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कहीं आपका मतलब आनंद प्रसाद जैन तो नहीं था?
  • स्वयंवर’ की समीक्षा प्रेमघन ने ‘आनंद कादंबिनी’ में और बालकृष्ण भट्ट ने ‘हिन्दी प्रदीप’ में आलोचना लिखी। प्रेमघन जी ने ‘आनंद कादम्बिनी’ के एक अंक में बाणभट्ट...
    ३५ KB (२,२७२ शब्द) - १३:०९, १८ दिसम्बर २०२३
  • के बावजूद, जैन धर्म और बौद्ध धर्म का प्रभाव तमिलनाडु में बना रहा । पांड्य और पल्लव राजाओं के प्रारंभिक शासनकाल के दौरान, ये शासक स्वयं जैन और बौद्ध धर्मों...
    ५९ KB (४,१२८ शब्द) - १७:१९, १३ जनवरी २०२४
  • इसी के अनुरूप हिन्दी में 'काव्य में उदात्त तत्व' डॉ. नगेन्द्र एवं नैमिचंद जैन की पुस्तकों में भी मिलती है।'पेरि हुप्सुस' पत्र के रूप में पोस्तुमिउस तेरेन्तियानुस...
    २२ KB (१,५९१ शब्द) - १६:२६, १८ जनवरी २०२४
  • उल्लेखनीय हैं। रमेश चौधरी आरिगमूडि, ओंकार शरद, मार्कण्डेय, मुद्राराक्षस, आनन्द प्रकाश चौबे, श्रीलाल शुक्ल, मोहन सिंह सेंगर, सत्येन्द्र गुप्त, राजेन्द्र अवस्थी...
    ६७ KB (४,५११ शब्द) - १४:५९, २८ जनवरी २०२१
  • होती है? इंसुलिन रिक्टर पैमाने द्वारा किसे मापा जाता है? भूकम्प की तीव्रता जैन तीर्थंकर श्री महावीर जी का जन्म कहाँ हुआ था? वैशाली भारत का प्रथम मुस्लिम...
    १७९ KB (१२,५६६ शब्द) - ०६:२२, ७ नवम्बर २०२०
  • 'भारत-भारती' में लक्षित हुई। भारतेन्दु की 'विजयिनी' विजय 'वैजयन्ती', प्रेमधन की 'आनंद अरुणोदय', प्रतापनारायण मिश्र की 'महापर्व', राधाकृष्णदास की 'भारत बारहमासा'...
    १३० KB (७,९१६ शब्द) - ०४:५८, २५ जुलाई २०२१
  • राज्य कौन-सा है? जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर कौन थे? काराकोरम हाईवे द्वारा जुड़े देश कौन-कौन है? चंद्रमा से परावर्तित प्रकाश को पृथ्वी तक आने...
    ८७४ KB (६२,७२२ शब्द) - ०७:३२, २ जनवरी २०२०
  • ‘नटरंग’ भी नाट्य जगत् की सुप्रसिद्ध पत्रिका है जिसका प्रकाशन अभी तक नेमिचंद जैन जी द्वारा किया जाता रहा। नाटक के विविध रंगों की छटा उकेरती यह पत्रिका अपने...
    ७६ KB (५,३४६ शब्द) - ०७:३९, २५ जनवरी २०२३
  • और जिसमें सब लीन और स्थित होते हैं, × × × जिस आनंद के समुद्र के कण से संपूर्ण विश्वआनंदमय है, जिस आनंद से सब जीव जीते हैं। अगस्तजी के शिष्य सुतीक्षण के...
    २३० KB (१७,७४८ शब्द) - १३:२९, २४ मार्च २०१७
  • 7. लॉर्ड माउंटबेटन, 8. द्वितीय पंचवर्षीय योजना में, 9. 1875 ई. में, 10. जैन धर्म से, 11. समान, 12. अनु. 16 , 13. क्रिस्टलन विधि द्वारा, 14. स्वामी दयानंद...
    ८९९ KB (७२,९०६ शब्द) - १९:२९, ३ मार्च २०२२
  • कलिंद देश झारखण्ड का कौन सा जिला किसी भी राज्य को नहीं छूता है -- लोहरदग्गा जैन साहित्य में लोहरदग्गा को क्या कहा गया है -- लोहारगंज झारखण्ड शब्द का शाब्दिक...
    ९१ KB (६,२६७ शब्द) - ०५:४०, ५ अक्टूबर २०२१
  • रूप से आनंद और संतोष की और ज्यादा अनुभूति होगी, भले ही कोई अपने व्यक्तिगत आनंद का कुछ हिस्सा समाज के व्यापक भले के लिए भुला दे, तो भी उसे आनंद ही होगा।...
    २९२ KB (२२,०५७ शब्द) - १५:१२, २७ जनवरी २०१७
  • दिल्ली का ‘पृथ्वीराजरासों’ की रचना किसने की — चंद्रबरदई ने प्रसिद्ध दिलवाड़ा जैन मंदिर कहाँ स्थित है — माउंट आबू पर खजुराहो में स्थित मंदिरों का निर्माण किसने...
    १६९ KB (११,६६८ शब्द) - १४:५८, १३ जनवरी २०२०
  • ‘संयोगिता हरण’ (1915), जयशंकर प्रसाद का ‘राज्यश्री’ (1915) और परमेश्वरदास जैन का ‘वीर चूड़ावत सरदार’ (1918) महत्त्वपूर्ण हैं। इन नाटकों में प्रसाद के ‘राज्यश्री’...
    १४८ KB (१०,१३७ शब्द) - १३:२३, २८ मार्च २०२३
  • किसी गुफा में एकत्रित द्वितीयक खनिज भंडार हैं। प्राचीन काल में इन गुफाओं पर जैन और बौद्ध भिक्षुओं द्वारा कब्जा कर लिया गया था। बौद्ध-पूर्व युग से संबंधित...
    १५३ KB (१०,९७१ शब्द) - ०६:५९, २५ जुलाई २०२१
  • स्वरूप सामने रखनेवाली, जैसे , प्रेमचंदजी की 'शतरंज के खिलाड़ी' और श्री ऋषभचरण जैन की 'दान' नाम की कहानी। 3. किसी मधुर या मार्मिक प्रसंग कल्पना के सहारे किसी...
    १९३ KB (१४,४३२ शब्द) - १३:२९, २४ मार्च २०१७