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विकिपुस्तक:गुणवत्ता संवर्द्धन संपादनोत्सव/प्रतिभागी

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विकिपुस्तक:गुणवत्ता संवर्द्धन संपादनोत्सव
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प्रतिभागियों से उम्मीद की जाती है की लेख जोड़ने के बाद निर्णायक मंडल की टिप्पणी पर वे सार्थक संवाद करेंगे।
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: ---रोहित(💌) १९:०३, ३० अप्रैल २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : हिंदी भाषा और साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल)
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी द्वारा चुनी गई पुस्तक अधूरी रही। वर्तनी और वाक्य विन्यास की त्रुटियाँ भी बहुत अधिक हैं। वाक्यों के आकार और विन्यास से ही स्पष्ट है कि कौन सी सामग्री स्वतः लिखी गयी है, और कौन सी सहायक पुस्तकों से कॉपी-पेस्ट है। अध्यायों का असंतुलित और अनावश्यक विस्तार पाठ्य-पुस्तक की गुणवत्ता का मानक नहीं होता बल्कि उसे कम करता है। 30 हज़ार से अधिक बाइट्स या 3000 से अधिक शब्दों का अध्याय सहायिका के लिए उपयुक्त नहीं है। संदर्भहीन (या बहुत कम संदर्भ वाले) लेख का बहुत विस्तार करने पर भी भाषा का दोहरापन साफ झलकने लगता है। एक ही अध्याय का अनावश्यक विस्तार करने से बेहतर है कि संतुलित आकार में किताब पूरी की जाय। प्रतिभागी द्वारा केवल दो संदर्भों का प्रयोग कर एक ही अध्याय में लगभग एक लाख बाइट्स की सामग्री का विस्तार किया गया जो सामग्री की प्रामाणिकता और पुस्तक की गुणवत्ता को प्रभावित करता है। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) ०६:५८, ५ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
पुस्तक में प्रमाणिकता और संतुलन की कमी है। अध्यायों पर पिछले और अगले अध्यायों की कड़ी भी नहीं बनी है। हालांकि इसके लिए अंक घटाए नहीं गए हैं। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:३७, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: १५२
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: - कन्हाई प्रसाद चौरसिया (वार्ता) ०३:५४, १ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : हिंदी गद्य साहित्य
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक अधूरी है। पाठ सामग्री का कोई स्रोत या संदर्भ नहीं दिया गया है। पिछले और अगले अध्यायों की कड़ी भी नहीं बनी है। सामग्री कॉपी कर बनाए जाने वाली पाठ्यपुस्तकों के लिए ३०० शब्दों से अधिक शब्दों वाले अध्याय के लिए अधिकतम १ अंक प्रदान किए गए हैं। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:४१, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: १२
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: अनुज भारद्वाज (वार्ता) ०९:२७, १ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : हिंदी कविता (रीतिकालीन) सहायिका
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक में संदर्भ नहीं हैं। अगले-पिछले अध्यायों की कड़ी भी नहीं है। अध्यायों को थोड़ा और विस्तार देने की जरूरत है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:४६, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ३९
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ : शासन : चुनौतियाँ और मुद्दे
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक अधूरी है। संदर्भ नहीं हैं। अगले-पिछले अध्यायों की कड़ी भी नहीं है। कुछ अध्यायों को विस्तार देने की जरूरत है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:५४, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ५१
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: --शिखर तिवारी (वार्ता) ०८:१३, १ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : छायावादोत्तर हिंदी कविता
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक की सामग्री का कोी प्रामाणिक स्रोत या संदर्भ नहीं है। पिछले-अगले अध्यायों की कड़ी भी नहीं है। पाठ्य पुस्तक के पाठ अध्यायों के ३०० शब्दों के होने पर अधिकतम १ अंक दिए गए हैं। कम शब्दों वाले २ अध्यायों को मिलाकर अंक दिया गया है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:५७, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: २४
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: ✍ शीतल सिन्हा (वार्ता) ११:२८, १ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक 1: भारतीय अर्थव्यवस्था
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: टंकण संबंधी कुछ त्रुटियों को सुधारणे की जरूरत है। कुछ अध्यायों को भी बड़ा करने की जरूरत है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १६:५९, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ५८
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ : सामान्य अध्ययन२०१९
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी द्वारा श्रमसाध्य तरीक़े से स्व-निर्मित दो पुस्तकों को पूरा किया गया। अध्यायों का अनुपात कुछ और बेहतर किया जा सकता है। पर्याप्त संदर्भ देकर सामग्री की प्रामाणिकता को सुनिश्चित किया गया। हालाँकि संदर्भ देने में थोड़ी और सतर्कता बरतनी चाहिए। वर्तनी और वाक्यविन्यास की अशुद्धियों पर भी प्रतिभागी को अभी बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है। --अजीत कुमार तिवारी (वार्ता) ०७:०३, ५ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ४३९
प्रतिभागी का हस्ताक्षर: --Shabana456 (वार्ता) १०:११, १ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : भाषा साहित्य और संस्कृति
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी द्वारा केवल एक अध्याय की सामग्री का विस्तार किया गया है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १७:०३, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ११
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:-- अम्बिका साव (वार्ता) ०७:०३, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :हिंदी साहित्य का इतिहास (रीतिकाल तक)
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक अधूरी है। संदर्भ नहीं है। अगले-पिछले अध्यायों की कड़ी नहीं है। कुछ अध्यायों को बड़ा करने की जरूरत है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १७:०५, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: २६
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:Ashu chaurasia (वार्ता) १०:१४, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :हिंदी कविता (आदिकालीन एवं भक्तिकालीन)
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक की भाषा और स्वरूप ठीक करने की जरूरत है। संदर्भ देकर प्रमाणिक बनाना चाहिए। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १७:०९, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक:२२
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ : हिंदी कविता (आधुनिक काल छायावाद तक) सहायिका
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: यह पुस्तक भी सहायिका के सही स्वरूप में नहीं है। संदर्भ भी नहीं हैं।
अंक: ६३
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:1501Ashutosh (वार्ता) ११:०३, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :भारतीय काव्यशास्त्र (दिवि)
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: यह पुस्तक थोड़ा व्यवस्थित करने की जरूरत है। संदर्भ देकर इसे प्रमाणिक बनाने की भी जरूरत है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १९:१७, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ७४
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ :हिंदी उपन्यास
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: अधूरी पुस्तक, संदर्भ नहीं। अध्यायों को बढ़ाने की जरूरत
अंक: १२
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:Md.Kaish.Khan (वार्ता) १०:१८, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :हिंदी भाषा और उसकी लिपि का इतिहास
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: पुस्तक अच्छी है। इसे थोड़ा व्यवस्थित करने की जरूरत है। संदर्भ देकर इसे प्रमाणिक भी बनाना चाहिए। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १९:२३, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ६६
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:Ankitagupta010101 (वार्ता) १०:२७, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : हिंदी कविता (आधुनिक काल छायावाद तक)
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: इस पुस्तक में प्रतिभागी का कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं है। अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) १९:२४, ६ जून २०२० (UTC)[उत्तर दें]
अंक: ०
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:Vipmathur (वार्ता) ११:१२, २ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ : हिंदी कविता (आदिकालीन एवं भक्तिकालीन) सहायिका
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: इस पुस्तक की सामग्री लेखक द्वारा स्वयं ही हिंदी कविता (आदिकालीन एवं भक्तिकालीन) में चिपका दी गई है जिसके लिए आशू चौरसिया को अंक दे दिया गया है। यह पुस्तक पुस्तक के सही स्वरूप में नहीं बनायी गई है। उदाहरण के लिए विनयपत्रिका पृष्ठ पर केशव एवं तुलसीदास की कड़ियाँ हैं कोई सामग्री नहीं है।
अंक: ११
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:

सीमा1 (वार्ता) ०८:५३, ५ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]

बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :आर्थिक भूगोल
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: यह विकि पुस्तक के सर्वाधिक उपयुक्त पुस्तकों में गिने जाने योग्य है। इसे निर्वाचित पुस्तक बनाया जा सकता है।
अंक: १९०
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ :पर्यावरणीय भूगोल
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: यह भी पूर्ण पुस्तक है हालांकि इसे और बढ़ाया जा सकता है।
अंक: ६१
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:रोहित कुमार साव (वार्ता) १४:१९, १३ मई २०२० (UTC)[उत्तर दें]
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :हिन्दी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल )
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: इस लगभग आधे निर्मित पुस्तक को प्रतिभागी ने पूरा किया है। संदर्भ नहीं हैं। अगले-पिछले पृष्ठ की कड़ी बनानी शेष है।
अंक: ३८
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक २ :हिंदी पत्रकारिता
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: यह अधूरी पुस्तक है। कई अध्याय ३०० शब्दों से भी छोटे हैं जिन्हें बढ़ाया जाना चाहिए। अगले-बपिछले अध्यायों की कड़ियाँ एवं संदर्भ भी नहीं हैं।
अंक: १८
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:Rishipurvanchal (वार्ता) ऋषिकेश यादव
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :लिंग समाज और विद्यालय
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी ने केवल एक अध्याय बनाया है तथा एक अध्याय में थोड़ा सुधार किया है।
अंक: (५)
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:-ममता साव (वार्ता) १४:३२, ११ मई २०२० (UTC)
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :हिंदी कविता (आधुनिक काल छायावाद तक) सहायिका
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी का चुनी गई किताब पर कोई उल्लेखनीय संपादन नहीं है।
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:
निर्णायक मंडल की टिप्पणी: प्रतिभागी का कोई उल्लेखनीय योगदान नहीं है।
प्रतिभागी का हस्ताक्षर:mmaneeshk
बनायी अथवा बढ़ायी गई पुस्तक १ :nowgong ka itihas
निर्णायक मंडल की टिप्पणी:प्रतिभागी ने विकिपुस्तक पर कोई योगदान नहीं किया है।