Anujbhardwaj007 के सदस्य योगदान
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२७ मई २०२३
- ०८:५९०८:५९, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१०,६७२ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में No edit summary
- ०८:५६०८:५६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +६ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में No edit summary
- ०८:५५०८:५५, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +८,३९८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में No edit summary
- ०८:५३०८:५३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२२ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में No edit summary
- ०८:५३०८:५३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में No edit summary
- ०८:५३०८:५३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +५,१७२ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अँधेरे में ''''एक''' ज़िंदगी के... कमरों में अँधेरे लगाता है चक्कर कोई एक लगातार; आवाज़ पैरों की देती है सुनाई बार-बार... बार-बार, वह नहीं दीखता... नहीं ही दीखता, किंतु, वह रहा घूम तिलस्म...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:४८०८:४८, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२३,६२६ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/अन्तःकरण का आयतन '{{संचरण}} अंत:करण का आयतन संक्षिप्त है आत्मीयता के योग्य मैं सचमुच नहीं! पर, क्या करूँ, यह छाँह मेरी सर्वगामी है! हवाओं में अकेली साँवली बेचैन उड़ती है कि श्यामल-अंच...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान
- ०८:४४०८:४४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१२१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 7 No edit summary वर्तमान
- ०८:४४०८:४४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास ० चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 6 No edit summary वर्तमान
- ०८:४३०८:४३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१७० चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 6 No edit summary
- ०८:४३०८:४३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 5 No edit summary वर्तमान
- ०८:४२०८:४२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१६९ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 5 No edit summary
- ०८:४२०८:४२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१६९ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 4 No edit summary वर्तमान
- ०८:४२०८:४२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१६९ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 3 No edit summary वर्तमान
- ०८:४१०८:४१, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१६९ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 2 No edit summary वर्तमान
- ०८:४००८:४०, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१२ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 1 No edit summary वर्तमान
- ०८:३९०८:३९, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१५७ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 1 No edit summary
- ०८:३३०८:३३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +७,३९२ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 7 '{{संचरण}} स्तब्ध हूँ विचित्र दृश्य फुसफुसे पहाड़ों-सी पुरुषों की आकृतियाँ भुसभुसे टीलों-सी नारी प्रकृतियाँ ऊँचा उठाये सिर गरबीली चाल से सरकती जाती हैं चेहरों के च...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:३१०८:३१, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 6 No edit summary
- ०८:३००८:३०, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 6 No edit summary
- ०८:३००८:३०, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +४,६१२ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 6 '{{संचरण}} मुझे जेल देती हैं दुश्मन हैं स्फूर्तियाँ गुस्से में ढकेल ही देती हैं। भयानक समुन्दर के बीचोंबीच फेंक दिया जाता हूँ। अपना सब वर्तमान, भूत भविष्य स्वाहा कर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:२९०८:२९, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −५ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 5 No edit summary
- ०८:२८०८:२८, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +४,५५७ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 5 '{{संचरण}} मेरे प्रति उन्मुख हो स्फूर्तियाँ कहती हैं - तुम क्या हो? पहचान न पायीं, सच! क्या कहना! तुम्हारी आत्मा का सौन्दर्य अनिर्वच, प्राण हैं प्रस्तर-त्वच। मारकर ठहा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:२६०८:२६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +३,८२७ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 4 '{{संचरण}} मुझसे जो छूट गये अपने वे स्फूर्ति-मुख निहारता बैठा हूँ, उनका आदेश क्या, क्या करूँ? रह-रहकर यह ख़याल आता है- ज्ञानी एक पूर्वज ने किसी रात, नदी का पानी काट, मन्त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:२५०८:२५, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२,३४८ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 3 '{{संचरण}} जाने क्यों, काँप-सिहरते हुए, एक भयद अपवित्रता की हद ढूँढ़ने लगता हूँ कि इतने में एक अनहद गान निनादित सर्वतः झूलता रहता है, ऊँचा उठ, नीचे गिर पुनः क्षीण, पुनः त...