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- यूनिट -1: अवकल कैलकुल्स 1 यूनिट -2: अवकल कैलकुल्स 2 यूनिट -3: मैट्रिक्स बीजगणित यूनिट -4: मल्टीप्ल इंटीग्रल्स यूनिट -5: वेक्टर कैलकुल्स...९६१ B (२२ शब्द) - ०४:५०, ३० जुलाई २०२१
- १ या एक गिनती की शुरुआत की संख्या है। हम किसी भी वस्तु आदि की गिनती इसी से शुरू करते हैं। एक प्रथम पहला एकम्...४७५ B (२५ शब्द) - १८:३५, २७ सितम्बर २०१५
- f^{(n)}(x)} उदाहरण- y = s i n − 1 ( x ) {\displaystyle y=sin^{-1}(x)} तो ( 1 − x 2 ) d y 2 d x 2 − x . d y d x = 0 {\displaystyle (1-x^{2}){\operatorname {d}...१ KB (२१९ शब्द) - ०४:५०, ३० जुलाई २०२१
- भारतीय दण्ड संहिता, 1860 (1860 का अधिनियम संख्यांक 45)1 [6 अक्तूबर, 1860] 2[भारत] के लिए एक साधारण दण्ड संहिता का उपबंध करना समीचीन है; अत: यह निम्नलिखित...१२ KB (८६० शब्द) - ०५:२२, २८ अगस्त २०२२
- अच्छा फल स्रोत A. विटामिन ए 1. आम B. विटामिन सी 2. बाॅरबेडोस चेरी C. कैल्शियम 3. लीची D. आयरन 4. करौंदा फल तथा उसके प्रकार A. आम 1. ड्रूप B. पपीता 2. बेरी...४२ KB (३,१२५ शब्द) - १६:५७, १० दिसम्बर २०१९
- आधार हो सकते हैं, किन्तु भाषा-विज्ञान की दृष्टि से दो ही आधार माने गये हैं: 1. आकृतिमूलक और 2. पारिवारिक। आकृतिमूलक वर्गीकरण का सम्बन्ध अर्थ से नहीं होता;...१५ KB (१,०३९ शब्द) - १६:०४, १७ दिसम्बर २०२२
- [१. पढमो संधि] तिहुअणलग्गण-खम्भु गुरु $ परमेट्ठि णवेप्पिणु पुणु आरम्भिय रामकह $ आरिसु जोएप्पिणु कण्ड १, संधि १, कडवक १॒ {प॰च॰१,१.१} पणवेप्पिणु आइ-भडाराहेॅ...५१७ KB (३८,७५९ शब्द) - ०८:३२, ४ दिसम्बर २०१७
- है। हिन्दी में भाषाविज्ञान की अनेक पुस्तकों में दो प्रकार के मत मिलते हैं— 1. ध्वनिविज्ञान, 2. पदविज्ञान, 3. वाक्यविज्ञान, 4. अर्थविज्ञान आदि को भाषाविज्ञान...१० KB (५९९ शब्द) - १६:०७, १७ दिसम्बर २०२२
- भूमिका हिन्दी भाषा के विकास की पूर्व पीठिका इकाई 1: हिन्दी भाषा के विकास की पूर्व पीठिका भारोपीय भाषा परिवार और आर्यभाषाएँ हिन्दी का आरंभिक रूप 'हिन्दी'...२ KB (११६ शब्द) - १६:४२, १७ दिसम्बर २०२२
- अतः आर्य भाषा के दो वर्ग हैं — 1. यूरोपीय आर्य भाषाएँ और 2. भारत-ईरानी आर्य भाषाएँ। भारत-ईरानी वर्ग की तीन शाखाएँ हैं — 1. ईरानी (ईरान और अफ़ग़ानिस्तान...२९ KB (२,११९ शब्द) - १६:०८, १७ दिसम्बर २०२२
