खोज परिणाम

कहीं आपका मतलब विकास तो नहीं था?
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)
  • प्रयत्न-लाघव के अंतर्गत भाषा-संबंधी परिवर्तन की कई प्रक्रियाएँ आती हैं। आगम, लोप, विकार, विपर्यय, समीकरण, विषमीकरण, स्वर भक्ति। कभी-कभी ऐसा होता है कि शब्द में...
    २० KB (१,४७३ शब्द) - १६:०५, १७ दिसम्बर २०२२
  • गुण कहलाते हैं। (iii) क्रिया :- क्रिया का अनुमान दव्य के विकार से होता है। द्रव्य के विकार से अभिप्राय है पदार्थ की कोई चेष्टा । वही चेष्टा उसी नाम की...
    २६ KB (१,८६६ शब्द) - ०८:३८, २८ अप्रैल २०२३
  • की परिभाषा– दो वर्णों अथवा अक्षरों के मेल (अर्थात जुड़ने या संयोग) से जो विकार उत्पन्न होता है‚ उसे संधि कहते हैं। उदाहरण– वायु + मण्डल= वायुमण्डल विद्‍या...
    १ KB (८० शब्द) - ०५:२३, २७ मई २०२१
  • हैंं-विभाव, अनुभाव, संचारी भाव और स्थाई भाव। विभाव-जो पदार्थ, व्यक्ति अथवा वाह्य विकार अन्य व्यक्ति के हृदय में भावोद्रेक करता है, उन कारणों को विभाव कहते हैं।...
    ३ KB (२४४ शब्द) - ०५:०१, ३० जुलाई २०२१
  • (नामधातु क्रिया) (6) क्रिया में विकार पैदा करने वाले तत्व हिंदी व्याकरण में क्रिया एक विकारी पद है जिसमें 6 कारणों से विकार आता है। ये हैं- लिंग, वचन, काल...
    ४५ KB (३,२३२ शब्द) - १६:२२, ११ अगस्त २०२१
  • मन को ही दोषी मानते हुए कहा है- कबीर केसों कहा बिगाड़िया......जामै बिषै विकार॥ इन केशों की कोई गलती नहीं है। उन्होंने तेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ा है। इन...
    ३ KB (२३४ शब्द) - ०५:२९, ३० जुलाई २०२१
  • ही पेट से लगाए। पवन-मुक्त आसन करने की लाभ :- क़ब्ज़ के लिए लाभदायक। वायु विकार में चमत्कारिक लाभ। पाचन तंत्र को मजबूत करता है। पेट की चर्बी को कम करता...
    ३ KB (२१९ शब्द) - ०४:५८, ३० जुलाई २०२१
  • प्लाक/प्लैक, मोटी त्वचा या त्वचा संक्रमण से जुड़ा है। थैलेसीमिया एक आनुवंशिक विकार है, इसमें लाल रक्त कोशिकाएँ हीमोग्लोबिन का निर्माण करने वाले प्रोटीन का...
    २३ KB (१,७०३ शब्द) - ०५:१६, ३० जुलाई २०२१
  • सौ-सौ बेर मूंड़ता (मुंड़ाता) है? मन को क्यों न मूड़ा जाए, जिसमें विषयों का विकार है? कबीर साइं सूं सब होत है,बंदै थैं कुछ नांहि। राई थैं परबत करै,परबत राई...
    ४ KB (२९७ शब्द) - ०४:४०, २५ जुलाई २०२१
  • दूसरे में समा जाने के लिए व्याकुल हैं। पर राधा- कृष्ण का यह प्रेम सर्वथा विकार-शून्य है। इसी कारण वह मंगलकारी ,आनन्द प्रदान करने वाला और सुधा की वर्षा...
    ७ KB (५१३ शब्द) - ०५:०५, २६ जुलाई २०२१
  • अनुसार शरीर में वात, पित्त, कफ - ये तीन दोष (विकार) होते हैं। उपयुक्त औषधि के प्रयोग से शरीर के विकारों को निकाल बाहर कर राहत प्रदान करता है। इसका सबसे...
    २० KB (१,४११ शब्द) - १०:२०, १२ दिसम्बर २०२२
  • धातुप्रदोष्ाज विकार की चिकित्सा में निर्देषित है। (क) मांस (ख) मेद (ग) अस्थि (घ) मज्जा (160) 'व्यवाय, व्यायाम, यथाकाल संशोधन' - किस धातुप्रदोषज विकार की चिकित्सा...
    ११५ KB (७,७८५ शब्द) - ०६:५०, ८ जून २०२३
  • इसे जितना मिलेगा उसे और चाहिए होगा, तो इसका कोई अंत नहीं है। सारे विषै विकार मन में ही होते हैं तो हमें पहले इसको बदलने की जरूरत है ना कि दिखावा करने...
    १० KB (८०० शब्द) - ०४:४२, २५ जुलाई २०२१
  • (1) विकारी पद , (2) अविकारी पद या अव्यय पद (1) विकारी पद ये पद है जो लिंग, वचन या काल आदि के परिवर्तन से बदल जाते हैं। हिंदी में चार प्रकार के विकारी पद...
    १४ KB (१,०५४ शब्द) - १३:२२, १२ अगस्त २०२१
  • ब्रह्मास्वाद की प्राप्ति के समय योगी ऐन्द्रिय विकारों से विमुक्त होता है, इधर काव्यास्वाद के समय भी सहदय ऐन्द्रिय विकारों से विमुक्त होता है, किन्तु तत्काल के...
    १४ KB (९७४ शब्द) - ०५:५७, ८ अप्रैल २०२४
  • गंभीर विकार है।नीले रंग को ऑटिज़्म का प्रतीक माना गया है। इस विकार के लक्षण जन्म या बाल्यावस्था (पहले तीन वर्षों में) में ही नज़र आने लगते है। यह विकार व्यक्ति...
    ११७ KB (८,४४० शब्द) - ०५:१२, ३० जुलाई २०२१
  • (उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास का सामान्य परिचय) इकाई - 2 शब्द और पद में अंतर विकारी शब्दों की रूप-रचना (संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया) अविकारी शब्द (अव्यय)...
    ३ KB (१४१ शब्द) - १३:११, १७ जुलाई २०२१
  • (शारीरिक), 2 मानसिक, 3 आहार्य (बनावटी), 4 वाचिक (वाणी), 5 सात्विक (शरीर के अंग विकार) सात्विक अनुभाव की संख्या है - आठ। स्तम्भ, स्वेद, रोमांच, स्वरभंग, वेपथु...
    ६६ KB (४,७३७ शब्द) - १३:०१, २३ फ़रवरी २०१९
  • कफपित्त (ग) त्रिदोष (घ) वात (651) दिवास्वप्न जन्य विकार है। (क) हलीमक (ख) गुरूगात्रता (ग) इन्द्रिय विकार (घ) उपर्युक्तसभी (652) रात्रौ जागरण रूक्षं स्निग्धं...
    २८५ KB (१८,३५४ शब्द) - १२:११, १७ जून २०१८
  • है। पेट की अनावश्यक चरबी दूर होती है। शरीर तेजस्वी और फुर्तीला बनता है। विकारी विचार नष्ट होते हैं। स्वप्नदोष की बीमारी अलविदा होती है। चक्रासन के नियमित...
    ३ KB (२४५ शब्द) - ०४:५८, ३० जुलाई २०२१
देखें (पिछले २० | ) (२० | ५० | १०० | २५० | ५००)