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:०४०८:०४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२,०६१ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 2 '{{संचरण}} सागर तट पथरीला किसी अन्य ग्रह-तल के विलक्षण स्थानों को अपार्थिव आकृति-सा इस मिनिट, उस सेकेण्ड चमचमा उठता है, जब-जब वे स्फूर्ति-मुख मुझे देख तमतमा उठते हैं क...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:०३०८:०३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२,१४४ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा/भाग 1 '{{संचरण}} एक विजय और एक पराजय के बीच मेरी शुद्ध प्रकृति मेरा 'स्व' जगमगाता रहता है विचित्र उथल-पुथल में। मेरी साँझ, मेरी रात सुबहें व मेरे दिन नहाते हैं, नहाते ही रहते ह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०८:०२०८:०२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१४८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा No edit summary वर्तमान
- ०८:०००८:००, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१९ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक स्वप्न-कथा '{{संचरण}}' के साथ नया पृष्ठ बनाया
- ०७:५७०७:५७, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२,७६५ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/जब प्रश्न-चिह्न बौखला उठे '{{संचरण}} जीवन के प्रखर समर्थक-से जब प्रश्न चिन्ह बौखला उठे थे दुर्निवार, तब एक समंदर के भीतर रवि की उद्भासित छवियों का गहरा निखार स्वर्णिम लहरों सा झल्लाता झलमला उठ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान
- ०७:५६०७:५६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२,०६७ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/शून्य '{{संचरण}} भीतर जो शून्य है उसका एक जबड़ा है जबड़े में माँस काट खाने के दाँत हैं ; उनको खा जायेंगे, तुम को खा जायेंगे । भीतर का आदतन क्रोधी अभाव वह हमारा स्वभाव है, जबड़े...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान
- ०७:५३०७:५३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२७,९१७ न चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/चकमक की चिनगारियाँ '{{संचरण}} '''एक''' अधूरी और सतही ज़िंदगी के गर्म रास्तों पर हमारा गुप्त मन निज में सिकुड़ता जा रहा जैसे कि हब्शी एक गहरा स्याह गोरों की निगाहों से अलग ओझल सिमिटकर सिफ़र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया वर्तमान
- ०७:२४०७:२४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +१९५ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध) No edit summary वर्तमान
- ०७:२२०७:२२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२०८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध) No edit summary
- ०७:२१०७:२१, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२०३ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध) No edit summary
- ०७:१७०७:१७, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −३४ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/नक्षत्र - खण्ड No edit summary वर्तमान
- ०७:१६०७:१६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −५० चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/ओ काव्यात्मन् फणिधर No edit summary वर्तमान
- ०७:१६०७:१६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −५६ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक अरूप शून्य के प्रति No edit summary वर्तमान
- ०७:१६०७:१६, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −२८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक अन्तःकथा No edit summary वर्तमान
- ०७:१५०७:१५, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −६० चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/मैं तुम लोगों से दूर हूँ No edit summary वर्तमान
- ०७:१५०७:१५, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −३८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/मेरे सहचर मित्र No edit summary वर्तमान
- ०७:१५०७:१५, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −२० चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/मेरे लोग No edit summary वर्तमान
- ०७:१४०७:१४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −३८ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/मुझे मालूम नहीं No edit summary वर्तमान
- ०७:१४०७:१४, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −४३ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/मुझे क़दम क़दम पर No edit summary वर्तमान
- ०७:१३०७:१३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −८४ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/एक भूतपूर्व विद्रोही का आत्म-कथन No edit summary वर्तमान
- ०७:१३०७:१३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −५१ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/डूबता चाँद कब डूबेगा No edit summary वर्तमान
- ०७:१३०७:१३, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास +२२ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/'''चाँद का मुँह टेढ़ा है''' No edit summary वर्तमान
- ०७:१२०७:१२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −४२ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/लकड़ी का बना रावण No edit summary वर्तमान
- ०७:१२०७:१२, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −८७ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/दिमागी गुहान्धकार का ओराँगउटाँग! No edit summary वर्तमान
- ०७:११०७:११, २७ मई २०२३ अंतर इतिहास −३४ चाँद का मुँह टेढ़ा है (गजानन माधव मुक्तिबोध)/ब्रह्मराक्षस No edit summary वर्तमान