- भाषा की उत्पत्ति से दो बातें पाता चलता है। 1. ध्वनन अर्थात् बोलने की शक्ति से, और 2. उच्चारित ध्वनि तथा अर्थ संयोग से। जहाँ तक ध्वनन (ध्वनि उत्पन्न करने)...१४ KB (९९६ शब्द) - १६:१९, १७ दिसम्बर २०२२
- सामग्री के लिए आप छायावादोत्तर हिंदी कविता सहायिका भी देख सकते हैं। इकाई - १ (क) नागार्जुन वह दंतुरित मुस्कान बहुत दिनों के बाद प्रेत का बयान (ख) अज्ञेय...३ KB (१४२ शब्द) - ०५:४६, २९ सितम्बर २०२३
- समापिका क्रिया अवश्य होती है। अतः वाक्य निष्पति के लिए तीन चीज़ें अपेक्षित हैं— 1. आकांक्षा, 2. योग्यता और 3. आसत्ति। विभिन्न आधारों पर वाक्य के अनेक भेद होते...११ KB (८१६ शब्द) - १६:०६, १७ दिसम्बर २०२२
- प्रयोजनवती लक्षणा के दो भेद किए गए हैं। 1. गौणी लक्षणा, 2. शुद्धा लक्षणा। इन दौ भेदो के भी दौ-दौ भेद और है:- 1.(क) सारुपा. (ख) साध्यवसाना 2.(क)उपादानलभणा...२६ KB (१,८६६ शब्द) - ०८:३८, २८ अप्रैल २०२३
- ही है। इसलिए सर्वप्रथम ध्वनि का विवेचन आवश्यक है। ध्वनि के तीन पक्ष हैं: 1. उत्पादन; 2. संवहन; और 3. ग्रहण। इनमें उत्पादन और ग्रहण का सम्बन्ध शरीर से...२१ KB (१,५८९ शब्द) - ०५:५३, २२ दिसम्बर २०२३
- India was established in which state? क्रिकेट विज्ञान प्राचीन भारत भूगोल-१ भूगोल-२ प्रश्नसमुच्चय-४ प्रश्नसमुच्चय-५ -- भारतीय इतिहास के सभी कालों से महत्वपूर्ण...११ KB (५६४ शब्द) - ०९:५३, २० नवम्बर २०२३
- शरीर-विज्ञान की दृष्टि से मानव-शरीर निम्नलिखित तंत्रों में विभाजित किया जाता है: 1. अस्थि-तंत्र, 2. पेशी-तंत्र, 3. श्वसन-तंत्र, 4. पाचन-तंत्र, 5. परिसंचरण-तंत्र...२४ KB (१,८२६ शब्द) - १६:०६, १७ दिसम्बर २०२२
- में यही पश्चिमी हिन्दी भारत की सामान्य भाषा हो गई हैं। इसकी उपबोलियाँ हैं; 1. खड़ी बोली (कौरवी), 2. व्रजभाषा, 3. बुंदेली, 4. हरियाणवी (बांगरू), 5. कन्नौजी।...१७ KB (१,२०५ शब्द) - १२:५०, १८ फ़रवरी २०२३
- बाहरी कड़ियाँ हैं (सहायता); अनुपलब्ध अथवा ख़ाली |url= (सहायता)श्रेणी_वार्ता:सीएस 1 त्रुटियाँ: बाहरी कड़ियाँश्रेणी_वार्ता:सीएस 1 त्रुटियाँ: यूआरएल वांछित...३ KB (२७२ शब्द) - ११:३३, ९ मार्च २०२४
- मध्यकालीन हिंदी कविता · कबीर → आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी कविता · कबीर → 1. अमीर खुसरो · 2. कबीर · 3. जायसी · 4. तुलसी · 5. सूरदास · 6. मीराबाई · 7....२ KB (१५९ शब्द) - ०५:२५, २० नवम्बर २०२१