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  • कविता के प्रथम पंक्तियों में ही लिखा है कि बहुत ही ठंड का मौसम है और सुबह-सुबह का वक्त है चारों तरफ कोहरा छाया हुआ है सड़के भी कोहरे से ढकी हुई हैं परंतु...
    १० KB (८१३ शब्द) - ०६:१७, १५ अप्रैल २०२०
  • चाय और नाश्‍ते का इंतजार करते रहे। उन्‍हें अचानक ही गनेशी की याद आ गई। रोज सुबह, पैसेंजर आने से पहले वह गरम-गरम पूरियाँ और जलेबी बनाताथा। गजाधर बाबू जब तक...
    ४२ KB (३,५३८ शब्द) - १३:११, १७ दिसम्बर २०२३
  • आटेवाली कनाली एक ओर रख, जल्दी-जल्दी बाहिर निकल आयी। ऐ आयीं आं क्यों छावेले (सुबह-सुबह) तड़पना एं? अब तक शाहनी नंजदीक पहुंच चुकी थी। शेरे की तेजी सुन चुकी थी।...
    २६ KB (२,२४१ शब्द) - १०:४८, ९ अक्टूबर २०२१
  • कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं सुबह सुबह बच्चे काम पर जा रहे हैं भयानक है इसे विवरण की तरह लिखा जाना चाहिए लिखा जाना चाहिए इसे सवाल की...
    २ KB (१४१ शब्द) - १८:४२, ३० जून २०२०
  • जा रहे हैं राजेश जोशी कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्‍चे काम पर जा रहे हैं सुबह सुबह बच्‍चे काम पर जा रहे हैं हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है यह भयानक है...
    २ KB (१५६ शब्द) - १२:३०, २७ मई २०२२
  • व्यंग्यार्थ को बोधित कराने वाली शक्ति शब्द और अर्थ दोनों में होती है। उदाहरण:- "सुबह के 08:00 बज गये।" वाक्य का अर्थ और भावार्थ यहाँ वाक्य साधारण है लेकिन इसका...
    २६ KB (१,८६६ शब्द) - ०८:३८, २८ अप्रैल २०२३
  • झाडू बहुत सुबह जाग जाती है और शुरू कर देती है अपना काम बुहारते हुए अपनी अटपटी भाषा में वह लगातार बड़बड़ाती है, ’कचरा बुहारने की चीज है घबराने की नहीं कि...
    ६२६ B (४२ शब्द) - १८:४३, ३० जून २०२०
  • शामिल होने की बात भीतर ही भीतर कोंच रही है। चारों तरफ कुहरा छाया हुआ है। सुबह के नौ बजे हैं, लेकिन पूरी दिल्ली धुँध में लिपटी हुई है। सडकें नम हैं। पेड...
    ३१ KB (२,७७९ शब्द) - ०५:०८, ३१ मई २०२१
  • के ख्याल से उनका बाहर निकलना मुनासिब न था। पीर बख्श खुद ही मुस्कुराते हुए सुबह-शाम कमेटी के नल से घड़े भर लाते । चौधरी की तनख्वाह पद्रह बरस में बारह से...
    ३१ KB (२,६५७ शब्द) - ०५:०६, ३१ मई २०२१
  • लंबे-चौड़े पंलग पर बांहे फैला कर औंधी लेट गयी। ओह, सुबह देर तक सोने में कितना आनंद आता है। राजन होता है तो सुबह छह-साढ़े छह से ही खटर-पटर शुरू हो जाती है। चाय-नाश्ते...
    २० KB (१,७३६ शब्द) - ०५:१०, ३१ मई २०२१
  • किसी भी योग को करने के लिए पहले एक अच्छे वातावरण का होना आवश्यक है। जहाँ किसी भी प्रकार का शोर न होता हो। यह मुख्य रूप से सुबह करने से उपयुक्त होती है।...
    ४ KB (२६० शब्द) - ०६:४३, १३ जून २०२१
  • देखेँ किसी दूसरी ओर मैं देखना भी नहीं चाहती हूँ। इसी आशा में खड़े-खड़े मुझे सुबह हो गई है। हे मेरे प्रभु, अविनाशी प्रभु! आप मुझे दर्शन दे दो। इसके प्रतिदान...
    ३ KB (२४० शब्द) - ०५:४८, ८ मार्च २०२१
  • में परदा कर दिया -'बस दो घंटा! उसके बाद रास्ता चलना मुश्किल है। कातिक की सुबह की धूल आप बर्दास्त न कर सकिएगा। कजरी नदी के किनारे तेगछिया के पास गाड़ी लगा...
    १२५ KB (१०,५०२ शब्द) - ०८:१७, १० अक्टूबर २०२३
  • चाहिए। स्थानीय प्रतिभागिता वृत्ति पाने वाले प्रतिभागियों को २१ फरवरी को सुबह होटल पहुँचना है। प्रश्न- होटल पहुँचें कैसे? उत्तर- होटल मैट्रो या डीटीसी...
    १० KB (७४६ शब्द) - १४:२६, २८ मई २०२०
  • मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँ, मैं किसिम-किसिम के गीत बेचता हूँ। यह गीत सुबह का है, गा कर देखें, यह गीत गज़ब का है, ढा कर देखें, यह गीत ज़रा सूने में...
    ५ KB (४१७ शब्द) - ११:५०, २७ मई २०२२
  • है कि अगर साझ के समय चमकने वाला तारा या किरण अब नहीं कहता या शरद ऋतू की सुबह के समय पाले मे ढकी हुई कुमुदनी वो भी मैं तुम्हे नहीं कहता अभी अभी तजा खिली...
    ८ KB (६१२ शब्द) - ०३:४८, ३ अप्रैल २०२३
  • सुनाई पड़ रहा है ? सुबह -- morning—Masculine—Noun—मैं हर सुबह सैर पर जाता हूँ। सुबह को -- in the morning -- -- Adverb—तुम कल सुबह को क्या कर रहे हो ?...
    ३० KB (२,५७१ शब्द) - २३:१३, ९ जून २०२१
  • गुड नाइट।” “गुड नाइट ह्यूबर्ट…मुझे माफ करना, मैं सिगार खत्म करके उठूँगा…” सुबह बदली छायी थी। लतिका के खिड़की खोलते ही धुन्ध का गुब्बारा-सा भीतर घुस आया...
    १४८ KB (१२,१८८ शब्द) - ०९:०६, २४ सितम्बर २०२१
  • तुर्रा-ए-पुर-पेचोख़म का पेच-ओ-ख़म निकले मगर लिखवाए कोई उसको ख़त तो हम से लिखवाए हुई सुबह और घर से कान पर रख कर क़लम निकले हुई इस दौर में मंसूब मुझ से बादा-आशामी फिर...
    ३ KB (२१७ शब्द) - ०५:१३, २६ जुलाई २०२१
  • (गले का हार सोने का बना है।) I go out to buy milk every morning. (मैं हर सुबह दूध खरीदने जाता/जाती हूँ।) उस गुण, अवस्था, विचार या भाव के नाम को भाववाचक...
    १३ KB (१,०६० शब्द) - ०२:४३, २२ अक्टूबर २०२३
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