रहा औ' मर गया... वह सघन झाड़ी के कँटीले तम-विवर में मरे पक्षी-सा विदा ही हो गया वह ज्योति अनजानी...११ KB (८४२ शब्द) - १४:५९, ९ सितम्बर २०२२
- आसन जमा लिया, कुछ महामहिम सभ्यों ने दर्शन कमा लिया, वह हो न कहीं भू-ज्वाल-विवर— जी नहीं, नहीं कुछ नहीं, यूँ ही यह मन में खटका!” पाँच पिछवाड़े, ढेरों में...१९ KB (१,४४० शब्द) - ०७:१६, २७ मई २०२३
- कोठरी में किस तरह अपना गणित करता रहा औ' मर गया... वह सघन झाड़ी के कँटीले तम-विवर में मरे पक्षी-सा विदा ही हो गया वह ज्योति अनजानी सदा को सो गयी यह क्यों हुआ...११ KB (८४४ शब्द) - ०७:११, २७ मई २०२३
- कोठरी में किस तरह अपना गणित करता रहा औ' मर गया... वह सघन झाड़ी के कँटीले तम-विवर में मरे पक्षी-सा विदा ही हो गया वह ज्योति अनजानी...११ KB (८४२ शब्द) - ०१:३२, २१ जून २०२०
- पर, यह क्या अँधेरे स्याह धब्बे सूर्य के भीतर बहुत विकराल धब्बों के अँधेरे विवर तल में-से उभरकर उमड़कर दल बाँध उड़ते आ रहे हैं गिद्ध पृथ्वी पर झपटते हैं...२३ KB (१,७२० शब्द) - ०८:४८, २७ मई २०२३
- का शिला-द्वार खुलता है धड् से ... घुसती है लाल-लाल मशाल अजीब-सी, अंतराल-विवर के तम में लाल-लाल कुहरा, कुहरे में, सामने, रक्तालोक-स्नात पुरुष एक, रहस्य...२४ KB (१,८५७ शब्द) - ०८:५९, २७ मई २०२३
- जगती का अम्बर। मृत्यु तुम्हारा गरल दन्त, कंचुक कल्पान्तर, अखिल विश्व ही विवर, वक्र कुण्डल दिङ्मण्डल! (7) अहे दुर्जेय विश्वजित्। नवाते शत सुरवर, नरनाथ...४९ KB (३,८३१ शब्द) - ११:३६, ११ नवम्बर २०२३
- जंगलों में देख सकते हैं। सितंबर को बटरफ्लाई मंथ के रूप में मनाया जाता है। बया वीवर बर्ड (Baya Weaver Bird) भारतीय उपमहाद्वीप एवं दक्षिण पूर्व एशिया में पाई...२१३ KB (१५,६७४ शब्द) - ०६:५९, २५ जुलाई २०२१
- longitude of the point of intersection of the ecliptic with the horizon विवर (vivara) Difference वियत् (viyat) Zero वृति (vṛti) Perimeter वृत्त (vṛtta)...६५ KB (७,७३० शब्द) - १२:३६, १० मई २०१८
- घनाकार जगती का अंबर मृत्यु तुम्हारा गरल दंत कंचुक कल्पांतर। अखिल विश्व ही विवर, वक्र कुंडल दिङ्मंडल मृदुल होठों का हिम जल हास उड़ा जाता नि:श्वास समीर। सरल...२३० KB (१७,७४१ शब्द) - १३:४९, २५ मार्च २०१७