खोज परिणाम
भाषा प्रताप सिंह पत्रिका हेतु खोज परिणाम निम्न हैं। भानु प्रताप सिंह (पत्रकार) हेतु खोज खोजें।
इस विकि पर "भानु प्रताप सिंह (पत्रकार)" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
- हिन्दी भाषा शैली के दो रूप प्रचलित थे- राजा लक्ष्मण सिंह की संस्कृतनिष्ठ भाषा शैली और दूसरी राजा शिवप्रसाद सितारे हिन्द की फारसी मिश्रित हिन्दी भाषा शैली।...१५ KB (१,०२१ शब्द) - ११:१९, ७ जून २०२०
- प्रचारिणी सभा और पत्रिका की भूमिका हिन्दी आलोचना को दिशा दिखाने में अत्यंत ही महत्त्वपूर्ण है। यह आलोचना का नया युग नहीं है। इस पत्रिका में प्रकाशित गंगा...३५ KB (२,२७२ शब्द) - १३:०९, १८ दिसम्बर २०२३
- साथ ही प्रताप नारायण मिश्र, राजा लक्ष्मण सिंह, शिव प्रसाद सिंह सितारे हिन्द आदि कवियों ने भी नवजागरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरस्वती पत्रिका और महावीर...४५ KB (२,८४५ शब्द) - १९:२७, ६ मार्च २०२४
- ईस्वी में द्विवेदी जी ने सरस्वती पत्रिका के संपादन का भार संभाला। उन्होंने खड़ी बोली गद्य के स्वरूप को स्थिर किया और पत्रिका के माध्यम से रचनाकारों के एक...१८ KB (१,२३५ शब्द) - ०६:३२, ११ सितम्बर २०२३
- सर्वसाधारण तक अपना स्थान बनाया। निराला ने हिंदी भाषा सीखने के लिए ‘सरस्वती’ पत्रिका को आधार बनाया। वह इस पत्रिका के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहते...७६ KB (५,३४६ शब्द) - ०७:३९, २५ जनवरी २०२३
- हिंदी पत्रकारिता/हिंदी पत्रकारिता के विविध चरण और प्रवृत्तिमूलक अध्ययन (अनुभाग भारतीय भाषाओं में पत्रकारिता का आरम्भ और हिन्दी पत्रकारिता)(1861), लोकमित्र (1835), भारतखंडामृत (1864), तत्वबोधिनी पत्रिका (1865), ज्ञानप्रदायिनी पत्रिका (1866), सोमप्रकाश (1866), सत्यदीपक (1866), वृत्तांतविलास...४८ KB (३,१८९ शब्द) - २१:०४, २४ मई २०२२
- तक बराबर चल ही रहा है। स्थापना के तीन वर्ष पीछे ही सभा ने अपनी पत्रिका (ना. प्र. पत्रिका) निकाली जिसमें साहित्यिक, वैज्ञानिक, ऐतिहासिक, दार्शनिक सब प्रकार...१२५ KB (९,३०५ शब्द) - ०८:३०, ७ सितम्बर २०१६
- कि छायावादी ढंग की कविताओं का चलन तत्कालीन पत्र पत्रिकाओं में सन् 1910 से ही हो गया था। "श्री पाल सिंह क्षेम" नें जयशंकर प्रसाद को छायावाद का प्रवर्तक...९५ KB (६,६०३ शब्द) - ०५:१६, ३ दिसम्बर २०२१
- का 'भाषा छन्द प्रकाश' में अड़तालीस मात्रिक-वार्णिक छन्दों का स्वरचित काव्य-लक्षण-उदाहरण प्रस्तुत है। अन्य दो उल्लेखनिय रचनाकार के रचनाएं हैं प्रताप नारायण...१३० KB (७,९१६ शब्द) - ०४:५८, २५ जुलाई २०२१
- बोधीन पत्रिका’ किससे संबंधित हैं — देवेंद्र नाथ टैगोर ‘प्रार्थना समाज’ की स्थापना किसकी प्रेरणा के फलस्वरूप हुई — केशवचंद्र सेन ‘वामा बोधिनी’ पत्रिका महिलाओं...१६९ KB (११,६६८ शब्द) - १४:५८, १३ जनवरी २०२०
- बनवाया गया था और मुगल और राजस्थानी स्थापत्य का एक संयोजन है। महराजा सवाई प्रताप सिंह ने हवामहल 1799 ईसा में बनवाया और वास्तुकार लाल चन्द उस्ता थे । आमेर्...१०५ KB (७,३४२ शब्द) - १२:१८, ३१ जनवरी २०२४
- हिन्दी और संस्कृत शब्द भर लिखते थे, हिन्दी भाषा नहीं लिखते थे। उनके बहुत से वाक्यों का तात्पर्य अंग्रेजी भाषा की भावभंगिमा से परिचित लोग ही समझ सकते थे...१९० KB (१४,२९१ शब्द) - ०१:५८, १३ फ़रवरी २०२०
- राजस्थान राज्य की सर्वाधिक लम्बी सीमा किस राज्य के साथ है? मध्य प्रदेश राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर स्थित है? चम्बल जयसमंद झील कहाँ स्थित है? उदयपुर मेवाड़...१७९ KB (१२,५६६ शब्द) - ०६:२२, ७ नवम्बर २०२०
- दिसम्बर को, शून्य, क्षेत्रीय भाषा की समृद्धि, बराक ओबामा की, 2 अक्टूबर, 2000 को, शिमला में, राष्ट्रपति, दिल्ली में, जसवंत सिंह सोडियम, वेटिकन सिटी, डोरिस...८७४ KB (६२,७२२ शब्द) - ०७:३२, २ जनवरी २०२०
- 14. क्षेत्रीय भाषा की समृद्धि, 15. बराक ओबामा की, 16. 2 अक्टूबर, 2000 को, 17. शिमला में, 18. राष्ट्रपति, 19. दिल्ली में, 20. जसवंत सिंह 1. सबसे अधिक सक्रिय...८९९ KB (७२,९०६ शब्द) - १९:२९, ३ मार्च २०२२
- बहुत दूर है, अनाड़ीपन ही नहीं, जंगलीपन भी है। आजकल भाषा की भी बुरी दशा है। बहुत से लोग शुद्ध भाषा लिखने का अभ्यास होने के पहले ही बड़े बड़े पोथे लिखने...१९३ KB (१४,४३२ शब्द) - १३:२९, २४ मार्च २०१७