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- मारे जाएंगे प्रस्तुत कविता राजेश जोशी द्वारा रचित कविता 'मारे जाएंगे' से अवतरीत हैं। इस कविता मे हिंसात्मक घटना का वर्णन किया गया है| इनमे दंगे की आग में...११ KB (९०० शब्द) - ०५:४४, २५ मई २०२०
- झुर्रियों से भरता हुआ राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं मारे जायेंगे आदतों के बारे में उसकी गृहस्थी अरुण कमल की कविताओं की विसेषताएं नये इलाके में उधर...३ KB (१६७ शब्द) - ०५:१८, २३ अप्रैल २०२३
- मोचीराम रोटी और संसद भवानी प्रसाद मिश्र गीत फरोश झुर्रियों से भरता हुआ राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं आदतों के बारे में अरुण कमल नये इलाके में अपनी केवल...३ KB (१४१ शब्द) - ०३:०६, २७ दिसम्बर २०२३
- राजेश जोशी राजेश जोशी व्यक्तित्व एवं कृतित्व - •राजेश जोशी समकालीन परिदृश्य के वरिष्ठ कवियों में से एक हैं। •उन्होंने अपने समय की नब्ज़ और समाज की गति...१ KB (६९ शब्द) - ०५:२०, २३ अप्रैल २०२३
- केदारनाथ सिंह बढ़ई और चिड़िया रोटी पानी में घिरे हुए लोग इकाई - ४ (क) राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं मारे जाएंगे झाड़ू की नीतिकथा (ख) अनामिका कूड़ा बीनते...३ KB (१४२ शब्द) - ०५:४६, २९ सितम्बर २०२३
- वंचित है प्रस्तुत कविता छायावाद के बाद के कवि राजेश जोशी द्वारा रची गई है जिन्हें सूक्तियां गढ़ने में भी माहरत हासिल है। राजेश जोशी कथ्य व शिल्प दोनों...१० KB (८१३ शब्द) - ०६:१७, १५ अप्रैल २०२०
- आदतों के बारे में राजेश जोशी आदतें अक्सर बहुत बुरी शासक होती हैं लगभग तानाशाह अपने गुलाम को लगभग पालतू जानवर की तरह बांधे रखती हैं हरवक्त अच्छी आदतों के...३ KB (१९७ शब्द) - १२:३१, २७ मई २०२२
- आइटम प्रस्तुत कविता'आदतों के बारे में'कवि 'राजेश जोशी' द्वारा रचित है। आदतें के बारे में' कविता मे कवि ने समाज की नई समस्याओं को 'मनुष्य की आदतें समाज...५ KB (४२७ शब्द) - ०९:०८, २२ अप्रैल २०२०
- कविता दोनों के क्षेत्र में प्रविष्ट होते हैं और उनके विषय में यह निर्णय करना कठिन हो जाता है कि कहां तक वे प्रयोगवादी है और कहाँ तक नई कविता के कवि।...११ KB (७४२ शब्द) - १०:५२, २६ जून २०२०
- भवानी प्रसाद मिश्र की काव्यगत विशेषताएं गीत फरोश झुर्रियों से भरता हुआ राजेश जोशी की काव्य संवेदना बच्चे काम पर जा रहे हैं अलीना सिहं ,तमन्ना ठाकुर मारे जायेंगे...१० KB (२५७ शब्द) - ०५:०५, २५ जुलाई २०२१
- सन्दर्भ - प्रस्तुत पंक्तिया कवि राजेश जोशी द्वारा रचित है। यह उनकी कविता 'उसकी गृहस्थी' से उद्धरित है। प्रसंग- कवि ने इसमें एक स्त्री (पत्नी) की कार्य-प्रणाली...११ KB (९२४ शब्द) - ०५:०४, २५ जुलाई २०२१
- अर्जी लगाते देखते हैं। प्रस्तुत कविता को पढते हुए पारंपरिक पाठक चौंक पडता है>- यह भी कोई कविता है>? निरा गद्य कविता का रंग न ढंग>, अलंकार>, रूपवाद>,...१९ KB (१,४२१ शब्द) - १८:२१, १६ अप्रैल २०२०
- बच्चे काम पर जा रहे हैं राजेश जोशी कोहरे से ढँकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं सुबह सुबह बच्चे काम पर जा रहे हैं हमारे समय की सबसे भयानक पंक्ति है...२ KB (१५६ शब्द) - १२:३०, २७ मई २०२२
- "देश है हम राजधानी नही" कविता शंभुनाथ द्वारा रचित है। इसमें कवि ने देश को एकरूप में देखना चाहा है। उसने देश को बिखरते और टूटते नहीं देखना चाहा है। देश...८ KB (६३४ शब्द) - ०५:०४, २५ जुलाई २०२१
- है। उनकी एक ही कविता 'झाँसी की रानी' लोगों के कंठ का हार बन गई है। एक इसी कविता के बल पर वे हिंदी साहित्य में अमर हो गई हैं। इस एक कविता के अलावा बच्चों...५५ KB (४,२३८ शब्द) - १७:१९, २५ दिसम्बर २०२१
- है। उनकी एक ही कविता 'झाँसी की रानी' लोगों के कंठ का हार बन गई है। एक इसी कविता के बल पर वे हिंदी साहित्य में अमर हो गई हैं। इस एक कविता के अलावा बच्चों...५५ KB (४,२३८ शब्द) - ०५:०३, २५ जुलाई २०२१
- मणियार इस काव्य धारा के प्रमुख कवि हैं। इसके पश्चात राजेन्द्रशाह, सुरेश जोशी और सुरेश दलाल आदि कवियों ने नवीन बौद्धिक कविता के क्षेत्र में प्रवेश किया। है।...१३ KB (९६३ शब्द) - १७:२६, १३ जनवरी २०२४
- तुकराम-रामदाल काल, मोरोपंत काल, प्रभाकरराम जोशी काल तथा आधुनिक काल, प्रमुखतः इन कालों में बाँटा गया है। महानुभाव पंथ के प्रथम कवि चक्रधर (1274 ईसवी) अहिंसा में परम...१४ KB (१,००० शब्द) - १७:२९, १३ जनवरी २०२४
- नयी कविता 'भारतीय स्वतंत्रता' के बाद लिखी गयी उन कविताओं को कहा गया, जिनमें परंपरागत कविता से आगे नये भावबोधों की अभिव्यक्ति के साथ ही नये मूल्यों और नये...७२ KB (५,३६२ शब्द) - ०१:४७, ४ फ़रवरी २०२४
- हिंदी कविता (छायावाद के बाद) ← झुर्रियों से भरता हुआ राजेश जोशी बच्चे काम पर जा रहे हैं → ...२०० B (० शब्द) - १०:२७, १४ अप्रैल २०२०