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तुलसी/
(१)अबलौं नसानो अब न नसैहौं।
(२)केशव ! कहि न जाइ का कहिये।
(३)ऐसो को उदार जग माहीं।
श्रेणी
:
पुस्तक:हिंदी कविता (आदिकालीन एवं भक्तिकालीन) सहायिका